प्रयागराज में आज से महाकुंभ की शुरुआत हो चुकी है. हले स्नान पर्व पौष पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं की अगाध श्रद्धा देखने को मिली. करोड़ों की संख्या में लोग पुण्य स्नान के लिए संगम तट की ओर उमड़ पड़े.
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए नाव/बोट का विकल्प है. जानकारी के मुताबिक मेला क्षेत्र में प्रमुख घाटों पर 4 हजार से ज्यादा बोट हैं. जिनका इस्तेमाल श्रद्धालु कर पाएंगे.
आप स्पीड बोट और मिनी क्रूज का आनंद भी महाकुंभ में ले सकते हैं. एक बोट पर कुल 10 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था रहती है. जानकारी के मुताबिक इस पर प्रति व्यक्ति 280 रुपये किराया लगता है. (नोट- किराया कम ज्यादा भी हो सकता है)
संगमनगरी प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के लिए तीन क्रूज भी रहेंगे. एक क्रूज में अधिकतम यात्रियों के बैठने की क्षमता 35 है. जबकि एक यात्री को सफर के लिए 350 रुपये चुकाने होंगे.
इसके अलावा आप चाहें तो नाव से भी सफर कर सकते हैं. यहां 15 बड़ी नाव हैं. जिनका प्रतिव्यक्ति किराया 150 रुपये है.
नाव/बोट की बुकिंग की कोई सेंट्रलाइज व्यवस्था नहीं की गई है. श्रद्धालु को घाट पर ही इनकी बुकिंग करनी होगी. यानी आपको मौके पर ही इनको बुक करना होगा. ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध नहीं है.
संगम तट पर महाकुंभ के लिए कुल 41 घाट तैयार किए गए हैं. इनमें से 10 पक्के हैं जबकि 31 घाट अस्थायी हैं. इन सबसे प्रमुख घाट संगम घाट है. जहां तीन नदियों का संगम होता है. इसे त्रिवेणी घाट से भी जानते हैं.
महाकुंभ मेले की सुरक्षा को लेकर भी खास इंतजाम किए गए हैं. संगम और उसके आसपास के जलमार्गों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और निगरानी के लिए 113 ड्रोन तैनात किए गए हैं.
इसके अलावा स्नान के दौरान किसी भी इमरजेंसी से निपटने के लिए सभी घाटों पर 300 से ज्यादा गोताखोरों को तैनात किया गया है.
इसके अलावा आपात स्थिति के लिए वाटर एंबुलेंस भी तैनात रहेंगी. महाकुंभ में एनएसजी कमांडो और यूपी पुलिस के जवानों की तैनाती के साथ 7 स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है.