अलीगढ़ से दिल्ली आते-जाते जरूर चखें खुर्जा की खुरचन का स्वाद, सौ सालों के बाद भी स्वाद बेमिसाल
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand2623701

अलीगढ़ से दिल्ली आते-जाते जरूर चखें खुर्जा की खुरचन का स्वाद, सौ सालों के बाद भी स्वाद बेमिसाल

Khurja Ki Khurchan: खुर्जा की ऐसी मिठाई है जो दूध से बनती है पर इसको बनाने का तरीका एकदम अलग है. यह मिठाई अपने अनोखे स्वाद और बनावट के लिए जानी जाती है. 100 साल के बाद भी इसका स्वाद बरकरार है.

Khurja ki Khurchan

Khurja Ki Khurchan: उत्तर प्रदेश भारत का एक ऐसा राज्य है जो अपनी समृद्ध संस्कृति, इतिहास, और विविधता के लिए जाना जाता है.  यहाँ का खान-पान, रहन-सहन, और खाने के जायके भी बहुत ही अनोखे और स्वादिष्ट हैं. देश की राजधानी दिल्ली-एनसीआर से महज कुछ किलोमीटर दूर स्थित खुर्जा अपने पॉटरी उद्योग के लिए देश ही नहीं विदेश में भी अपनी पहचान रखता है. अपनी क्रॉकरी के लिए तो ये फेमस है ही इसके अलावा यहां पर जो सबसे ज्यादा फेमस है वो है खुर्जा की खुरचन. 

खुर्जा की खुरचन
जी हैं यहां पर खुरचन  का कारोबार 100 साल से भी ज्यादा पुराना है. इसका स्वाद ऐसा है कि लोगों की जुबां पर चढ़ जाता है. 1914 में शुरू हुई खुर्जा की खुरचन की दुकान पर आज भी लोगों की भीड़ देखी जा सकती है.

खुर्जा की पहचान खुरचन
वैसे तो यहां पर हर तरह की मिठाई मिलती है पर यहां की विशेष मिठाई खुरचन की तो बात ही निराली है. खुर्जा में इसकी बहुत सी दुकानें हैं. आसानी से आपको किसी भी मार्किट में मिल जाती है. नोएडा, दिल्ली आदि में रहने वाले स्थानीय लोगों के रिश्तेदार भी खुरचन मंगवाना पसंद करते हैं. 

कैसे तैयार होती है खुरचन?
यहां के कारीगरों ने करीब 100 साल पहले रबड़ी से एक नई मिठाई को जन्म दिया. उन्होंने रबड़ी की कई परतों को एक, दूसरे के ऊपर जमाकर एक मिठाई तैयार की, जिसका स्वाद लाजवाब था. इस मिठाई को नाम दिया गया खुरचन. धीरे-धीरे खुरचन देश भर में मशहूर हो गई. कड़ाही में खुरचन का दूध उबालते समय बहुत कम चीनी डाली जाती है. जिसके चलते ये बहुत ज्यादा मीठी नहीं होती है. खुर्जा की खुरचन का स्वाद बहुत ही अनोखा और स्वादिष्ट होता है. यह मिठाई उत्तर प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों में भी बहुत लोकप्रिय है.

खुरचन का कारोबार कितना पुराना
यहां की करीब 30 से ज्यादा दुकानों पर खुरचन बनाई जाती है. आम दिनों में एक दुकान पर करीब 20 से 30 किलो खुरचन बिक जाती है. त्योहारी सीजन में इसकी डिमांड काफी बढ़ जाती है. बात करें इसकी कीमत की तो ये आपको 360 से 400 रुपये किलो के दाम में मिल जाती है.

1914 में शुरू हुई थी दुकान
साल 1914 में एक दुकानदार शिवजी के द्वारा इसकी दुकान शुरू की गई थी. ऐसा कहा जाता है कि बुलंदशहर और आसपास के एरिया में दूध काफी ज्यादा होता था, जिसके चलते उन्होंने दूध की ही अलग सी मिठाई बनाने के बारे में सोचा. दूध की वैसे तो बहुत सी मिठाईयां बनती हैं. ये कई तरीके से बनाई जाती है. दूध की शुद्ध मलाई से ये खुरचन तैयार की जाती है. दूध की मलाई को बनाकर और सुखाकर लेयरों में तैयार किया जाता है.

कहां है खुर्जा
खुर्जा उत्तर प्रदेश के पश्चिमी भाग में बुलंदशहर जिले में दिल्ली से करीब 48 किलोमीटर दूर है. यहां से सीधे दिल्ली, मेरठ, हरिद्वार, अलीगढ, खैर, आगरा, कानपुर आदि के लिए जा सकते हैं.खुर्जा के मिट्टी के बर्तन देश ही नहीं विदेशों में भी मशहूर हैं. देख विदेश के हर कोने में बोन चाइना से बने बर्तन खुर्जा की ही देन है.

Trending news