Hathras: छाती में जमा था खून, पूरे शरीर में घुस गई थी मिट्टी, हाथरस हादसे में मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में 5 बड़े खुलासे
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Hathras: छाती में जमा था खून, पूरे शरीर में घुस गई थी मिट्टी, हाथरस हादसे में मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में 5 बड़े खुलासे

Hathras Newsहाथरस हादसे में मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई है. इसमें मौत की अहम वजहों का खुलासा किया गया है, जो बताता है कि भगदड़ किस कदर जानलेवा थी. 

Hathras Accident

Hathras News in Hindi: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा (Narayan Sakaar Hari) सत्संग समारोह के दौरान भगदड़ में मारे गए 121 लोगों में से तमाम की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ गई है, जिसमें मौत की वजहों को लेकर अहम खुलासे हुए हैं. आगरा में जो 21 शव लाए गए थे, उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट बताती है कि भगदड़ में दबे कुचले लोगों के साथ उस वक्त क्या वाकया पेश आया. आगरा में 21 बॉडी के पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जिक्र है कि ज्यादातर लोगों की मौत दम घुटने से हुई थी.  

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में तीन के हेड इंजरी यानी सिर में चोट, तीन की शॉक एंड हैमरेज से मौत बताई गई है. हाथरस भगदड़ कांड के बाद आगरा में पोस्टमॉर्टम हाउस पर आठ डॉक्टरों की ड्यूटी लगी थी. सीएमओ का कहना है कि ज्यादातर मामलों में छाती में खून जमने से दम घुट गया. जितनी डेड बॉडी आई सबके शरीर मिट्टी से भरे हुए थे. 21 डेड बॉडी में 35 से 60 वर्ष महिलाओं की थी उम्र.

मुंह और नाक में मिट्टी भर जाने से नीचे दबे कुचले लोगों को सांस लेते नहीं बना और दम घुट गया. खासकर साड़ी पहने महिलाएं खुद को संभाल नहीं पाईं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, कीचड़ से सनी मिट्टी शरीर में प्रवेश करने के कारण ऑक्सीजन लेवल गिरता चला गया और मिनटों में ही हादसा सैकड़ों लोगों के लिए काल बन गया. 

एटा और हाथरस जिला अस्पताल में जिन शवों के पोस्टमार्टम हुए थे, उनकी रिपोर्ट अभी आना बाकी है, लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि कमोवेश यही वजहें रहीं जिनसे महिलाओं और बच्चों की मौत हुई. 

हाथरस में दो जुलाई को नारायण साकार हरि यानी भोले बाबा का सत्संग समारोह खत्म होने के बाद भगदड़ मची थी. समारोह से बाहर निकलते वक्त हाईवे की ओर जाते वक्त भारी भीड़ बाबा के पैर छूने को निकली. आरोप है कि इसी दौरान बाबा के सेवादारों ने भीड़ में आगे आईं महिलाओं और बच्चों को पीछे धकेला, जिसके बाद भगदड़ मच गई और वो रोड से नीचे खाईं की ओर कीचड़ में कुचलते चले गए. 

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया है कि मृतकों के छाती में नीचे दबे होने के कारण खून जम गया था. उनके शरीर में मिट्टी घुस गई थी. कई मृतकों के सिर और शरीर के अन्य हिस्सों में चोटों की बात भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आई है.

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