27 अक्तूबर को मनाया जाएगा भाई दूज, शुभ मुहूर्त में करें टीका, बना रहेगा प्यार
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27 अक्तूबर को मनाया जाएगा भाई दूज, शुभ मुहूर्त में करें टीका, बना रहेगा प्यार

भाई दूज के मौके पर बहन भाई के माथे पर टीका करती हैं, आरती उतारती है और उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं. पौराणिक मान्यता है कि भाई दूज के दिन बहनों के घर भोजन करने से भाई की उम्र बढ़ती है. 

27 अक्तूबर को मनाया जाएगा भाई दूज, शुभ मुहूर्त में करें टीका, बना रहेगा प्यार

उदयपुर: इस बार भाई दूज 27 अक्तूबर 2022 को है. हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भाई दूज का त्योहार मनाया जाता है. भाई दूज का पर्व भाई-बहन के आपसी प्रेम और स्नेह का प्रतीक होता है. 

भाई दूज के मौके पर बहन भाई के माथे पर टीका करती हैं, आरती उतारती है और उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं. पौराणिक मान्यता है कि भाई दूज के दिन बहनों के घर भोजन करने से भाई की उम्र बढ़ती है. 

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आइए जानते हैं भाई दूज का शुभ मुहूर्त, मंत्र और भाई को तिलक करने की सही विधि के बारे में -

भाईदूज पर तिलक का समय
प्रातः 6:37 से 8:00 बजे शुभ का चौघड़िया
सुबह 10:47 से 12:11 तक चर का चौघड़िया
सायकाल 4: 21 से 5:44 तक शुभ का चौघड़िया 

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टीका करते समय रखें ध्यान
टीका करते समय बहन को भाई के लिए मंत्र का जाप करना चाहिए.
सुबह स्नान कर साफ-सुथरे कपड़े पहनें और भगवान का पूजन करें.
मुहूर्त से पहले भाई के तिलक के लिए थाल सजा लें.
थाली में कुमकुम, सिंदूर, चंदन, फल, फूल, मिठाई, अक्षत सुपारी रख लें.
पिसे हुए चावल के आटे से चौक बनाएं और शुभ मुहूर्त में इस चौक पर भाई को बिठाएं.
इसके बाद भाई को तिलक लगाएं.
तिलक के बाद फूल, पान, सुपारी, बताशे, काले चने भाई को दें और आरती उतारें.
भाई को मिठाई खिलाएं और अपने हाथों से बना भोजना कराएं.

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