Tonk Crime News : टोंक में पेशाब करने निकली महिला को बदमाशों ने दबोच लिया. इसके बाद नशे का इंजेक्शन लगा कर उससे 22 दिन तक बारी-बारी से गैंगरेप करते रहे. जिसके बाद जैसे-तैसे कर फोन का जुगाड़ किया और परिजनों को फोन कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी.
Trending Photos
Tonk Crime News : टोंक जिले में एक बार फिर से मानवता को शर्मसार करने का मामला सामने आया है. घर के बाहर पेशाब करने निकली विवाहिता को दर्जनभर बदमाश पहले अपहरण कर ले गए, फिर उसे करीब 22 दिन तक नशे के इंजेक्शन लगाकर उसके साथ बारी-बारी से गैंगरेप किया. हद तो तब हो गई जब लड़की ने बहादुरी दिखाते हुए जैसे-तैसे कर फोन का जुगाड़ किया और परिजनों को फोन कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी. इससे पहले करीब 20 दिन तक परिजन अपनी लापता बेटी को तलाशने के लिए शोप थाना अधिकारी नरेंद्र सिंह के पूलिस थाने पर चक्कर काटते रहे और थाना अधिकारी उन्हें जलील कर थाने से फटकार कर बैरंग लौट आते रहे. पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब यह विवाहिता खुद परिजनों तक पहुंच गई. अब विवाहिता ने परिजनों के साथ जिला कलेक्टर चिनमय गोपाल से गुहार लगाकर सोप थाना अधिकारी नरेंद्र सिंह सहित पुलिस अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग उठाई है. वहीं सीओ उनियारा शकिल अहमद की माने तो अब तक पुलिस की ओर से पिछले 15 दिनों में 9 अलग अलग मुकदमें दर्ज किए जा चुके है. साथ ही पीड़िता गैंगरेप मामले की जांच में खुद सहयोग नहीं कर रही है. फिर भी पुलिस ने अब तक 161 और 164 के बयान दर्ज करवा दिए है.
पेशाब करने निकली विवाहिता का किया अपहरण
अभी तो टोंक जिले के टोडारायसिंह में भाई बहन के साथ बर्बरता के मामले में पूरे अपराधियों को सजा भी नहीं मिली की सोप थाना इलाके में हुई इस शर्मशार करने वाली घटना ने रूह कंपा कर रख दी. जिला कलेक्टर परिसर में कलेक्टर से मुलाकात के इंतजार में बैठे यह परिजन अपनी लाड़ली के दरिंदों को सजा दिलाने की आस में आए हैं. दरअसल यह परिवार सोप थाना इलाके के इब्राहिमपुरा गांव के निवासी है. इनका आरोप है 16 सितंबर को इनकी लाड़ली अपने घर के बाहर पेशाब करने निकली थी, तब ही दर्जनभर बदमाशों ने नशीला पदार्थ खिलाकर कर उसका अपहरण कर लिया. हालांकि घटना की जानकारी मिलने से पहले तक परिजनों पुलिस थाने में बेटी के लापता होने की रिपोर्ट दी थी और उसे तलाशने की गुहार लगा रहे थे. परिजनों ने आरोप लगाया कि जब-जब थानाधिकारी नरेंद्र सिंह से लापता बेटी को तलाशने की गुहार लगाई तब-तब थानाधिकारी जलील पर थाने से भगा देता, लेकिन एक दिन जब अपहरण हुई विवाहिता सुमन को किसी तरह फोन हाथ लगा तो उसने घर फोन किया और घटना की पूरी जानकारी देकर बताया कि रामदेव, धनराज, महेंद्र, बनवारी सहित एक दर्जन बदमाशों ने एक महिला निरमा के सहयोग से नशीला पदार्थ का सेवन करवा उसका अपहरण कर लिया और अब उसकों यातनाएं देकर उसके साथ बारी बारी से गैंगरेप कर रहे हैं. परिजनों का आऱोप है कि इसकी जानकारी थानाधिकारी नरेंद्र सिंह को दी. लेकिन थानाधिकारी ने उनकी एक नहीं सुनी और उन्होंने फिर से थाने से बैरंग लौटा दिया.
जांच अधिकारी बदला तो हरकत में आई पुलिस
परेशान होकर जब पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी से गुहार लगाई तो जांच बदलकर घाड़ थानाधिकारी राधाकिशन को सौंप दी गई. जांच बदलते ही थानाधिकारी नरेंद्र सिंह ने तुरन्त ही अपहरण हुई विवाहिता को बरामद कर लिया. लेकिन उस पर आरोपियों के पक्ष में बयान देने का दबाव बनाया और अपने पद का दुरपयोग कर उसे धमकाया. कभी उसे जेल भेजने की धमकी देता है. कभी आश्रम भेजने की धमकी देता. पीड़िता ने थानाधिकारी नरेंद्र सिंह पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि थानाधिकारी ने आरोपी पक्ष से मिलीभगत कर मोटी रिश्वत ली और आरोपियों को आज भी बचाने की कोशिश कर रहा है.
आरोपियों ने घर में घुसकर किया जानलेवा हमला
वहीं पीडिता के पिता ने बताया कि बीते दिन आरोपियों ने घर में घुसकर जानलेवा हमला भी किया और सबकों लहुलुहान कर दिया. लेकिन ना तो सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची ना ही अब तक रिपोर्ट दर्ज कर मेडिकल करवाया है. मारपीट के बाद का वीडियो भी पीड़ित ने मीडियाकर्मियों से शेयर किया. अब कलेक्टर चिनमयी गोपाल को शिकायत सौंपकर थानाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों और पुलिस जवानों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग उठाई है और राहत देने की मांग उठाई है.
वहीं उनियारा सर्किल के सीओ शकिल अहमद ने बाताया कि कर पूरे मामले की हकीकत जानी तो शकिल अहमद ने पूरे मामले की तस्वीर साफ की. और कहा कि पुलिस को जब पहले दिन लापता होने की सूचना मिली तब से ही कार्रवाई सख्ती से की जा रही है. लेकिन जब पीड़िता को दस्तेयाब किया और परिजनों को सुपुर्द कर दिया था. उसके 8 दिन बाद पीड़िता थाने पहुंची और गैंगरेप की शिकायत दी. इस शिकायत का भी तुरंत मुकदमा दर्ज़ किया और जांच शुरू कर दी.
पीड़िता का परिवार जांच में नहीं कर रहा सहयोग
शकील अहमद ने बताया कि पिछले 15 दिनों में शो पुलिस थाने उनियारा पुलिस थाने और सीओ कार्यालय में अलग-अलग 9 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं जिनकी जांच चल रही है वही गैंगरेप मामले में शकील अहमद ने कहा पीड़िता का परिवार पुलिस की जांच में सहयोग नहीं कर रहा पुलिस ने कई बार फोन कर बुलाया कई बार नोटिस के जरिए भी बुलाया-फोन लगातार थानाधिकारी सहित मैं खुद भी पीड़ित के घर तक गया फिलहाल पीड़िता की ओर से दर्ज करवाए गए सभी मुकदमों में जांच पड़ताल की जा रही है और आरोपियों को किसी भी तरह से बक्सा नहीं जाएगा और जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी.
Reporter- Purshottam Joshi
ये भी पढ़े..
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की स्टूडेंट्स के लिए बड़ी घोषणा, सुसाइडल टेंडेंसी पर लगेगी लगाम