राजस्थान में श्री गंगानगर के घड़साना के लायंस क्लब भवन में आयुर्वेद विभाग श्री गंगानगर द्वारा क्षार सूत्र अतरंग शल्य चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया था, जिसमें गंगानगर जिले सहित बीकानेर आयुर्वेद के विशेष सर्जन उपस्थित रहे.
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Anupgarh, Sri Ganganagar: घड़साना के लायंस क्लब भवन में आयुर्वेद विभाग श्री गंगानगर द्वारा क्षार सूत्र अतरंग शल्य चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया था, जिसमें गंगानगर जिले सहित बीकानेर आयुर्वेद के विशेष सर्जन उपस्थित रहे.
शिविर में घड़साना सहित जिले के सैकड़ों रोगियों का उपचार किया गया. वहीं, 50 से अधिक लोगों का क्षार सूत्र विधि द्वारा इलाज किया गया. शिविर में रोगियों एवं उनके परिजनों के लिए चाय नाश्ते भोजन की व्यवस्था समाजसेवियों ओर गुरुद्वारा सिंह सभा द्वारा की गई.
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आयुर्वेद विभाग श्रीगंगानगर द्वारा घडसाना में आयोजित निशुल्क दस दिवसीय आयुर्वेद अंतरंग शल्य चिकित्सा शिविर बुधवार को सम्पन्न हुआ. समापन समारोह के मुख्य अतिथि नरेंद्र कुमार शर्मा अतिरिक्त निदेशक आयुर्वेद विभाग संभाग बीकानेर थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता सरपंच संदीप ढिल्लों ने की. विशिष्ट अतिथि सहायक निदेशक डॉ. रामकुमार शर्मा बीकानेर संभाग एवं उपनिदेशक प्रतिनिधि डॉ. चरणजीत सिंह भाटी थे. समारोह में सर्वप्रथम अतिथियों ने भगवान धनवंतरी की पूजा अर्चना और दीप प्रज्जवलन कर समारोह की शुरूआत की.
300 महिला एवं पुरुष रोगियों की हुई जांच
शिविर प्रभारी डॉ. सुरेश कुमार डांडिया ने शिविर प्रतिवेदन का वाचन कर बताया कि शिविर के दौरान 300 महिला एवं पुरुष रोगियों की जांच की गई उसमें से 52 अंतरंग रोगियों का क्षार सूत्र पद्धति से शल्य चिकित्सा कर लाभान्वित किया गया और पथ्य अपथ्य की जानकारी रोगियों की दी गई. अतिरिक्त निदेशक आयुर्वेद विभाग बीकानेर के डॉक्टर नरेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि घड़साना में यह पहला कैंप था, जिसमें स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लेकर समाजसेवियों का बहुत सहयोग रहा और सफलतापूर्वक कैंप का समापन किया गया. भविष्य में भी ऐसे समाजसेवियों को साथ लेकर निरंतर कैंप लगाते रहेंगे और बताया कि 7 दिन के बाद इन रोगियों की जांच के लिए एक बार फिर शिविर लगाएंगे ताकि निरंतर देखभाल कर इन्हे इस रोग से मुक्त कर सकें.
कई बीमारियों से दिलाया निजात
शिविर प्रभारी डॉ. सुरेश कुमार डांडिया ने बताया कि शिविर में पहुंचे सभी रोगियों का सफलतापूर्वक इलाज किया गया है तथा दस दिवस के अंदर देखरेख कर बीमारी से मुक्त किया गया है. डॉ. सुरेश कुमार डांडिया ने शिविर में उपस्थित आयुर्वेद डॉक्टर एवं कंपाउंडर की टीम को सफलतम आयोजन के लिए गिफ्ट और सम्मान प्रतीक प्रदान किया. वही अतिथियों को सम्मान प्रतीक प्रदान किया. डॉ. राजेश कनवाडिया ने भी रोगियों को पथ्य अपथ्य और शल्य चिकित्सा के बाद रखने वाले परहेज और रख रखाव की जानकारी दी. अतिरिक्त निदेशक नरेंद्र कुमार शर्मा एवं सहायक निदेशक रामकुमार शर्मा ने शिविर में कार्य करने वाले चिकित्साधिकारियों, नर्स-कम्पाउण्डर, परिचारकों और कैंप में समाज सेवा करने वाले युवाओं को आयुर्वेद विभाग की ओर से उत्कृष्ट सेवाएं देने पर प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. उप निदेशक ने शिविर में दी गई चिकित्सा एवं सुविधाओं को सन्तोषजनक बताया. समारोह की अध्यक्षता करते हुए सरपंच ने आयुर्वेद विभाग का ग्राम पंचायत तीन एस टी आर में शिविर लगाने पर आभार व्यक्त किया. विशिष्ट अतिथियों ने रोगियों को दिए गए उपचार और सुविधाओं के प्रति पूरी टीम का आभार व्यक्त किया.
क्या बोले सहायक शिविर प्रभारी
सहायक शिविर प्रभारी डॉ. राजेश कुमार कनवाडिया ने बताया कि आयुष विभाग की ओर से डॉ सुरेश डांडिया, डॉक्टर लालचंद, डॉक्टर महेंद्र कस्वा, डॉक्टर अनुसुइया, डॉक्टर अनुप्रीत, चिकित्सा सहायक चंद्र सिंह सोहनलाल ढाका, वेद प्रकाश, दयानंद शर्मा, संतोष कुमारी, कुलदीप कौर ,परिचारक पंकज कुमार, सोहनलाल, ओमप्रकाश, विजय कुमार, सुलोचना, और सुमन ने इस कैंप में अपनी सेवाएं दी.
भामाशाहों ने की व्यवस्था
राजस्थान सरकार की ओर आयोजित शल्य चिकित्सा शिविर में भोजन की व्यवस्था गुरुद्वारा सिंह सभा की ओर से चाय नाश्ते की व्यवस्था समाजसेवियों और चिकित्सक स्टाफ के लिए भोजन की व्यवस्था शहर के भामाशाह लोगों द्वारा की गई थी. मरीजों को भोजन करवाने का कार्य घड़साना के समाजसेवी जितेंद्र सोनी और उनकी टीम ने संभाला. अंत में शिविर प्रभारी डॉ. सुरेश कुमार डांडिया ने आयुर्वेद विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों व उपस्थित रोगियों और आम जन का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए शिविर के समापन की घोषणा की.
Reporter- Kuldeep Goyal