Sri-GangaNagar Crime News:राजस्थान के गजसिंहपुर क्षेत्र में एक शख्स द्वारा स्वयं को एसबीआई का एजेंट बता कर कई केसीसी खाता धारकों को झांसे में लेकर करीबन 45 लाख 77 हजार रुपए की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है.
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Sri-GangaNagar Crime News:राजस्थान के गजसिंहपुर क्षेत्र में एक शख्स द्वारा स्वयं को एसबीआई का एजेंट बता कर कई केसीसी खाता धारकों को झांसे में लेकर करीबन 45 लाख 77 हजार रुपए की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है.इस मामले को गंभीरता से देखते हुए अदालत के आदेशों पर गजसिंहपुर थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है.
पुलिस के मुताबिक 26 एफ एफ निवासी हरदीप सिंह ने पंजाब के अबोहर के गांव पन्नीवाला के पास गांव माहला के निवासी विकास कुमार पर 45 लाख 77 हज़ार रुपए की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए इस्तगासा के जरिए मामला दर्ज करवाया है.गजसिंहपुर पुलिस ने बताया हरदीप सिंह ने आरोप लगाया है कि अभियुक्त विकास कुमार ने खुद को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का एजेंट बताते हुए प्रार्थी से संपर्क किया.
स्वयं को पांच ब्रांचो का रिकवरी एजेंट बता कर केसीसी खाताधारकों के एसबीआई बैंक के खाते में 25% के हिसाब से और अन्य बैंकों के खातों में 5% और अतिरिक्त 30% राशि के साथ ऑफर देते हुए केसीसी भरने का झांसा देकर प्रार्थी को विश्वास में ले लिया.अभियुक्त विकास कुमार के पास रिकवरी खातों की लिस्ट होने के कारण प्रार्थी ने लिस्ट के अनुसार अन्य व्यक्तियों के घर का पता अभियुक्त विकास को बता दिया.
जिस कारण अभियुक्त विकास कुमार ने अलग-अलग व्यक्तियों से संपर्क कर कुल 45 लाख 77 हज़ार रुपए रिकवर कर लिए और वह रुपया अभियुक्त विकास कुमार द्वारा बैंक खाता केसीसी में जमा नहीं करवाए गए. प्रार्थी द्वारा कई बार विकास कुमार से संपर्क किया तो विकास कुमार टालमटोल करता रहा.बाद में पता चला है कि विकास कुमार मकान बेचकर पंजाब चला गया और वहां जाकर रहने लगा है,इस बात को विकास कुमार के घर पर विकास के माता-पिता व पंचायत के माध्यम से बताई गई.
तब उन लोगों ने एक बार तो आश्वासन देकर प्रार्थी भेज दिया, लेकिन उसके बाद भी विकास कुमार ने 45 लाख 77 हज़ार प्रार्थी व अन्य केसीसी खातों में जमा नहीं करवाए,प्रार्थी द्वारा जरिए वकील नोटिस देने पर अभियुक्त विकास कुमार ने 45 लाख 77 हज़ार का चैक प्रार्थी को दिया, लेकिन यह चैक बैक द्वारा डिस ऑनर कर दिया गया,इस संबध में प्रार्थी द्वारा गजसिंहपुर थाना व ज़िला पुलिस अधीक्षक को मामला दर्ज़ करने के लिए परिवाद दिया गया था.
किन्तु पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की,अतत: न्यायालय के आदेशों से गजसिंहपुर थाना में मामला दर्ज हुआ .मामले की जांच ए एस आई रामप्रताप कर रहें हैं,अभियुक्त विकास कुमार पुलिस के हत्थे चढ़ने के बाद ही मामले का खुलासा हो पाएगा.कहीं अभियुक्त विकास कुमार इसके अलावा कहीं ओर से तो लोगों से धोखाधड़ी नहीं की,फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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