राज्य स्तरीय पैरा स्विमिंग प्रतियोगिता में मोहनलाल ने गाड़े झंडे, बिना ट्रेनिंग और सुविधाओं के पाया मुकाम
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राज्य स्तरीय पैरा स्विमिंग प्रतियोगिता में मोहनलाल ने गाड़े झंडे, बिना ट्रेनिंग और सुविधाओं के पाया मुकाम

राजस्थान के श्रीगंगानगर के सूरतगढ़ के मोहनलाल ने बिना किसी सुविधा और ट्रेनिंग के नेशनल लेवल पर अनपा नाम बनाया है

 

राज्य स्तरीय पैरा स्विमिंग प्रतियोगिता में मोहनलाल ने गाड़े झंडे, बिना ट्रेनिंग और सुविधाओं के पाया मुकाम

Suratgarh News : राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले की सूरतगढ़ विधानसभा के जैतसर क्षेत्र के 5 जीबी गांव निवासी पैरा खिलाड़ी ने जोधपुर में आयोजित राज्य स्तरीय पैरा स्विमिंग प्रतियोगिता में तीन पदक प्राप्त कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है. ग्रामीण विकास संघर्ष समिति के दुर्गाराम नायक ने बताया किजोधपुर के एसएन मेडिकल कॉलेज में छठी राज्य स्तरीय पैरा स्विमिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. प्रतियोगिता में 5 जीबी गांव के मोहन लाल ने भाग लिया. 

प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए मोहन ने 100 मीटर स्विमिंग के फ्री स्टाइल राउंड में स्वर्ण, 200 मीटर आईएम स्पर्धा में स्वर्ण और 400 मीटर फ्री स्टाइल स्विमिंग प्रतियोगिता में कांस्य पदक प्राप्त किया. पदक जीतने के बाद मोहन के गांव पहुंचने पर ग्रामीणों ने उसका भव्य स्वागत किया.

राज्य स्तर पर पदक जीतने के बाद मोहन का चयन राष्ट्रीय पैरा तैराकी चैम्पियनशिप के लिए हुआ है. मोहन राष्ट्रीय पैरा तैराकी के लिए नवम्बर माह में असम की राजधानी गुवाहाटी जाएगा. मोहन के कोच शैराराम ने बताया कि राज्य स्तरीय पैरा स्विमिंग प्रतियोगिता में मोहन का प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ रहा. अब वो राष्ट्रीय प्रतियोगिता की तैयारी में व्यस्त हो गया है.

मोहन के नाम पूर्व में कई रिकॉर्ड
स्विमिंग से पूर्व दिव्यांग मोहनलाल के नाम अनेक रिकॉर्ड दर्ज है. वो राष्ट्रीय दिव्यांग क्रिकेट एसोसिएशन  गठित राजस्थान दिव्यांग टीम का हिस्सा रह चुका है. दिव्यांग पैरा ओलम्पिक खेलों की पॉवर लिफ्टिंग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक, शॉट पुट प्रतियोगिता में कांस्य पदक और बॉडी बिल्डिंग में कांस्य पदक प्राप्त कर चुका है. वहीं स्थानीय स्तर और जिला स्तर पर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में मोहन अब तक कई मेडल हासिल कर चुका है. 

बिना संसाधन निरंतर अभ्यास से पाई महारथ
मोहन बीपीएल परिवार से जुड़ा है. आर्थिक स्थिति सुदृढ़ नहीं होने के कारण उसने अपने स्तर पर ही तैयारी की और निरंतर अभ्यास से उसने पदक जीतकर क्षेत्र का नाम रोशन कर दिया. क्रिकेट की तैयारी के दौरान गली में बच्चों के साथ निरंतर क्रिकेट खेलकर राजस्थान दिव्यांग टीम में जगह बनायी. मोहन ने योग करते हुए शरीर को बलिष्ठ किया और बॉडी बिल्डिंग में पदक जीता. स्विमिंग पूल की व्यवस्था नहीं होने और आर्थिक स्थिति सुदृढ़ न होने पर गंगनहर की करणीजी वितरिका को ही स्विमिंग पूल मानकर तैयारी की. निरंतर अभ्यास के बाद राज्य स्तरीय पैरा स्विमिंग प्रतियोगिता में पदक हासिल किया.

रिपोर्टर- कुलदीप गोयल 

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