लक्ष्मणगढ़ थाना पुलिस ने 21 दिसंबर को सनवाली गांव के पास केसीसी के साढ़े तीन लाख रुपए बैंक में जमा करवाने के लिए ले जा रहे किसान के पैर पर गोली मारकर लूटकर ले जाने के मामले में लक्ष्मणगढ़ थाना पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
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Sikar News: लक्ष्मणगढ़ थाना पुलिस ने किसान के पैर पर गोली मारकर करीब साढ़े तीन लाख रुपए लूट की वारदात में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लूट का खुलासा किया है. लक्ष्मणगढ़ थाना अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि 21 दिसंबर को नरसास गांव निवासी किसान बैंक में केसीसी लोन के साढ़े तीन लाख रुपए जमा कराने के लिए जा रहा था. इसी दौरान सन वाली गांव के पास बाइक सवार बदमाशों ने किसान के पैर पर गोली मारकर साढ़े तीन लाख रुपए लूट की वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए.
पुलिस ने कड़ी नाकाबंदी करवा सीसीटीवी कैमरे खंगालने शुरू किए और एक पुलिस टीम का गठन कर नागौर जिले के जखानिया गांव निवासी सुरजन सिंह पुत्र भंवर सिंह व एक अन्य बापर्दा आरोपी को गिरफ्तार किया गया है जिन्हें न्यायालय में पेश किया जाएगा.
लक्ष्मणगढ़ थाना पुलिस ने 21 दिसंबर को सनवाली गांव के पास केसीसी के साढ़े तीन लाख रुपए बैंक में जमा करवाने के लिए ले जा रहे किसान के पैर पर गोली मारकर लूटकर ले जाने के मामले में लक्ष्मणगढ़ थाना पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. लक्ष्मणगढ़ थानाधिकारी मनोज भाटीवाड ने बताया कि 21 दिसंबर को नरसास गांव का किसान केसीसी के हैं. साढ़े तीन लाख रुपए जमा कराने के लिए बैंक में जा रहा था इसी दौरान कुछ कागजात भूल जाने पर वापस अपने घर जा रहा था.
इसी दौरान सनवाली गांव के पास बाइक सवार तो बदमाशों ने किसान पर के पैर पर गोली मारकर साढ़े 3 लाख रुपए की लूट की वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस ने मामला दर्ज कर कड़ी नाकाबंदी की और पुलिस टीम का गठन कर सीसीटीवी कैमरे खंगालने शुरू किए और आरोपियों की तलाश शुरू की मनोज भाडीवाड ने बताया कि लूट के मामले में नागौर के जखानिया गांव निवासी सुरजन सिंह पुत्र भंवर सिंह व एक आरोपी बापर्दा गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जाएगा.
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मनोज भाटीवाड ने बताया कि लक्ष्मणगढ़ थाना एएसआई धन्नालाल, एएसआई बाबू खा, हेड कांस्टेबल रामदेव सिंह मावलिया, नानूराम हनुमाना राम, कांस्टेबल विक्रम सिंह, कांस्टेबल राजेंद्र कुमार, कांस्टेबल अनिल कुमार, कांस्टेबल सुरेंद्र कुमार, कांस्टेबल रवि कुमार, कांस्टेबल जितेंद्र कुमार, कांस्टेबल संदीप कुमार, कांस्टेबल नरेंद्र कुमार, कांस्टेबल जीवराज, कांस्टेबल विद्याधर व कांस्टेबल राकेश कुमार का टीम का गठन कर आरोपियों को दस्तयाब किया गया। उक्त वारदात का खुलासा करने में वह मुस्लिमों को दस्तयाब करने में कांस्टेबल विक्रम सिंह कांस्टेबल अशोक कुमार का विशेष योगदान रहा.