Rajasthan: सीकर जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर का Video Call हुआ वायरल, 2700 करोड़ ठगने वालों की समस्या दूर कर रहा था, बोला- पुलिस उपाधीक्षक को किडनैप करा लूंगा
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Rajasthan: सीकर जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर का Video Call हुआ वायरल, 2700 करोड़ ठगने वालों की समस्या दूर कर रहा था, बोला- पुलिस उपाधीक्षक को किडनैप करा लूंगा

Sikar jail Video Viral : राजस्थान के सीकर जेल में बंद एवरग्रीन कंपनी के डायरेक्टर सुभाष रणवीर बिजारणिया वीडियो कॉल पर बात कर रहा है हिस्ट्रीशीटर द्वारा दोनों को जेल में सारी सुविधाएं दिलाने की बात कह रहा है. सीकर जेलर और डिप्टी को गालियां दे रहे हैं.

Rajasthan: सीकर जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर का Video Call हुआ वायरल, 2700 करोड़ ठगने वालों की समस्या दूर कर रहा था, बोला- पुलिस उपाधीक्षक को किडनैप करा लूंगा

Video call of history sheeter from Sikar jail :  सीकर नेक्सा एवरग्रीन ठगी मामले में नया मोड़ सामने आया है. जेल में बंद कैदी द्वारा पुलिस उपाधीक्षक को अपहरण करने की बात वीडियो कॉल में कही जा रही है.

जेल में बंद एवरग्रीन कंपनी के डायरेक्टर सुभाष रणवीरबिजारणियाु वीडियो कॉल पर बात कर रहा है हिस्ट्रीशीटर द्वारा दोनों को जेल में सारी सुविधाएं दिलाने की बात कह रहा है. सीकर जेलर और डिप्टी को गालियां दे रहे हैं.

हिस्ट्रीशीटर अनुज खुद भी सीकर जेल में ही बंद था. उसके खिलाफ 16 मामले दर्ज हैं. वीडियो अनुज के जमानत पर बाहर आने के बाद रिकॉर्ड हुआ है. वीडियो इसी साल जनवरी का बताया जा रहा है. सुभाष और रणवीर के अलावा अनुज दूसरे कैदियों से भी बात करता है और वे उसे अपनी प्रॉब्लम बताते हैं.             

सिक्योर लाइन पर बात करते हुए रिकॉर्ड हुआ वीडियो वीडियो को बसंत मीना नाम के किसी शख्स ने होस्ट करते हुए पहले हिस्ट्रीशीटर अनुज को और फिर जेल के सिस्टम को जोड़ा. सुभाष और रणवीर बिजारणियां ने हेडफोन लगाकर वीडियो कॉल अटेंड किया. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये बातचीत जेल के अंदर किसी प्राइवेट रूम से की गई है. रणवीर बिजारणियां बड़े ही आराम से हंसते हुए बात कर रहा है.

जेल में बंद नेक्सा एवरग्रीन के डायरेक्टर रणवीर व हिस्ट्रीशीटर अनुज की बातचीत

अनुज : जयपुर में मुझे कुछ भाईसाहब के पास काम है. शाम तक गांव पहुंच जाऊंगा. कोई भी दिक्कत, परेशानी या कोई काम हो तो मुझे बता देना, मैं सॉल्व करा दूंगा. कोई टेंशन मत लेना. मेरा नंबर अभी बंद है, 5 से 7 दिन बाद चालू हो जाएगा। वो मैं दे दूंगा। बसंत भी मेरे टच में है.

रणवीर : अच्छी बात है, खुशी की बात है कि गांव जा रहे हो.
अनुज : (गाली देते हुए) डिप्टी से बोल कर फोन ले लो। फाेन नहींं देता है तो मुझे बता देना.

रणवीर : पहले जयपुर का काम निपटा लो, 5 दिन बाद कर लेंगे.
अनुज : ऐसे नहीं मानेंगे तो सुबह मॉनिंग वॉक पर जाता है उसे वहीं बैठा लूंगा. बोल दूंगा पहले फोन दे दे तब छोड़ूंगा.

रणवीर : (हंसते हुए) कोई काम होगा तो मैं वैसे ही बता दूंगा, एक्शन लेने की जरूरत नहींं पड़ेगी. डिप्टी का ट्रांसफर होने वाला है. कोई टेंशन मत लो. सोहनजी को राम-राम बोल देना.

अनुज : बिल्कुल पक्की राम-राम है मामाश्री. कोई भी काम हो मैसेज दे देना.

रणवीर : बसंत टच में है कि नहीं.
अनुज : बसंत बिल्कुल मेरे टच में है. कोई दिक्कत नहीं है.                         

अनुज और दूसरे कैदी ‘डॉक्टर’ की बातचीत

अनुज : और डॉक्टर सुना, सब ठीक है?

कैदी : राम-राम! मेरे केस तुम्हारे हाथ मेंं है.
अनुज : क्या हुआ? तेरा फैसला दे देता हूं अभी बता.

कैदी : तुम्हारा वकील रामनिवास ढूकिया है.
अनुज : कोर्ट में बैठता है, मेरा वकील नहीं है. (हंसते हुए) तू बोल, अभी मार दें उसे, बता?

कैदी : उसके हाथ में है सब कुछ, उसी ने करवा रखा है. उससे बात कर लो.
अनुज : तू मुझे 5 दिन की मोहलत दे दे. छठे दिन बाद उसे बैठा लूंगा. पूरा मामला सुलझा दूंगा.

कैदी : ठीक है, कोई बात हो तो बसंत भाई को बोल देना. वकील ढूकिया के बडे़ भाई ने कई चक्कर लगा दिए हैं. वो मान ही नहीं रहा है.
अनुज : तू कौन से वार्ड में है?

कैदी : मैं 1 में ही हूं.
अनुज : कोई नहीं, काम सेट करके रखो, वो राजू, गणेश कहां हैं?

कैदी : वो भी एक वार्ड में हैं।. वो पत्ता (नशे का सामान) नहींं है. तुमने मना कर दिया था.
अनुज : मैंने पंकज को बोला था ज्यादा मत देना. एक-एक ही देते रहना. कोई बात नहीं मैं उसे बोल दूंगा. उसे दिखाकर ले लेना.

कैदी : अब खत्म हो गया है, दिला दो. माल देते ही नहीं हैं.
अनुज : मैं दिला दूंगा. बोल दूंगा छोरे परेशान हो रहे हैं, दे देंगे.

कैदी : भाईसाहब, मेरा वकील वाला काम करवा दो.
अनुज : 5 दिन के बाद पक्का काम हो जाएगा.

कैदी : साढे़ चार महीने हो गए हैं. भाईजी रोज उसके चक्कर काटते हैं, कल भी जाएंगे.
अनुज : काम पक्का हो जााएगा. तू दिन में बाहर नहीं रहता है क्या, कहां रहता है?

कैदी : दिन में बाहर ही रहता हूं और कोई दिक्कत नहीं है.
अनुज : जेलर को फोन कर दूंगा, सब सेट कर देंगे. ठीक है.        

 तीसरे कैदी से अनुज की बातचीत…

अनुज : आज शाम को 3 बजे के बीच में तीनों माइक पर बता दो। एक-एक मत बताना. तीनों एक साथ बता दो। सभी की समस्या दूर कर देंगे. मंदिर (जेल) में कलर करा दिया क्या?

कैदी : हां कर दिया, ठीक हो गया है.
अनुज : मैंने जयपुर जाते ही (रुपए) भेज दिए थे.

कैदी : मेरी बात हुई थी कई लोगों से. सभी ने बोला कि मंदिर का अच्छा काम हो गया है.
अनुज : तू जब बाहर आएगा, जमानत होगी, उस दिन मैं जेल में सवामणी करा दूंगा. मैं दो-तीन या 5 दिन में जेल आऊंगा. तेरे लिए जींस और कपड़े लेकर आता हूं. तेरे जूते कौन से नंबर के आते हैं और कौन सा ब्रांड लाऊं?

कैदी : आप खुद ही ब्रांड हो. कोई भी लेकर आ जाना.
अनुज : तू मेरी जान है. तेरे लिए तो कुछ भी कर देंगे. कटिंग करवा लें. तू विक्रम से बात करेगा. तेरी भाभी को कॉल करता हूं. लाइन पर लेता हूं उसको.

कैदी : तुम कुछ भी करवा सकते हो. मोबाइल नंबर दे देना तुम्हारा. कोई बात होगी तो कर लूंगा.
अनुज : नंबर दे दूंगा. किसी और को फोन मिलाना है.

(तभी रणवीर बिजारणियां कैमरे के सामने आ जाता है। अनुज को हाय-हेलो बोलता है।)
अनुज और रणवीर की बातचीत
अनुज : हां, मामा
रणवीर : भांजे की जमानत हो गई?

अनुज : जमानत हो गई, तभी तो आपसे बात कर रहे हैं।
रणवीर : और भांजे क्या हाल है?

अनुज : सब बढ़िया है मामा, तुम बताओ, सही हो?
रणवीर : आनंद हो रहे है जेल में, कल पता लगा जेल में जमानत हो गई भांजे की। बहुत खुशी हुई।

अनुज : सही बताओ मामा। आनंद हो रहे हैं ना।
रणवीर : अभी जयपुर जाएं तो काम वाली बात करना।

(इसी बीच अनुज किसी को फोन कर बोलता है कि विक्रम को बोलो बसंत से कनेक्ट कर जुड़ जाएं।)
रणवीर : जयपुर जेल में सब कुछ बंद करवा दिया। कुछ नहीं मिल रहा है। यहां भी बंद करवाओगे।
अनुज : गलत बात है। सब कुछ चालू है। तुम बोलो तो सही। जिस दिन उसने धमकी दी थी कि मैंने एक दिन बंद करवाया था। फिर चालू हो गया।

(तभी वीडियो में एक युवक आता है जिसे अनुज सरपंच बोलकर हाल पूछता है। फिर रणवीर उसे बोलता है कि थोड़ी में करेंगे और खुद बात करता है।)
रणवीर : जयपुर हो क्या अभी, क्या कर रहे हो?
अनुज : जयपुर ही आ गया था। रात को सुनील और मैं दोनों ही रुक गए थे। सरपंच को बोलो कि सभी की जमानत हो गई। तेरी कब होगी। क्याें नहींं ले रहे हो।

रणवीर : करवाओ भाईजी अब तो।
कैदी : सभी एक साथ चले जाएंगे तो यहां पर लंगर कौन चलाएगा?

(इस बात पर सभी हंसते हैं और वीडियो कॉल से विक्रम नाम के शख्स को भी कनेक्ट कर लेते हैं, लेकिन उसका कैमरा बंद है और फोटो भी नहीं दिख रही।)
अनुज : धर्म भाई राम-राम। तू दिखाई नहीं दे रहा है। मुंह तो दिखा तेरा, क्या हो गया? कैमरा बंद है। कैमरा चालू कर तेरा।
विक्रम : पता नहीं कैसे चालू होगा? ऑप्शन ही नहीं आ रहा है। अरे बसंत कैमरा चालू कर। अरे अनुज भाई क्या करें इसमें?

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