Sawai Madohpur News: पर्यटकों की गहमाहमी से रणथंभौर में परेशान हुआ स्टाफ, जंगल सफारी का भी मुश्किल से मिल रहा मौका
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Sawai Madohpur News: पर्यटकों की गहमाहमी से रणथंभौर में परेशान हुआ स्टाफ, जंगल सफारी का भी मुश्किल से मिल रहा मौका

Sawai Madohpur News: बाघों की अठखेलियों के प्रसिद्ध स्थान, रणथंभौर, में इन दिनों पर्यटकों का आवागमन  बढ़ रहा है. रणथंभौर में प्रतिदिन तकरीब साढ़े तीन हज़ार पर्यटक रणथंभौर टाईगर सफारी कर रहे है . बावजूद उसके सैंकड़ो पर्यटक ऐसे भी है , जिन्हें टाईगर सफारी नसीब नहीं हो पा रही है.

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Sawai Madohpur News: बाघों की अठखेलियों के प्रसिद्ध स्थान, रणथंभौर, में इन दिनों पर्यटकों का आवागमन  बढ़ रहा है. शीतकालीन छुट्टियों और नए साल के आगमन के दौरान वहां बड़ी संख्या में देशी और विदेशी पर्यटक पहुंच रहे हैं. रणथंभौर में टाईगर सफारी का लुफ्त उठा रहे है.  इसके कारण रणथंभौर की बुकिंग में एक सप्ताह से भी अधिक के लिए भरी हो रही है, और सभी होटल और रेस्तरां भी पर्यटकों से भरा हुआ हैं.

रोजाना तीन हज़ार पर्यटक रणथंभौर टाईगर सफारी कर रहे है
रणथंभौर में प्रतिदिन तकरीब साढ़े तीन हज़ार पर्यटक रणथंभौर टाईगर सफारी कर रहे है . बावजूद उसके सैंकड़ो पर्यटक ऐसे भी है , जिन्हें टाईगर सफारी नसीब नहीं हो पा रही है . रणथंभौर में दो पारियों में पर्यटक टाईगर सफारी पर जाते है . जिनके लिए वन विभाग द्वारा 140 कैंटर एंव जिप्सी सुबह की पारी में एंव इतने ही शाम की पारी में पार्क भ्रमण पर पर्यटक वाहन जा रहे है , बावजूद उसके पर्यटकों का दबाव इतना है कि कई पर्यटक रणथंभौर पहुंचने के बाद भी टाईगर सफारी नही कर पा रहे है , जिन पर्यटकों को टाईगर सफारी मिल रही है वे पर्यटक बाघ - बाघिन एंव शावकों सहित अन्य वन्यजीवों की स्वछंद अठेखेलिया देख आनंदित हो रहे है , वही जिन पर्यटकों को टाईगर सफारी नही मिल पा रही है वे मायूस होकर लौट रहे है .

पर्यटकों की कठिनाईयां:

पर्यटकों के बढ़ते दबाव के कारण, जो रणथंभौर आने वाले पर्यटकों पर हो रहा है, उनके लिए कई कठिनाईयां उत्पन्न हो रही हैं. कुछ पर्यटक बिना टाईगर सफारी के टिकट कन्फर्म हुए अचानक रणथंभौर आ रहे हैं, और होटलों में जगह नहीं मिल रही है. इससे पर्यटकों को भारी समस्याएं उठानी पड़ रही हैं. कुछ पर्यटक तीन दिनों तक टाईगर सफारी के लिए टिकट प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं, जबकि जिन्हें सफारी की कन्फर्म बुकिंग है, वे भी अत्यधिक दबाव महसूस कर रहे हैं.

दलालों का दबाव:

इस अधिक दबाव के चलते रणथंभौर में कुछ दलाल भी सक्रिय हैं, जो पर्यटकों को भ्रांति में डालकर अनचाहे दाम मांग रहे हैं. कुछ पर्यटकों ने बताया है कि ये दलाल उन्हें टिकट देने के नाम पर अधिक राशि वसूल कर रहे हैं, जिससे उन्हें अत्यधिक मूल्य देना पड़ रहा है. अचानक रणथंभौर आने वाले और टाईगर सफारी पर नहीं जा पाने वाले पर्यटकों ने बताया कि दलाल कैंटर के सीट दिलाने के नाम पर 806 रुपये के बदले साढ़े तीन तीन हजार और आठ हजार की जिप्सी के 25 से 30 हजार रुपये मांग रहे है ,उसके बाद भी टाईगर सफारी की कोई गारंटी नहीं है . 

सीसीएफ के प्रमुख पी.काथरिवेल की अपील
सीसीएफ के प्रमुख पी.काथरिवेल ने रणथंभौर आने वाले पर्यटकों से एक सप्ताह तक रणथंभौर नहीं आने की अपील की है ताकि वहां के नेचर गाइडों और वन विभाग को साफ सुविधा दी जा सके. इसका मुख्य उद्देश्य पर्यटकों को परेशानी से बचाना है और सुरक्षित तरीके से सफारी का आनंद लेने का आह्वान करना है. सीसीएफ ने वादा किया है कि वह इस समस्या का समाधान करने के लिए सहायक होंगे और पर्यटकों को उचित तरीके से मदद पहुंचाएंगे.

वन विभाग की कठिनाईयां:

रणथंभौर में इस बढ़ते पर्यटन के कारण वन विभाग के कर्मचारियों को भी कई समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं. प्रतिदिन लगभग तीन हजार पर्यटक रणथंभौर टाईगर सफारी कर रहे हैं, और यह तादाद बढ़ती ही जा रही है. टाईगर सफारी के लिए ज़रूरतमंद टिकट प्राप्त करने में भी उन्हें कई कठिनाईयां आ रही हैं. वन विभाग ने विशेष रूप से आगामी सप्ताह तक रणथंभौर में पर्यटकों को नहीं आने के लिए अपील की है ताकि अधिकाधिक दबाव न हो, और पर्यटक आराम से सफारी का आनंद ले सकें.

रणथंभौर में पर्यटकों के बढ़ते दबाव के कारण वहां के स्थानीय प्रशासन और वन विभाग ने इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान देने का आलोचना की है. वहां के प्रमुख ने विशेष रूप से पर्यटकों से निवेदन किया है कि वे सफारी के लिए टिकट सीधे और आधिकारिक तरीके से खरीदें और दलालों से बचें. वह यह भी वादा कर रहे हैं कि टाईगर सफारी के लिए और भी अधिक टिकट उपलब्ध कराएंगे ताकि पर्यटकों को अधिक सुविधा हो.

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