राजस्थान के मुसलमानों पर भाजपा की नजर, कट्टर नहीं सॉफ्ट हिंदुत्व के सहारे 2023 का दंगल जीतने की तैयारी!
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राजस्थान के मुसलमानों पर भाजपा की नजर, कट्टर नहीं सॉफ्ट हिंदुत्व के सहारे 2023 का दंगल जीतने की तैयारी!

Rajasthan Bjp Focus on Muslims : BJP की नई रणनीति, कर्नाटक के बाद भाजपा का मुस्लिमों पर फोकस भाजपा इन चुनाव में अपनी कट्टर हिंदुत्व छवि से परे हटकर सॉफ्ट हिंदुत्व की ओर बढ़ेगी

 

राजस्थान के मुसलमानों पर भाजपा की नजर, कट्टर नहीं सॉफ्ट हिंदुत्व के सहारे 2023 का दंगल जीतने की तैयारी!

Rajasthan Bjp Focus on Muslims : कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद इस साल होने वाले पांच राज्यों के चुनाव में नई रणनीति अपना रही है. भाजपा इन चुनाव में अपनी कट्टर हिंदुत्व छवि से परे हटकर सॉफ्ट हिंदुत्व की ओर बढ़ेगी. यही कारण है कि बीजेपी अब  हिंदुत्व के साथ साथ मुस्लिम वोटों को साधने की कोशिश में जुट गई है. बीजेपी ने मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने पर  महा जनसंपर्क अभियान के दौरान मुस्लिम वोटर से भी संपर्क साधेगी.

इसके लिए राष्ट्रीय प्रभारी के तौर पर राजस्थान के हुसैन खान को जिम्मा सौंपा है. वहीं राजस्थान में अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश महामंत्री अमीर मेवाती दो प्रदेश संयोजक बनाया है. इसमें खास बात ये है कि ये सभी प्रभारी देश के 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों में दिनों में मोदी सरकार की योजनाओं का प्रचार प्रसार के लिए अल्पसंख्यक समुदाय के बीच सम्मेलन करेंगे ,जिसमे महिला , सूफी , प्रबुद्धजन सम्मेलन होंगे. बीजेपी ने यह कवायद अपनी कट्टरवादी छवि को बदलने के लेकर शुरू की है.

दरअसल अल्पसंख्यकों को लेकर बीजेपी हमेशा से ही विपक्षी पार्टियों के निशाने पर रही है. साल 2014 में मोदी सरकार के आने के बाद विपक्षी पार्टियों के हमले और तेज हो गए हैं. अब कांग्रेस समेत अन्य पार्टियों के हमलों को काउंटर करने के लिए बीजेपी ने बड़ी रणनीति तैयार कर ली है.  बीजेपी ने अपने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक मोर्चे को सभी अल्पसंख्यकों को साधने की बड़ी जिम्मेदारी दी है. राष्ट्रीय प्रभारी नियुक्त हुए हुसैन खान ने बताया कि आगामी दिनों में देश के 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों में बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चे की ओर से सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे.

मुस्लिम विरोधी छवि खत्म करेंगे

इसके लिए अल्पसंख्यक मोर्चे की ओर से सबसे पहले प्रदेश, जिला और फिर मंडल स्तर पर एक संयोजक और चार सह संयोजक की टीम खड़ी की जा रही है.  उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में प्रदेश स्तर और जिला स्तर पर  एक संयोजक और चार सह संयोजक बनाए जाएंगे. इसके बाद मंडल स्तर पर भी टीमों का गठन किया जाएगा. यहां भी सह प्रभारी बनाएं जाएंगे. ये भी कार्यकर्ता अलग अलग कार्यक्रम के जरिये विपक्षी पार्टियों की और से भाजपा की अल्पसंख्यक विरोधी छवि को खत्म करने का काम करेंगे. केंद्र सरकार की योजनाओं में अल्पसंख्यक समुदाय को मिलने वाले लाभ की जानकारी एक एक मुस्लिम घर तक पहुँचाया जायेगा.  

हुसैन खान ने बताया कि मोदी सरकार में  300 से ज्यादा योजना जन कल्याण की चलाई जा रही है   केंद्र की किसी भी योजनाओं को धर्म के नाम पर नहीं बांटा है , इतना ही नहीं  अल्पसंख्यकों के लिए अलग से भी योजना चलाई गई है. उन्होंने कहा कि देश में अनुमानित 17 फीसदी मुस्लिम समुदाय है लेकिन योजनाओं का लाभ 30 से 35 फीसदी मिला है , यानी पॉपुलेश के आंकड़ों में भी देखे तो दो गुना ज्यादा लाभ मिला है. हुसैन ने कहा कि अल्पसंख्यक मोर्चा के कार्यकर्ता मोदी सरकार की योजनाओं से लाभान्वित अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के घर पर दस्तक देंगे. पीएम नरेंद्र मोदी के सफलतम 9 वर्ष सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण महा जनसंपर्क अभियान के तहत सूफी संवाद, प्रबुद्ध जनों के साथ बैठकर,  महिला सम्मेलन, अल्पसंख्यक पसमांदा समाज सम्मेलन ,लाभार्थियों के साथ सेल्फी सहित अलग अलग कार्यक्रम करेंगे.

65 लोकसभा सीटों पर विशेष फोकस

हुसैन खान ने बताया कि देश में 545 लोकसभा सीटें हैं , जिसमे से 65 ऐसी लोकसभा सीटें 40 फीसदी तक अल्पसंख्यक समुदाय है . इसी तरह से देश में 4 हजार 109 विधानसभा सीटें है जिसमे से 750 से ज्यादा सीटों पर मुस्लिम समाज 35 से 40 फीसदी होने का दावा करता रहा है. इस  महा जनसंपर्क अभियान में इन लोकसभा और विधानसभा सीटों पर विशेष फोकस किया जाएगा.  खास बात है ये है कि इन सम्मेलन में महिलाओं और सूफी संतों पर ज्यादा फोकस होगा ताकी बीजेपी से अल्पसंख्यक समुदाय जुड़ सके. इस अभियान के तहत अल्पसंख्यक बहुल सीटों पर 5 हजार मोदी मित्र बनाए जाएंगे. हुसैन खान ने बताया कि आने वाले दिनों में दिल्ली में भी बड़ा सम्मेलन आयोजित किया जाएगा , जिसमे बीजेपी के राष्ट्रीय नेता शामिल होंगे .

बीजेपी का दावा-अल्पसंख्यकों को मिला फायदा

- 300 योजना का 30 से 35 फीसदी अल्पसंख्यकों को मिला फायदा,
- देश में 11 करोड़ शौचालय में 2.9 करोड़ अल्पसंख्यकों के लिए बने,
- 9 करोड़ गैस कनेक्शन में 2.8 करोड़ अल्पसंख्यक,
- 46 करोड़ जनधन खातों में से 30 फीसदी अल्पसंख्यकों के खुले
- 4 करोड़ आवास योजना में 40 लाख अल्पसंख्यक,
- जनधन बीमा योजना , मुद्रा लोन योजना में 20 फीसदी लोन अल्पसंख्यक को लाभ मिला
- गरीब कल्याण योजना 30 फीसदी फायदा अल्पसंख्यक समुदाय को मिला.

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