Jhunjhunu Politics: कांग्रेस की जिले में 7 टिकटों के लिए 85 दावेदार, खेतड़ी में पति के सामने पत्नी, ससुर के सामने बहु टिकट दावेदार, उदयपुरवाटी में बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने नहीं मांगी टिकट, फिर भी उदयपुरवाटी में सर्वाधिक 33 दावेदार लाइन में
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Jhunjhunu Politics: झुंझुनूं में कांग्रेस में ब्लॉक और जिला स्तर पर टिकट आशार्थियों के आवेदन का काम पूरा हो चुका है. जिला कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सभी आवेदन प्रस्तुत कर दिए है. जिसमें बड़े दिलचस्प समीकरण सामने आ रहे है. सर्वाधिक 33 दावेदार उदयपुरवाटी विधानसभा से है. जहां पर मौजूदा विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने टिकट नहीं मांगा है. वहीं अब वे शिव सेना में शामिल हो गए है. लेकिन कांग्रेस से ना तो इस्तीफा दिया है और ना ही कांग्रेस ने उन्हें निष्कासित किया है.
उदयपुरवाटी में कुल 33 में 20 से ज्यादा दावेदार सैनी जाति से है. इसी तरह खेतड़ी में पति के सामने पत्नी और ससुर के सामने बहु ने टिकट की दावेदारी की है. हालांकि ये फ्रेंडली मैच जैसा है. लेकिन आवेदन करना ही दिलचस्प है. ये टिकट आवेदन केवल इसी सोच—समझा के साथ किए गए है कि मुझे नहीं तो इसे दे दो. पर टिकट घर में ही रहनी चाहिए. ऐसे ही हरियाणा मूल के राजस्थान कैडर के आईपीएस अधिकारी झुंझुनूं में अपनी राजनीति चमकाने के लिए टिकट की लाइन में खड़े है. तो वहीं दूसरी विधानसभा में जाकर विधायक बनने का सपना भी कई नेता देख रहे है. विधानसभा क्षेत्रों से कांग्रेस की टिकट चाहने वालों के नाम पर गौर करें तो कई राजनीति समीकरण बनते—बिगड़ते दिख रहे है.
पिलानी विधानसभा से कांग्रेस की टिकट 16 जनों ने मांगी है. इनमें से सात रिटायर्ड अधिकारी है तो वहीं एक रिटायर्ड अधिकारी का बेटा है. इनमें रिटायर्ड आईएएस जेपी चंदेलिया मौजूदा विधायक है. तो वहीं रिटायर्ड आईपीएस आरपीसिंह तथा रामकुमार वर्मा, रिटायर्ड पीडब्लूडी एक्सईएन छोटूराम प्रेमी शामिल है. वहीं शिक्षा विभाग में संयुक्त निदेशक के पद से वीआरएस लेकर पितराम काला तथा शिक्षा विभाग में ही सैकंड ग्रेड टीचर के पद से वीआरएस लेकर रामस्वरूप सिंह चुनाव मैदान में कूदने को तैयार है. इधर, दिल्ली सरकार में एएओ सज्जन सिंह ने भी वीआरएस लेने की तैयारी कर ली है. इन सभी ने कांग्रेस से टिकट मांगा है. टिकट की लाइन में स्वायत्त शासन विभाग से कमिश्नर के पद से रिटायर बीएल मेहरड़ा के पुत्र प्रशांत मेहरड़ा भी शामिल है. इसके अलावा चिड़ावा के पूर्व उप प्रधान रणधीर सिंह, चिड़ावा नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन ओमप्रकाश बसवाला, पीसीसी सदस्य रणजीत चंदेलिया, ईएनटी रोग विशेषज्ञ डॉ. हरिसिंह सांखला, मधु खन्ना, अनुराग जोया ने भी टिकट के लिए आवेदन किया है.
कांग्रेस की टिकट के सर्वाधिक कहीं पर है तो वो है उदयपुरवाटी विधानसभा. जहां पर सर्वाधिक 33 कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता विधानसभा की टिकट मांग रहे है. लेकिन सर्वाधिक दावेदार होने के बावजूद गहलोत सरकार से बर्खास्त किए गए मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने टिकट के लिए आवेदन नहीं किया है. इन सर्वाधिक दावेदारों में एक खास बात यह भी है कि इनमें 20 से ज्यादा दावेदार तो माली बिरादरी के है. इसी बिरादरी से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आते है. टिकट मांगने वालों में पिछली बार कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ने वाले भगवानाराम सैनी, शांति एवं अहिंसा विभाग के जिला संयोजक व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी मुरारी सैनी, यूथ कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष सुधींद्र मूंड, यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सुनिल झाझड़िया प्रमुख दावेदारों में है.
उदयपुरवाटी से पूर्व विधायक रामेश्वरलाल सैनी की बेटी मीनू सैनी तथा पूर्व विधायक भोलाराम सैनी के पुत्र श्रवण सैनी ने भी चुनाव मैदान में कूदने के लिए कांग्रेस की टिकट मांगी है. इसके अलावा रविंद्र भडाना, मोहर सिंह सोलाना, रामकरण सैनी, रोहिताश्व बिजारणियां, डॉ. नरेंद्र सिंह गिल, संदीप सैनी, धन्नाराम सैनी, मदनलाल, दुर्गासिंह, शांति मंगलचंद सैनी पौंख, गोकुलचंद जाट, केशरदेव सैनी, शिवनाथ सिंह, अजय तसीड़, रिटायर्ड नायब तहसीलदार मंगलचंद सैनी, कृष्णकुमार सैनी, श्यामाराम सैनी, चेयरमैन एडवोकेट रामनिवास सैनी, अशोक पूनियां, मातादीन शर्मा, पूर्व प्रधान विद्याधर सिंह, राजेंद्र सिंह, सुखराम सैनी, सुनिता देवी राकेश जमालपुरिया, विश्वेश्वरलाल सैनी, प्रभातीलाल सैनी तथा मुकेश सैनी ने भी टिकट के लिए आवेदन किया है.
कांग्रेस की टिकट मांगने वालों में सर्वाधिक कम संख्या मंडावा और नवलगढ़ विधानसभा क्षेत्र से है. मंडावा की बात करें तो मंडावा में मौजूदा विधायक रीटा चौधरी के अलावा अख्तर हुसैन तथा मोहम्मद सदीक ने टिकट की मांग की है. तो वहीं नवलगढ़ में सीएम सलाहकार व मौजूदा विधायक डॉ. राजकुमार शर्मा के अलावा मोईनुद्दीन खान तथा प्रभातीलाल सैनी चिराना ने टिकट के लिए आवेदन किया है. यहां पर लगभग मौजूदा विधायकों के टिकट इन आवेदनों को देखते हुए लगभग तय से है.
सूरजगढ़ विधानसभा में कांग्रेस की टिकट के लिए 10 नेताओं ने आवेदन किया है. इसमें सबसे दिलचस्प और सियासी हलचल पैदा करने वाला आवेदन एडवोकेट अरविंद कुमार बलवदा का है. जी, हां एडवोकेट अरविंद कुमार बलवदा जोधपुर यूनिवर्सिटी छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष रह चुके है. तथा राजस्थान हाईकोर्ट में सरकार की ओर से एएजी है. जिनको सीएम अशोक गहलोत का करीबी माना जाता है. वहीं पूर्व विधायक श्रवण कुमार और उनके नजदीकी पीसीसी सदस्य शेरसिंह नेहरा भी टिकट के लिए आवेदन किया है. इसके अलावा मंत्री बृजेंद्र ओला गुट की सुनिता धतरवाला के आवेदन के अलावा करणी ओला, सत्येंद्र सिंह यादव, सतवीर सिंह, विनोद पूनियां, मनफूल डैला, धर्मवीर सिंह लांबा ने भी कांग्रेस से टिकट की मांग की है.
खेतड़ी में टिकट चाहने वालों के आवेदन बड़े दिलचस्प है. एक तरह से देखा जाए तो टिकट चाहने वाले नेताओं ने खुद के साथ परिवार का आॅप्शन भी अप्रत्यक्ष रूप से कांग्रेस संगठन को दिया है. मौजूदा विधायक एवं सीएम सलाहकार डॉ. जितेंद्र सिंह ने खुद के लिए भी टिकट का आवेदन किया है तो अपनी पुत्रवधु डॉ. सोनिया गुर्जर का आवेदन भी दिलवाया है. इसी तरह खेतड़ी चेयरमैन गीता देवी तथा उनके पति पार्षद लीलाधर सैनी, दोनों ने टिकट के लिए आवेदन किया है. ये आवेदन नजरिए से दिए गए है कि मुझे नहीं तो मेरे परिवार के इस सदस्य को टिकट दे दिया जाए. लेकिन फैसला हाईकमान को करना है.
वहीं पिछली बार झुंझुनूं विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले और पूर्व विधायक डॉ. मूलसिंह शेखावत के पुत्र यशवर्धन सिंह शेखावत ने इस बार खेतड़ी से कांग्रेस की टिकट मांगकर सियासी समीकरण बदलने की चर्चा पैदा कर दी है. आरटीआई कार्यकर्ता के रूप में यशवर्धन सिंह शेखावत ने काम करते हुए टोल के भ्रष्टाचार को खत्म करने का काम किया. वहीं यमुना नहर का पानी झुंझुनूं को दिलाने के लिए कोशिश कर रहे है. लोकसभा चुनावों में यशवर्धन कांग्रेस में शामिल हुए थे. इनके अलावा रामस्वरूप, जिप सदस्य अमरसिंह गुर्जर, शीला गुर्जर, पूर्व विधायक हजारीलाल गुर्जर, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष गोकुलचंद सैनी, ग्यारसीलाल गुर्जर, टिंकू कुमार मित्तल बबाई, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष धर्मवीर, राजपाल ग्रेट ने भी कांग्रेस की टिकट के लिए आवेदन किया है. यहां पर आवेदन करने वालों की संख्या 14 है.
झुंझुनूं विधानसभा में कांग्रेस का सबसे बड़ा वोट बैंक मुस्लिम वोटर है. परिवहन मंत्री बृजेंद्र ओला के जीत का गणित मुस्लिम वोटर्स से ही शुरू होता है. लेकिन इस बार झुंझुनूं विधानसभा के लिए कुल छह कांग्रेसियों ने टिकट मांगी है. इनमें से एक खुद परिवहन मंत्री बृजेंद्र ओला है. शेष पांच के पांच मुस्लिम नेता शामिल है. इन पांच में से भी मदरसा बोर्ड के चेयरमैन एमडी चोपदार का नाम प्रमुख इसलिए है कि वो भी बोर्ड चेयरमैन होने के कारण अपना महत्वपूर्ण स्थान रखते है. इसके अलावा राज्य हज कमेटी के सदस्य रियाज फारूकी, पूर्व सभापति खालिद हुसैन, उपभोक्ता मंच के अध्यक्ष मनोज मील की पत्नी शबाना फारूकी तथा अब्दुल अजीज कच्छावा उदयपुरवाटी ने भी झुंझुनूं से टिकट मांगी है.
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