Nagaur: डेगाना में अघोषित लाइट कटौती का विरोध शुरू, किसान बैठे जीएसएस के बाहर धरने पर
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Nagaur: डेगाना में अघोषित लाइट कटौती का विरोध शुरू, किसान बैठे जीएसएस के बाहर धरने पर

Nagaur: नागौर जिले के डेगाना उपखण्ड के ग्राम पंचायत चुई में पिछले कई दिनों से अघोषित बिजली कटौती कों लेकर किसानों के द्वारा धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है. इसका मुख्य कारण चुई सहित आसपास के ग्रामीण इलाकों में डिस्कॉम के अधिकारियों के द्वारा मनमर्जी से अघोषित बिजली कटौती कर दी जाती है.

 

Nagaur: डेगाना में अघोषित लाइट कटौती का विरोध शुरू, किसान बैठे जीएसएस के बाहर धरने पर

Nagaur: नागौर के डेगाना के ग्राम पंचायत चुई में पिछले कई दिनों से अघोषित बिजली कटौती जारी है, अब इसका विरोध भी शुरू हो गया है,  जिसकी वजह से डिस्कॉम के अधिकारियों से पूरा गांव अंधेरे में रहता है. ग्रामीणों ने जीएसएस के बाहर दिया धरना, सभी फीडरों क़ी काटी लाईन.

चुई में अघोषित बिजली कटौती क़ी समस्या कों लेकर उप सरपंच भुरा राम बिन्दा, उम्मेद राम लीलू, रामाकिशन लीलू,रामकिशोर धाभाई, विकास ओझा, हरी राम सियाक, पहलाद धाभाई, मुला राम धाभाई, देवा राम धाभाई, खींया राम पंवार, देवकिशन गोरा, भंवर लाल सेन, पुखा राम सियाक, नानू राम धाभाई, रवि बैदा सहित ग्रामीणों ने जीएसएस के बाहर गेट पर ताला जड़कर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है.

वहीं, पूर्व सरपंच गजेन्द्र बैंदा ने डिस्कॉम के उच्च अधिकारियों को फोन कर किसानों की समस्याओं से अवगत करवाते हुए जल्द ही बिजली की समस्या हल करने की मांग की.

ग्रामीण लोगों क़ी मांग है कि चुई गांव में पिछले कुछ दिनों से लगातार अघोषित बिजली कटौती की जा रही है. जिसके बारे में डिस्कॉम के अधिकारियों कों सुचना देने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं कर रहे है. ग्रामीण क्षेत्र में शाम कों 5 बजे से रात्रि 10 बजे तक ओर सुबह 5 से सुबह 10 बजे तक अघोषित बिजली कटौती से परेशान होकर ग्रामीण धरने-प्रदर्शन के लिए मजबूर कर दिया.इसको लेकर ग्रामीणों ने कहा कि अघोषित बिजली कटौती कों बंद नहीं किया जायेगा.

तब तक ग्रामीणों के द्वारा धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा. अधिकारियों कों सुचना देने के बाद भी ग्रामीणों नहीं कोई सुनवाई ग्रामीणों के द्वारा डिस्कॉम के अधिकारियों कों सूचना देने के बावजूद कोई भी अधिकारी चुई जीएसएस पर आने के लिए स्वीकार नहीं कर रहे है. इसकी वजह से ग्रामीणों का आरोप है कि अघोषित बिजली कटौती में डिस्कॉम के अधिकारियों की मनमर्जी साफ दिख रही है.

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