बिना बीज का नींबू, गोबर से वर्दी और केले के फाइबर से सैनेटरी पैड, कोटा में देश का पहला कृषि महोत्सव
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बिना बीज का नींबू, गोबर से वर्दी और केले के फाइबर से सैनेटरी पैड, कोटा में देश का पहला कृषि महोत्सव

Kota : प्रदेश के कृषि प्रधान अंचल हाड़ौती में क्षेत्र के हजारों किसानों के साथ कृषि वैज्ञानिकों, केंद्र और राज्य के कृषि विभाग के अधिकारियों और प्रगतिशील कृषकों के साथ कृषक उपकरण निर्माता कंपनियों और केंद्र और राज्य सरकार के मंत्रियों के जमावड़े के साथ कृषि महोत्सव शिक्षण एवं प्रदर्शनी नाम से कृषि महाकुंभ आयोजित हो रहा .

बिना बीज का नींबू, गोबर से वर्दी और केले के फाइबर से सैनेटरी पैड, कोटा में देश का पहला कृषि महोत्सव

Kota : लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की पहल पर कोटा बूंदी संसदीय क्षेत्र में हो रहे अपनी तरह के इस पहले कृषि नवाचार में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी, प्रदेश के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया और सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना भी मौजूद रहे. इस दो दिवसीय महोत्सव के पहले दिन का आकर्षण कृषि स्टार्टअप के साथ नवीन क्रांतिकारी कृषि तकनीकों का किसानों से परिचय कराने के साथ ही विभिन्न तरह के कृषि परीक्षण और प्रशिक्षण रहे.

खेती किसानी के क्षेत्र में सबसे क्रांतिकारी आविष्कार माने जा रहे कृषि ड्रोन को दशहरा मैदान कोटा में उड़ते देखकर कोटा बूंदी संसदीय क्षेत्र के किसान रोमांचित नजर आए.  दो दिवसीय कृषि महोत्सव में सरकार से मान्यता और फंडिंग हासिल कर चुके कृषि क्षेत्र के 75 क्रांतिकारी स्टार्ट के साथ ही आधुनिक और उन्नत कृषि तकनीक की जानकारी देती डेढ़ सौ कृषि स्टॉल्स भी लगाई गई हैं, जो स्थानीय किसानों के आकर्षण का केन्द्र रही.

लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की पहल पर केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय और राज्य सरकार की कृषि मंत्रालय की तरफ से इस कृषक महाकुंभ का आयोजन कोटा में हो रहा है.

केंद्र और राज्य सरकार के मंत्रियों के साथ महोत्सव का शुभारंभ करते हुए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने ऐलान किया है कि प्रदेश का कृषि प्रधान अंचल हाडौती जल्द ही कृषि क्षेत्र में जैविक और उन्नत खेती के एक मिश्रित मॉडल के साथ एक नई कृषि क्रांति का उदाहरण बनेगा और देश दुनिया से लोग हाड़ौती के खेतों को देखने के लिए आएंगे.

कृषि महोत्सव में शिरकत करते हुए केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने किसानों की मांग पर ऐलान किया कि अब ये कृषि महोत्सव दो दिनों के निर्धारित समय के बाद किसानों के लिये तीसरे दिन भी खुला रहेगा.

केंद्रीय मंत्री चौधरी ने इस दौरान मोदी सरकार की किसान कल्याण से जुड़ी योजनाएं और उपलब्धियां विस्तार से गिनाई और दावा किया कि 2013 का महज 23,000 करोड़ का कृषि बजट मोदी सरकार ने बढ़ाकर 1,32,000 करोड़ कर दिया है और किसान सम्मान निधि के मार्फत पर 60 से 65 हजार करोड़ रुपए किसानों के खातों में सीधे पहुंचाकर किसान को आत्मनिर्भर बनाने की दर्जनों नई योजनाएं संचालित की जा रही है.

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समारोह को संबोधित करते हुए प्रदेश के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने दावा किया कि प्रदेश सरकार ने किसानों की कर्ज माफी का वादा पूरा किया है और सहकारिता क्षेत्र में कृषक कल्याण योजनाओं का राजस्थान में लगातार प्रसार हो रहा है.

दावा किया जा रहा है कि कोटा में हो रहे देश के अपनी तरह के इस पहले कृषि महोत्सव में 2 दिनों में कोटा बूंदी के करीब 35 से 40 हजार किसान शरीक होंगे और यहां खासतौर पर तैयार किए गए 3 सेमिनार हॉल में कृषि वैज्ञानिकों और प्रगतिशील किसानों से एक समय में एक साथ 750 किसान खास तरह का उन्नत कृषि प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं.

देखना होगा कि उपजाऊ मिट्टी और पानी की प्रचुरता वाले कृषि प्रधान हाड़ौती अंचल में कृषि महोत्सव का आयोजन खेती को तकनीक से कितना जोड़ पाता है और किसान को जैविक खेती की तरफ लौटा कर खेती के उन्नत तरीकों से जोड़ने के मिशन के कैसे नतीजे लाता है..

दावा ये भी किया जा रहा है कि यही वो तरीका है जिसे अपनाकर किसान को सरकार प्रोसेसिंग और वैल्यू एडिशन तक ले जाना चाहती है और यहीं किसानों की आय दोगुनी करने का रोडमैप भी हैं.

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