Kota News: बहरोड़ के रिहायशी इलाके में आज करीब 11 बजे पैंथर देखा गया. वह सबलपुरा मोहल्ला में बनी हुई राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नंबर-03 स्कूल के पास लकड़ियों में छिपा हुआ था. करीब 12:30 बजे इसकी सूचना वन विभाग को दी गई. बहरोड़ से वन विभाग की टीम ने जब सर्च किया, तो पैंथर वहां से निकलकर खेतों की ओर भाग गया. उसके बाद कॉलोनी से निकलकर जैतपुरा मोहल्ले के पुरानी हवेली में जाकर छिप गया.
पैंथर होने की सूचना बहरोड़ वन विभाग की टीम ने सरिस्का वन विभाग को दी. थाना अधिकारी महेश तिवारी के नेतृत्व में पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे. यहां शोरगुल सुनकर एकबार पैंथर बाहर निकला, जिससे मौके पर मौजूद भीड़ में भगदड़ मच गई.
करीब 2:30 बजे ट्रेंकुलाइज एक्सपर्ट डॉ दीनदयाल मीणा के नेतृत्व टीम बहरोड़ पहुंचे. पैंथर को बाहर निकालने के लिए पटाखें फोड़े गए. यहां से पैंथर निकलकर मकानों की छत से दौड़ता हुआ दूसरे मकान में घुस गया. यहां पटाखें फोड़े गए तो वहां से भागकर तीसरे खंडहर में जा घुसा. फिर शाम 6:30 बजे ट्रेंगुलाइज कर वन विभाग की टीम सरिस्का लेकर गई.
जब लेपर्ड को ट्रेंकुलाइज किया उसके बाद बड़ी संख्या में युवाओं महिलाओं और लोगों की भीड़ जमा हो गई. लेपर्ड को अपने कमरे में कैद करने की होड़ में लगी रही. जब लेपर्ड को पकड़ लिया तो युवाओं और लोगों ने भारत माता के जयकारे भी लगाए.
डॉ दीनदयाल मीणा, सरिस्का फोरेस्टर अभिषेक सिंह शेखावत, थानाधिकारी महेश तिवाड़ी, राधेश्याम यादव, दिनेश कुमार, रेंजर हंसराज यादव, फोरेस्टर पंकज कुमार, अशोक कुमार देवेंद्र कुमार, रामसिंह, सत्यवीर सिंह, स्नैक रेस्क्यू मुकेश कुमार, सुनील कुमार यादव के साथ ही स्थानीय पार्षद ओर गणमान्य लोग मौजूद रहे. जिन्होंने लेपर्ड को पकड़वाने में बहुत ज्यादा मदद की.
ट्रेंगुलाइज एक्सपर्ट डॉ दीनदयाल मीणा ने कहा एक मेल लेपर्ट जिसकी उम्र करीब 5-6 साल है. उसे पड़ने में देरी इस लिए हुई कि भीड़ बहुत ज्यादा थी. कई बार लेपर्ट ने जगह चेंज की। लेकिन उसे पकड़ लिया है. यह आसपास क्षेत्र से ही आया है, जिसे उच्च अधिकारियों के निर्देश दिए सरिस्का ले जाया गया है.