Kota Municipal Corporation: कोटा में 1 हजार भवनों को फायर विभाग का नोटिस, सीज किये जाएंगे अवैध बिल्डिंग्स
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Kota Municipal Corporation: कोटा में 1 हजार भवनों को फायर विभाग का नोटिस, सीज किये जाएंगे अवैध बिल्डिंग्स

कोटा में ऐसी लगभग 1 हजार बिल्डिंग्स है जिन्हें नगर निगम कोटा की फायर टीम ने नोटिस जारी किए है. नोटिस के बाद इन बिल्डिंग्स संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है. कोटा नगर निगम के CFO राकेश व्यास के मुताबिक जिन हाइराइज बिल्डिंग्स में नेशनल बिल्डिंग कोड के मापदंडों के अनुसार फायर सेफ्टी उपकरण नहीं है उन्हें नोटिस जारी कर हिदायत दी गई है. 

Kota Municipal Corporation: कोटा में 1 हजार भवनों को फायर विभाग का नोटिस, सीज किये जाएंगे अवैध बिल्डिंग्स

Kota Municipal Corporation: शहर में अवैध बिल्डिंग्स की भरमार है. पूरे कोचिंग इलाकों में हर तरफ हाइराइज बिल्डिंग्स तैनात है लेकिन इन बिल्डिंग्स में फायर सेफ्टी का कोई इंतजाम नहीं है.यानि यदि बिल्डिंग्स में आग लग जाती है तो आग से निबटने के लिए वहां किसी तरह के सुरक्षा इंतजाम नहीं है. ये हाइराइज बिल्डिंग्स फायर सुरक्षा के मापदंडों पर पूरी तरह फेल हैं. कोचिंग सिटी कोटा में ऐसी लगभग 1 हजार बिल्डिंग्स है जिन्हें नगर निगम कोटा की फायर टीम ने नोटिस जारी किए है. इन ज्यादातर बिल्डिंग्स में कोचिंग छात्र रहते है.

नोटिस के बाद इन बिल्डिंग्स संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है. कोटा नगर निगम के CFO राकेश व्यास के मुताबिक जिन हाइराइज बिल्डिंग्स में नेशनल बिल्डिंग कोड के मापदंडों के अनुसार फायर सेफ्टी उपकरण नहीं है उन्हें नोटिस जारी कर हिदायत दी गई है कि वे जल्द से जल्द फायर सेफ्टी उपकरण बिल्डिंग्स में लगाएं. यदि ऐसा नही किया जाता है तो ऐसी बिल्डिंग्स को सीज कर दिया जाएगा. निगम द्वारा हॉस्टल्स, होटल्, मल्टीस्टोरी, बियर बार, हॉस्पिटल्स, आदि को ये नोटिस जारी किए गए है.CFO व्यास के मुताबिक इनमें से कई बिल्डिंग्स को दूसरी बार ये नोटिस जारी किए गए है.

जिन भवनों को दूसरी बार ये नोटिस जारी किए गए हैं. उनमें जल्द निगम की टीम अतिसंवेदनशील बिल्डिंग्स जो अग्निशमन की दृष्टि से रिस्की हैं. इन्हें चिन्हित कर उन्हें सीज कार्यवाही करेगी. वहीं व्यास के मुताबिक होस्टल एसोसिएशन सहित कई बिल्डर्स ने उन्हें आश्वस्त किया है कि वे जल्द फायर फाइटिंग का सेटअप बिल्डिंग में कर लेंगे. निगम की फायर टीम ने सीज कार्यवाही शुरू करने के लिए बिल्डिंग्स को चिन्हित करने का कार्य शुरू कर दिया है.कोटा उत्तर और दक्षिण दोनों निगमों में ये कार्यवाही की जानी है.

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क्योंकि कोटा को पूरे देश मे कोचिंग सिटी के नाम से जाना जाता है, जहां डेढ़ से दो लाख छात्र प्रतिवर्ष देश के कोने कोने से कोटा पहुंचते है जो इन बिल्डिंग्स में रहते है. ऐसे में उनकी सेफ्टी और शहर को वेल इक्यूपड बनाने, शहर का सुनियोजित विकास करने के लिए शहर की हर बिल्डिंग को सुरक्षित बनाना आवश्यक है.CFO राकेश व्यास ने बताया कि नेशनल बिल्डिंग कोड के अनुसार अलग अलग बिल्डिंग्स की साइज के मुताबिक अलग अलग मापदंड निर्धारित किये गए हैं, लेकिन टेरिस पम्प, हाइड्रेट पॉइंट, एमसीपी हूटर, अलार्म सिस्टम,फायर एक्सटेगुइशर, आदि होना आवश्यक है.

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