Trending Video : कोटा में आधी रात को सांडों का दंगल, 1 घंटे तक लोग जान बचाते हुए भागे, पार्षद को भी बड़ा नुकसान
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Trending Video : कोटा में आधी रात को सांडों का दंगल, 1 घंटे तक लोग जान बचाते हुए भागे, पार्षद को भी बड़ा नुकसान

Kota Bull Fight: कोटा में आवारा सांड का दंगल पार्षद के घर घुसा : पार्षद की स्कूटी सहित 2 बाइक श्रतिग्रस्त हुई,1 घंटे तक लोग जान बचाते हुए भागे

 

Trending Video : कोटा में आधी रात को सांडों का दंगल, 1 घंटे तक लोग जान बचाते हुए भागे, पार्षद को भी बड़ा नुकसान

Kota Bull Fight: कोटा जिले के रामगंजमंडी शहर में आवारा मवेशियों का आतंक आये दिन देखने को मिल है. पूर्व में भी Zee राजस्थान ने आवारा मवेशियों से परेशान शहर वासियों को खबर को प्राथमिकता से दिखाई थी परंतु उसके बाद भी पालिका प्रशासन ने अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की. वहीं बुधवार को देर रात फिर आवारा सांडो का भीषण दंगल देखा गया. सांडों की लड़ाई देख लोगों में जान बचाने को लेकर भगदड़ मच गई. आवारा सांड लड़ते-लड़ते पालिका पार्षद बच्चन सिंह सलूजा के घर में घुस गए. जहां पार्षद की स्कूटी श्रतिग्रस्त हो गई. साथ ही इस भीषण दंगल में 2 बाइक ओर श्रतिग्रस्त हुई है.

लोग आवारा सांडों की लड़ाई को शांत करवाने में जुड़े रहे. तो कुछ ने अपने वाहनों को इस दंगल से बचाया. सांडो ने एक चाय होटल की टेबलों को भी रोड पर फैंक दिया. आवारा सांडो के बेकाबू दंगल से लोगो में भय बना हुआ है. गनीमत यह रही कि इस लड़ाई में कोई व्यक्ति चपेट में नही आया,ऐसे में बड़ा हादसा टल गया. इस घटना को पार्षद ने पालिका की लापरवाही बताई है. नगर पालिका में कही सालो से आवारा मवेशियों की जटिल समस्या बनी हुई है. पालिका ने भी टेंडर जारी कर इन मवेशियों पर नियंत्रण पाना चाहा. लेकिन सब फाइलों तक ही समिति रह गये है.

वही देखा जाये तो पिछले एक साल में 7 राहगीरों को आवारा मवेशियों ने चोटिल किया है. वही कई फुटकर ठेला गाड़ी,बाइक आदि को लड़ाई में श्रतिग्रस्त कर आमजन को नुकसान पहुंचाया है. सलूजा ने कहा कि घटना रात 10 बजे कि है. गनीमत रही कि परिवार का कोई सदस्य बाहर नहीं था. सांड लड़ते हुए आए और घर में घुस गए. स्कूटी बाहर ही खड़ी थी. जो सांडो से तोड़ दी. पालिका को आवारा मवेशियों को शहर से मुक्त करना चाहिए किसी दिन बड़ा हादसा हो जायेगा तो पालिका ही उसकी जिम्मेदार होंगी.

उधर मामले में पालिकाध्यक्ष देवीलाल सैनी का कहना है कि पालिका ने पिछले एक साल में शहर को आवारा मवेशियों से मुक्त करवाने का प्रयास किया. टेंडर प्रक्रिया कर 200 आवारा मवेशियों को शहर के बाहर छोड़ा गया. आवारा सांडो की नसबंदी करवाई गई. कुछ मवेशी है जो फिर से लौट कर आ गए. गौ शालाएं इन मवेशियों रखना नही चाहती. पिछला टेंडर खत्म हो गया है. जल्द ही मवेशियों को पकड़ने का टेंडर जारी किया जायेगा. शहर में 5 - 7 आवारा सांड है इनको जल्द ही शहर ने निकाला जाएंगा. ताकि आमजन को राहत मिल सके.

 

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