Rajasthan government: चंबल, नादौती, सवाई माधोपुर पेयजल परियोजना के लिए 4623 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए हैं, परियोजना के लिए स्वीकृति मिलने पर करौली-धौलपुर सांसद का करौली में नागरिक अभिनंदन किया गया. इस दौरान सांसद ने विभिन्न समस्याओं पर भी चर्चा की.
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Rajasthan government: करौली सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता में सांसद डॉ. मनोज राजोरिया ने बताया कि चंबल पांचना जगर परियोजना के लिए डीपीआर बनकर तैयार है, राज्य सरकार अगर अपना हिस्सा देती है, तो क्षेत्र के लोगों को एक महत्वपूर्ण योजना का भी लाभ मिलेगा. सांसद ने कहा कि राजस्थान सरकार ईआरसीपी पर राजनीति कर रही है. राज्य सरकार जल्द से जल्द डीपीआर को रिवाइज कर भेजें.
केंद्र सरकार ने सहमति दी
जिससे लोगों को पेयजल योजना का लाभ मिल सके. इस दौरान सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री ने संसदीय क्षेत्र के लिए दो महत्वपूर्ण योजनाओं को स्वीकृति दी है. जिनमें चंबल, करौली,सवाई माधोपुर चंबल परियोजना और धौलपुर में कालीतीर धौलपुर पेयजल परियोजना चंबल करौली सवाईमाधोपुर पेयजल परियोजना के लिए केंद्र सरकार ने सहमति दी है.
4623 करोड़ के प्रोजेक्ट में चंबल से पानी लिफ्ट कर करौली और सवाईमाधोपुर जिलों में 4 लाख से ज्यादा घरों को पेयजल मुहैया कराया जाएगा. करौली और सवाईमाधोपुर जिलों के महत्वाकांक्षी चंबल-करौली -सवाईमाधोपुर पेयजल प्रोजेक्ट को जल जीवन मिशन में शामिल कर लिया गया है.
परियोजना कार्य 842 करोड़ रुपए से होगा
जल जीवन मिशन की परियोजना स्वीकृति बैठक में केंद्र सरकार से इस प्रोजेक्ट को स्वीकृति भी मिल गई है. सांसद डॉक्टर मनोज राजोरिया ने बताया कि इसी प्रकार धौलपुर जिले की लिए कालीतीर-धौलपुर परियोजना को भी मंजूरी मिली है.परियोजना का कार्य 842 करोड़ रुपए से होगा जिससे 470 गांव को पानी उपलब्ध हो सकेगा.
4 लाख 37 हजार 279 नल कनेक्शन दिए जाएंगे
करौली धौलपुर सांसद डॉ मनोज राजोरिया ने बताया कि संसदीय क्षेत्र के 1234 गांव-शहरों को पेयजल मिलेगा . 4623 करोड़ के चंबल - करौली -सवाईमाधोपुर पेयजल प्रोजेक्ट से करौली के 820 गांवों में हर घर तक पेयजल मुहैया कराया जाएगा. इनमें करौली के 4 और सवाईमाधोपुर के 2 शहर भी शामिल हैं. दोनों जिलों में इस प्रोजेक्ट के माध्यम से 4 लाख 37 हजार 279 नल कनेक्शन दिए जाएंगे.
चंबल से पानी लिफ्ट किया जाएगा
करौली और सवाईमाधोपुर में 4 लाख से ज्यादा लोगों को पेयजल मुहैया कराने के लिए चंबल से पानी लिफ्ट किया जाएगा,जिसे मंडरायल इंटेकवेल के जरिए करौली और सवाईमाधोपुर के गांव-शहरों में सप्लाई किया जाएगा. इसे देखते हुए चंबल में 198 एमएलडी पानी पहले से रिजर्व है, 242 एमएलडी पानी और आरक्षित करवाया गया है। इस प्रोजेक्ट के तहत 140 उच्च जलाशय बनेंगे. 2425 किमी सप्लाई लाइन बिछाई जाएगी.
2900 किमी राइजिंग पाइप लाइन डाली जाएगी
वहीं, 2900 किमी राइजिंग पाइप लाइन डाली जाएगी. सांसद का कहना है कि अगर सब कुछ समय पर चला तो अगले 30 महीनों में लोगों को फायदा मिलने का अनुमान है. इससे पहले साल 2004 मे चंबल -नादौती पेयजल प्रोजेक्ट मंजूर हुआ था,जिसमें मंडरायल में इंटेकवेल निर्माण सहित काफी काम हुआ.लेकिन किन्हीं कारणों से यह प्रोजेक्ट ठप हो गया.
अब इस प्रोजेक्ट को रिवाइज करते हुए चंबल- करौली- सवाईमाधोपुर पेयजल प्रोजेक्ट का नाम देकर जेजेएम में शामिल किया गया है. ऐसे में 2004 की स्कीम में जो काम हुए हैं, उसका भी फायदा मिलेगा और प्रोजेक्ट जल्द धरातल पर उतर सकेगा.
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