Shergarh News : गर्भवती की अनदेखी और परिजन से गाली गलौच मामले में सीएचसी प्रभारी और स्टॉक इंचार्ज एपीओ
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Shergarh News : गर्भवती की अनदेखी और परिजन से गाली गलौच मामले में सीएचसी प्रभारी और स्टॉक इंचार्ज एपीओ

 शेरगढ़ स्थानीय सीएचसी में हाल ही में एक गर्भवती महिला तड़पती रही मगर उसकी जान बचाने के लिए ना तो चिकित्सा अधिकारी पहुंचे और ना हीं इंजेक्शन समय पर उपलब्ध करवाया गया

Shergarh News : गर्भवती की अनदेखी और परिजन से गाली गलौच मामले में सीएचसी प्रभारी और स्टॉक इंचार्ज एपीओ

Shergarh News : राजस्थान के जोधपुर के शेरगढ़ स्थानीय सीएचसी में हाल ही में एक गर्भवती महिला तड़पती रही मगर उसकी जान बचाने के लिए ना तो चिकित्सा अधिकारी पहुंचे और ना हीं इंजेक्शन समय पर उपलब्ध करवाया गया. जिससे गर्भवती महिला की स्थिति नाजुक हो गई और उम्मेद अस्पताल में भर्ती करवाया गया.

जानकारी के अनुसार स्थानीय सीएचसी में कार्यरत नर्सिंग कार्मिक श्रवण राम की भतीजी पूजा को 8 माह का गर्भ था और अचानक 29 अक्टूबर की मध्य रात्रि को तबीयत बिगड़ने पर सीएचसी लाया गया. जहां पर मरीज का चाचा श्रवण राम इमरजेंसी में तैनात था. जो की भतीजी होने के कारण उसने कार्यरत सीएचसी प्रभारी डॉ रामप्रकाश खोजा को बुलाना चाहा मगर वो मरीज को देखने के लिए नहीं आए और स्टॉक प्रभारी धर्मवीर से इंजेक्शन मांगा उसने भी इंजेक्शन देने से मना कर दिया और गाली गलौच भी की. जिससे कुछ समय बाद पूजा को जोधपुर ले जाया गया जहां अस्पताल में उसका इलाज चला. पूरा मामला श्रवण कुमार ने सोशल मीडिया के जरिए लोगों तक पहुंचाया.

आम लोगों ने चिकित्सालय में व्याप्त अव्यवस्थाओं पर रोष जताया प्रधान श्रवण सिंह जोधा ने अधिकारियों को इसकी शिकायत की, जिससे चिकित्सा विभाग हरकत में आया. मंगलवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी जितेंद्र पु, बी सीएमएचओ डॉक्टर धीरज बिस्सा, डॉक्टर गौतम पंडित,डॉक्टर राजेंद्र चौधरी और सतीश राजपुरोहित की टीम ने मामले की जांच करते हुए सीएचसी प्रभारी डॉ रामप्रकाश खोजा और नर्सिंग कार्मिक धर्मवीर सिंह को तुरंत प्रभाव से एपीओ करके संयुक्त निदेशक कार्यालय जोधपुर तलब किया गया.

गौरतलब है कि आए दिन अस्पताल में अव्यवस्थाओं का सामना आम मरीजों को करना पड़ रहा है जब ये मामला प्रकाश में आया तो आग में घी की तरह काम किया . मंगलवार को ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी के नाम ज्ञापन सौंपा और अस्पताल के बाहर भीड़ इकट्ठा हो गई थी. आम लोगों में चिकित्सालय की अव्यवस्थाओं को लेकर भारी रोष था.

 

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