Science Facts New Year Resolution क्यों बनता है साल बीतने के साथ चुनौती, जानें वजह
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Science Facts New Year Resolution क्यों बनता है साल बीतने के साथ चुनौती, जानें वजह

 New Year Resolution2023:2023 की नई सुबह में आपका स्वागत है, नए साल की शुरूआत  होते ही आप और हम अक्सर एक काम जरूर करते है और वो है न्यू इयर रेसोल्यूशन का. 

Science Facts New Year Resolution क्यों बनता है साल बीतने के साथ चुनौती, जानें वजह

New Year Resolution2023:  2023 की नई सुबह में आपका स्वागत है. अपनी जिंदगी को और बेहतर बनाने के लिए एक नई सोच और एक जोशीले जस्बे के साथ. नए साल की शुरूआत  के लिए होते ही आप और हम अक्सर एक काम जरूर करते है और वो है न्यू इयर रेसोल्यूशन का. 

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हर न्यू इयर रेसोल्यूशन में हम यही कहते है कि हम अपने अंदर से अपनी सबसे बुरी आदत को बाहर निकालेंगे , लेकिन साल बीतते बीतते हम  हर बार की तरह अपने संकल्प को पीछे छूटते ही भूलने लगते है. यह हम सब की आदत है.

 नए साल की दहलीज पर ऐसे संकल्प दुनियाभर में लिए जाते हैं. लेकिन संकल्प पूरा करने की ताकत बस हम खुद में जुटा नहीं पाते है. लेकिन क्या आपको पता है कि आप क्यों नहीं इसे पूरा कर पाते है तो चलिए विज्ञान के जरिए इसे समझने की कोशिश करते है.

माना जाता है कि नए साल की शुरूआत में ही तकरीब 80- से 90 प्रतिशत लोग अपना रिसोल्यूशन साल बीतते बीतते भूलने लगते है. मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि इस बारें में  कि 80% लोग तो फरवरी आते-आते  ही नए साल पर  खुद से लिए  वादों को भूल जाते हैं.  रहे 12 %  वो अगले कुछ महीनों में  रिजल्ट ना मिलते हुए संकल्प छोड़ देते हैं, रह जाते है  सिर्फ 8% लोग जो दिल लागकर अपने वादों को पूरा करने में लगे रहते है और उसे करके की दम लेते है.

इंसान की इस गुत्थी को सुलझाने के लिए मनोवैज्ञानिक कहते हैं कि किसी काम को करने के लिए एक सही योजना बनानी पड़ती है.  बिना योजना बनाए  जोश में आकर कोई संकल्प नहीं लिया जाता और अगर लिया जाता है तो वह लंबे समय तक नहीं टिकता.

 संकल्प लें मगर ग्रुप में 

मनोविज्ञान और न्यूरोसाइंस प्रोफेसर का मानना है कि नए साल का संकल्प पूरा कर पाने का सबसे बेहतर तरीका  हैं  कि  नए साल के संकल्प को अकेले लेने की बजाय ग्रुप में लें. केवल खुद से ही न दोहराते रहे. इससे पूरा करने के लिए आपके साथी भी आप पर दबाव बनाएंगे. 

क्योंकि वैज्ञानिकों का इस बारे में कहना है कि समूह में संकल्प लेने का एक प्रेशर होता है, जो आपके न्यू इयर रिसोल्यूशन को पूरा करने में आपकी मदद करता है. जैसे अगर आप जिम जाने का संकल्प लेते हैं तो  दोस्तों  के साथ  जाए . जिससे वह आपको रोज जिद्द करते हुए जिम के लिए लेकर जाएंगे. 

बदलता है साल, संकल्प वही 
इस  शोध में पाया गया है कि लोग इस बार भी वही सेम संकल्प लेंगे , जो पिछले साल लिया था.  जाहिर है  आप इस संकल्प को इसलिए वापस ले रहे है क्योंकि वह पूरा नहीं हुआ इसलिए फिर वहीं संकल्प दोहराया. अक्सर यह सबके साथ होता है. साल बदलते हैं, लेकिन उनके संकल्प वहीं रहते हैं.

लेकिन इस बारे में लॉस एंजिल्स में क्लीनिकल सामाजिक कार्यकर्ता एलिसा लिया मैंकाओ इस बारे में कहती हैं, अगर हम  अपने रिश्तों के लिए कोई  रिजोल्यूशन बना रहें है, तो हमें इसे याद रखना चाहिए. और कई बार इस रिसोल्यूशन में हम  हम कई बार अपने पार्टनर की गलतियां और कमियों की सूची बनाने जो गलत होता, उनसे रिश्ते में गर्माहट कम होने लगती है. जिससे बचना चाहिए. 

संबंधों को चाहिए समय का निवेश
इसी पर क्लीनिकल सामाजिक कार्यकर्ता एलिसा लिया मैंकाओ आगे कहती हैं, रिश्ते कोई भी हो वह समय की दरकार करते इसलिए उन्हें समय देते रहना चाहिए. इसके लिए खूब सारा समय अपने साथी के साथ बिताइए. उनके लिए समय निकालिए.

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और संभव हो सके तो एक-दूसरे को समझने की कोशिश कीजिए.इससे संबंध गहरे और जिंदगी बेहतर होने लगेगी. साल ही नहीं हर महीने खुद को परखिए. याद कीजिए आपने साथी और परिवार के साथ कितना समय बिताया. उन्होंने कैसा महसूस किया. कोई गलती हुई हो तो माफी मांगकर आगे बढ़िए. गलतफहमी न पनपने दीजिए.
तो आगर इस नए साल  पर आप  चाहते है कि आप अपने New Year Resolution को मजबूती से पूरा करें तो ध्यान रहें कि उसे सिंगल नहीं ग्रुप में ले. जिससे साल खत्म होने पर खुद से सवाल न पूछना पड़े. 

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