Jodhpur news:ज्वैलर से ठगी के मामले में दो आरोपियों को किया गिरफ्तार, ऐसे कसा शिकंजा
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Jodhpur news:ज्वैलर से ठगी के मामले में दो आरोपियों को किया गिरफ्तार, ऐसे कसा शिकंजा

घोड़ो का चौक इलाके में ज्वेलर के साथ हुई ठगी के मामले में पुलिस ने पर्दाफास करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया है. डीसीपी अमृता दुहन ने बताया कि ओमप्रकाश सोनी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी जिसके बाद पुलिस पड़ताल कर रही थी.

 

Jodhpur news:ज्वैलर से ठगी के मामले में दो आरोपियों को किया गिरफ्तार, ऐसे कसा शिकंजा

Jodhpur: जोधपुर कें घोड़ो का चौक इलाके में ज्वेलर के साथ हुई ठगी के मामले में पुलिस ने पर्दाफास करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया है. डीसीपी अमृता दुहन ने बताया कि ओमप्रकाश सोनी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई और बताया कि उसकी दुकान सुदर्शन ज्वेलर्स पर 2 लोग आए और उन्होंने दो सोने की चेन ने खरीदी और उसके बदले में 531576 रुपये आरटीजीएस से उनके खाते में जमा करवाए, लेकिन चंद मिनटों बाद उनके पास एक फोन आया और बताया कि यह रुपये उनके अकाउंट से ट्रांसफर हुए हैं और किसी ने बिना अनुमति के ट्रांसफर करवाए हैं, जिस पर ओमप्रकाश सोनी को अपने साथ हुई ठगी का पता चला. उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी. सूचना के बाद पुलिस ने तीन अलग-अलग टीमें बनाई शहर में नाकेबंदी करवाई. 

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सेह ही सीसीटीवी के लिए अलग टीम गठित की गई और तकनीकी अनुसंधान के लिए अलग टीम बनाई गई. पुलिस टीम ने नागौर निवासी इंदर सिंह और बबलू गुर्जर को गिरफ्तार किया है, पुलिस ने इनसे सोने की चेन के एवज में लिया पुलिस ने लाख रुपए की जगह 94 हजार की राशि बरामद कर ली. एक डायरी जिसमें फर्जी हस्ताक्षर करने का अभ्यास किया गया और रबड़ स्टांप मिली है. पुलिस ने बताया कि आरोपियो ने पूछताछ में सामने आया कि इंदसिंह और पवन उपाध्याय दो मित्र हैं. इन्होंने इस पूरी ठगी की योजना अपने केदारनाथ ट्रिप के दौरान रची और गुजरात के केबी पैकेजिंग पर काम करने वाले पवन उपाध्याय ने चेक उपलब्ध करवाया, जिस पर इंद्र सिंह और बबलू नागौर से जोधपुर पहुंचे और घोड़ों का चौक इलाके में पहुंचकर इस ठगी की वारदात को अंजाम दिया.

इन्होंने एक चेन के बदले एक लाख रुपये का गोल्ड लोन उठा लिया. वहीं, पुलिस पड़ताल में सामने आया कि जब यह आरटीजीएस करवाने पहुंचे उस वक्त बैंक ने बैंक के फॉर्म पर संस्थान के सील मांगी तो यह लोग हाथो-हाथ मार्केट में गए और केबी पैकेजिंग की फर्जी सील बना ली और फर्जी साइन कर पैसे ट्रांसफर करवा लिए. पुलिस की इस पूरी कार्रवाई में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका रही नागोरी गेट के थाने में तैनात कांस्टेबल कालूराम की. डीसीपी अमृता दुहन ने बताया कि इस तरह किसी की ठगी से बचने के लिए अपना खाली चेक किसी को नहीं दें, अपने ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के पासवर्ड बार-बार बदलते रहें और फिर भी किसी के साथ खड़ी हो जाती है तो वह तुरंत पुलिस से संपर्क करें.

Reporter- Bhawani Bhat

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