Jodhpur latest News: जोधपुर में नगर निगम दक्षिणी से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया. जहां नगर निगम दक्षिण ने जीवित महिला को मृत बताकर उसका डेथ सर्टिफिकेट जारी कर दिया. वहीं नगर निगम दक्षिण की महापौर वनिता सेठ ने इन खबरों को निराधार बताते हुए इस खबर का खंडन किया है.
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Jodhpur News: राजस्थान के जोधपुर में नगर निगम दक्षिणी से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया. जहां नगर निगम दक्षिण ने जीवित महिला को मृत बताकर उसका डेथ सर्टिफिकेट जारी कर दिया. इसको लेकर के शहर के कई प्रमुख अखबारों में खबर तक छप चुकी थी.
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वहीं नगर निगम की महापौर दक्षिण की महापौर वनिता सेठ ने ने इन खबरों को निराधार बताते हुए इस खबर का खंडन किया है. उन्होंने कहा कि इस तरह का कोई ऐसा मामला नहीं है. निगम की ओर से किसी प्रकार की त्रुटि नहीं की गई. जो दस्तावेज मृत सर्टिफिकेट बनाने के लिए जरूरी होते हैं.
वह तमाम दस्तावेज नगर निगम को प्रस्तुत किए गए. इसके बाद ही अधिकारी ने मृत सर्टिफिकेट जारी किया, लेकिन जब यह सर्टिफिकेट जारी हुआ तो उसके बाद एकल खिडकी पर एक शिकायत मिली कि महिला जीवित है उसके बावजूद भी मृत सर्टिफिकेट कैसे जारी हो सकता है. इसपर अधिकारियों और निगम में हड़कंभ मच गया और आनंद-फानन में तमाम दस्तावेज खंगाल गए.
दस्तावेज की जांच के साथ ही जो जिस युवक ने यह दस्तावेज प्रस्तुत किया उसे नंबर पर कॉल किया गया तो तो उसे युवक ने कहा कि मैंने कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया. यह मेरे नंबर जो लिखे वो सत्य हैं, लेकिन मैंने कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया. इसपर अब उस महिला और दोनों पुत्रों को नगर निगम में बुलाया गया और आगे की कार्रवाई के लिए नगर निगम जुट चुका है.
वहीं नगर निगम दक्षिण की महापौर वनिता सेठ ने कहा कि शहर के प्रमुख अखबार भी अगर आधी अधूरी खबरें छापेंगे तो कैसे चलेगा. उन्होंने तमाम संस्थान से निवेदन किया है की खबरों को पुख्ता करने के बाद ही खबर को छाप जाए. साथ ही आधिकारीक वर्जन के साथ छापना चाहिए.
वहीं उन्होंने कहा कि आज जिस तरीके से एक निजी अखबार ने छापा की महिला ने शिकायत की है लेकिन ऐसी कोई बात नहीं है ना तो महिला शिकायत देने पहुंची ना ही कोई उसका पुत्र आया बल्कि एक पत्र एकल खिड़की पर जरूर एक पत्र आया.
अब उसे जीवित महिला के साथ दोनों पुत्रों को नगर निगम बुलाया गया और नगर निगम के अधिवक्ता और अधिकारियों के साथ उसे महिला और उसके पुत्रों के साथ बात की जाएगी और पता किया जाएगा कि ऐसे जीवित महिला का डेथ सर्टिफिकेट किसने और कैसे बनाया और उस का क्या मकसद है, तमाम पहलुओं की जांच की जा रही है.