जयपुर के 3 शेयर ब्रोकर्स को बंधक बनाकर पिस्टल की नोक पर 20 लाख रुपए वसूलने वाले पाली जिले के सदर थाने के खेरवा चौकी में कार्यरत पुलिस कांस्टेबल जगदीश जाट को गिरफ्तार किया गया. पूरी कहानी कांस्टेबल जगदीश जाट व उसका एक दोस्त दिनेश विश्नोई द्वारा ही रची गई थी और उसी के जाल में तीनों ब्रोकर फंस गए और उन्हें पीपाड़ सिटी में बंधक बनाकर अवैध रूप से 20 लाख रुपए की वसूली कर ली गई.
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Bilara: जयपुर के वैशाली नगर निवासी प्रवीण गुप्ता ने 23 मई को पुलिस थाने पीपाड़ शहर में उपस्थित होकर एक रिपोर्ट देते हुए बताया कि वह और उसके दो पार्टनर विक्रम भारद्वाज एवं पुरुषोत्तम अग्रवाल जो काफी लंबे समय से शेयर मार्केटिंग का काम करते हैं. उनके एक दोस्त प्यारेलाल ने उनका जगदीश जाट से परिचय करवाया. इसके बाद दोनों ने शेयर का व्यापार शुरू किया. शुरुआत में व्यापार अच्छे ढंग से चल रहा था. शेयर मार्केट मे गिरावट एवं बढ़ोतरी के बीच कॉन्स्टेबल जगदीश जाट पर 13 लाख 50 हजार रुपए उधार पर चढ़ गए थे.
प्रवीण के पैसे मांगने पर उसने कहा कि वह घाटा उसका नही है. दिनेश विश्नोई नामक व्यक्ति 10 लाख का भुगतान करेगा औक बाकी रुपए किस्तों में दे दिए जाएंगे. कांस्टेबल जगदीश जाट के पक्के वादे एवं बुलावे पर प्रवीण गुप्ता उसके पार्टनर विक्रम भारद्वाज, पुरुषोत्तम अग्रवाल एवं उसका दोस्त प्यारेलाल चारों व्यक्ति 10 मार्च को जयपुर से जोधपुर के लिए रवाना हुए. इसके बाद लगभग 11:00 बजे बिलाड़ा जोधपुर के बीच एक ढाबे पर कांस्टेबल जगदीश उन लोगों को मिलता है और तब कांस्टेबल जगदीश दिनेश विश्नोई से 10 लाख रुपए दिलवाने की बात कही. इस पर प्रार्थी प्रवीण गुप्ता और जगदीश का दोस्त प्यारेलाल दोनों जगदीश की गाड़ी में बैठ बैठ गए और जगदीश उन लोगों को पीपाड़ सिटी ले आता है. वहां पर 30- 40 मिनट इंतजार करने पर जगदीश के फोन पर लोकेशन आती है और वह बिलाड़ा रोड पर 4.5 किलोमीटर राइट साइड में एक ढाबे की थी. जगदीश वहां ले गया. वहां पहले से तीन चार व्यक्ति मौजूद थे.
वहां जाते ही कांस्टेबल जगदीश और दिनेश विश्नोई आपस में बहस करने लगे. दिनेश ने राकेश फौजी के घाटे के लिए जगदीश को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि राकेश को 40 लाख का घाटा हुआ है. तब तक वहां तीन-चार व्यक्ति और पहुंच गए. उन सब ने मिलकर प्रवीण गुप्ता एवं के साथ आए अन्य 3 लोगों को वहां से गिराकर पीछे सुनसान जगह पर ले जाकर बंधक बना दिया. उनके सिर पर दो रिवाल्वर तान दी उनके मोबाइल छीन लिए बंद कर दिए गए उनको जान से मारने की धमकी देनी शुरू की गई.
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दिनेश विश्नोई ने कहा कि राकेश को जो 40 लाख का नुकसान हुआ है उसमें से आधे 20 लाख रुपए प्रवीण गुप्ता को करना होगा और बाकि के 20 लाख रुपए कांस्टेबल जगदीश को देने होंगे. साथ ही दिनेश विश्नोई ने कहा कि 15 मिनट के अंदर भुगतान नहीं किया तो तुम सब लोगों को जान से मार दिया जाओगे. इस पर वह पूरी तरह से डर गए. जैसे तैसे उनसे हाथाजोड़ी कर माफी मांग कर छोड़ने का निवेदन किया मगर वह उनको छोड़ने के लिए तैयार नहीं थे. इस पर प्रवीण ने अपना फोन लेकर अपने एक परिचित को जयपुर में फोन किया और 20 लाख रुपये की व्यवस्था करवाई. एक-दो घंटे में प्रवीण गुप्ता ने दिनेश विश्नोई के कहे अनुसार राजू नाम के एक व्यक्ति के खाते में 20 लाख रुपए जमा करवाएं. जैसे ही राजू के खाते में 20 लाख आए दिनेश विश्नोई और उसके अन्य साथी सामान्य हो गए. थोड़ी देर बाद उन लोगों ने स्वयं की गाड़ी में बैठा कर प्रार्थी और उसके अन्य साथियों को जोधपुर जयपुर हाईवे तक छोड़ा. वहां पर उनके मोबाइल वापस दे दिए गए और उन्हें चेतावनी दी कि अगर इस संबंध में पुलिस में या और कहीं पर भी शिकायत की तो जान से मार देंगे. वहां से प्रवीण गुप्ता और उसके साथी जयपुर पहुंच गए.
जयपुर जाकर उन्होंने कांस्टेबल जगदीश जाट से उनके साथ किए गए धोखे एवं रुपए वापस करने को लेकर बात की तो जगदीश ने भरोसा दिलाया कि आपके रुपए वापस दिलवा दूंगा. लंबे समय से जगदीश उन लोगों को तारीख पे तारीख बता रहा था. आखिरकार में प्रार्थी ने पीपाड़ सिटी पुलिस थाने में उपस्थित होकर राजस्थान पुलिस के कांस्टेबल जगदीश जाट, दिनेश विश्नोई एवं अन्य 5 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया. पुलिस ने देर रात पाली सदर थाना के खेरवा पुलिस चौकी में कार्यरत कांस्टेबल जगदीश जाट को गिरफ्तार कर लिया गया. कांस्टेबल जगदीश जाट पिछले 2 माह से ड्यूटी पर नहीं आ रहा था.
Reporter- Arun Harsh
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