जोधपुर: 12वीं की लड़की ने लड़के को फंसाया, रेप और एसिड अटैक का लगाया आरोप, झूठे केस में जेल, पुलिस और प्रिंसिपल खामोश
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1390888

जोधपुर: 12वीं की लड़की ने लड़के को फंसाया, रेप और एसिड अटैक का लगाया आरोप, झूठे केस में जेल, पुलिस और प्रिंसिपल खामोश

जोधपुर की सेंट्रल एकेडमी स्कूल में 12वीं क्लास में पढ़ने वाला 19 साल का मेहुल भटनागर एक महीने से मानसिक प्रताड़ना झेल रहा है. जानें..

जोधपुर

Jodhpur: राजस्थान के जोधपुर की सेंट्रल एकेडमी स्कूल में 12वीं क्लास में पढ़ने वाला 19 साल का मेहुल भटनागर एक महीने से मानसिक प्रताड़ना झेल रहा है. दरअसल उसकी क्लासमेट नाबालिग छात्रा ने 5 सितंबर को शास्त्री नगर थाने में उसके खिलाफ पॉक्सो का मामला दर्ज करवाया. लड़के पर आरोप लगाया कि बेड टच, रेप और एसिड अटैक करने की धमकी देने का. उसका बाद लड़की के पिता ने स्कूल मैनेजमेंट को मेहुल के खिलाफ शिकायत दी. उसके बाद मेहुल को स्कूल से निकाल दिया गया. हाला की मेहुल ने अपनी सफाई दी कि ''मैं बेकसूर हूं, लेकिन स्कूल मैनेजमेंट ने उसकी नहीं सुनी, समाज ने भी उसे अपराधी मान लिया है और पुलिस ने हिरासत में ले लिया''.

सच सामने आ तब
आपको बता दें कि मेहुल बेगुनाह था, न उसने लड़की के बैग में धमकी भरे लेटर रखे और न ही रेप-एसिड अटैक की धमकी दी. पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि खुद नाबालिग लड़की ने ये पूरी साजिश रची थी. उसी ने अपने बैग में धमकी भरे लेटर रखे.

नाबालिग लड़की मेहुल को क्यों फंसाना चाहती थी?
दरअसल, मेहुल भटनागर और नाबालिग लड़की दोनों अच्छे दोस्त थे. दोनों के बीच बातचीत भी होती थी. फोन पर चैट होने लगी. इस बात का पता जब लड़की के पिता को चला तो उन्होंने बेटी को फटकार लगाई. नाबालिग लड़की ने मेहुल को ब्लॉक कर दिया. दोनों के बीच बातचीत होना बंद हो गई. इधर, मेहुल क्लास में दूसरी लड़की से बातचीत करने लगा. नाबालिग लड़की को ये बात पसंद नहीं आई. उसने तय किया कि वो मेहुल से इसका बदला लेगी.

जोधपुर नहीं होने के बाद भी मिले लेटर
छात्रा ने खुद अपने बैग में धमकी भरे लेटर डाले और मेहुल पर इसका आरोप लगाया. पुलिस में मेहुल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी. मामला सामने आने के बाद मेहुल इंदौर चला गया. इसके बावजूद नाबालिग लड़की लगातार लेटर मिलने की बात कहती रही. इसका आरोप उसने मेहुल के एक रिश्तेदार पर लगाया कि वो मेहुल के कहने पर धमकी भरे लेटर भेज रहा है. पुलिस ने मेहुल के रिश्तेदार को गिरफ्तार कर लिया, जो पिछले एक महीने से जेल में है.

मेहुल की गिरफ्तारी के बाद भी लिखती रही लेटर
लड़की ने शातिर तरीके से मेहुल को फंसाया था, लेकिन उसने एक बड़ी गलती कर दी. मेहुल की गिरफ्तारी के बाद भी वो लगातार खुद को धमकी भरे लेटर लिखती रही. इन लेटर में उसके परिजनों और पुलिस के बीच होने वाली बातचीत का भी जिक्र होता था. इसी से पुलिस को क्लू मिला कि नाबालिग के घर का ही कोई सदस्य इस साजिश में शामिल है.

कैमरे और पुलिस निगरानी में भी मिले लेटर
इधर, स्कूल मैनेजमेंट की ओर से भी बस में दो टीचर की ड्यूटी लगाई गई. इसके बाद भी लेटर मिले तो टीचर पर आरोप लगाया. मकान के बाहर सीसीटीवी लगाए. पुलिस की निगरानी भी बढ़ाई गई. एक दिन थाना अधिकारी जोगेंद्र सिंह की निगरानी में लेटर मिला. सिविल ड्रेस में पुलिसकर्मियों को तैनात कर सीसीटीवी से मॉनिटरिंग की गई, लेकिन कोई नजर नहीं आया, तब पुलिस का शक यकीन में बदल गया कि घर का ही कोई सदस्य इस साजिश में शामिल है.

50 लेटर की हैंड राइटिंग मिलाई गई, पूछताछ में पकड़ी गई
इन 1 महीनों में नाबालिग के घर से 50 से ज्यादा लेटर मिले. टीचर और पुलिस निगरानी में भी धमकी भरे लेटर मिलने पर पुलिस को परिवार के किसी मेंबर पर शक हुआ. परिजनों से बातचीत कर लड़की से पूछताछ की गई. उसकी स्कूल की कॉपी से हैंड राइटिंग का मिलान किया गया तो कई समानताएं मिली. पूछताछ की तो लड़की ने बताया कि उसी ने बदला लेने के लिए यह झूठी कहानी रची.

CI बोले कि लड़की परिवार को फंसाना चाहती थी
शास्त्री नगर CI जोगेंद्र सिंह ने बताया कि लड़की झूठे आरोप में लड़के को फंसाना चाहती थी. मेहुल और एक रिश्तेदार के बाद वह उसके एक और परिचित को फंसाना चाहती थी. स्कूल की पियोन पर भी उसने आरोप लगाए थे. इन सभी बातों पर जब शक हुआ तो लड़की से पूछताछ की, इसमें उसने बताया कि मेहुल किसी दूसरी लड़की से बात करता था. मेरे लिए गलत मैसेज जाने लगे. इसी का बदला लेना चाहती थी.

आपको बता दें कि इधर, इस पूरे मामले में स्कूल मैनेजमेंट की भी गलती सामने आई है. केवल स्कूल की साख बचाने के लिए प्रिंसिपल समेत स्कूल मैनेजमेंट ने बिना जांच किए मेहुल को दोषी मान लिया गया. बिना पूछताछ किए उसको स्कूल से बाहर निकाल दिया गया. इसके बाद स्कूल स्टूडेंट ने विरोध में प्रदर्शन भी किया था और उन्होंने भी मैनेजमेंट पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. मामला बढ़ता देख मैनेजमेंट की ओर से लेटर जारी कर बताया गया कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होगी. स्कूल के इसी एक्शन की वजह से पुलिस को भी सख्त कदम उठाना पड़ा.

Trending news