बिलाड़ा के डिगड़ी माताजी मंदिर परिसर में श्रदालुओं की भीड़, नागा संतों की अग्नि तपस्या देखने पहुंच रहे ग्रामीण
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बिलाड़ा के डिगड़ी माताजी मंदिर परिसर में श्रदालुओं की भीड़, नागा संतों की अग्नि तपस्या देखने पहुंच रहे ग्रामीण

जोधपुर के बिलाड़ा के डिगड़ी माताजी मंदिर के बाहर हरियाणा के जुना अखाड़ा के महन्त विश्वंभर भारती के नेतृत्व में 11 धुणो पर वैदिक मंत्रोचार और हर हर महादेव के जय कारों के साथ तपस्वी महंत किशन गिरी महाराज ने धर्म ध्वजा की स्थापना की और अग्नि तपस्या शुरू की. 

संतों की अग्नि तपस्या

Bilara : जोधपुर के बिलाड़ा के डिगड़ी माताजी मंदिर के बाहर हरियाणा के जुना अखाड़ा के महन्त विश्वंभर भारती के नेतृत्व में 11 धुणो पर वैदिक मंत्रोचार और हर हर महादेव के जय कारों के साथ तपस्वी महंत किशन गिरी महाराज ने धर्म ध्वजा की स्थापना की और अग्नि तपस्या शुरू की. अग्नि तपस्या के समाचार आसपास लोगों को मिली तो बड़ी संख्या में लोग मंदिर परिसर में पहुंचने लगे और धार्मिक अनुष्ठान के साथ विभिन्न कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं. 

देश में मानसून का आगमन हो चुका है, हालांकि अब भी प्रदेश और जोधपुर में अच्छी बारिश का इंतजार है. गत वर्ष भी मानसून ने निराश किया. पारा लगातार 40 डिग्री से ऊपर और भीषण गर्मी का असर जारी है. ऐसे में आमजन से लेकर अन्नदाता तक उम्मीदों से मानसून और बढ़िया बारिश की बाट जोह रहे हैं. 

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इस बीच बारिश की कामना को लेकर श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़ा के संत किशनगिरि नागा बाबा अनूठी पहल की हैं. वे देश में अच्छी बरसात, सौहार्द और सुख-समृद्धि की कामना को लेकर सवा महीने अग्नि तपस्या शुरू कर रहे है. बिलाड़ा के डिगाड़ी माता थान गुफा स्थल पर ये साधना शुरू होगी. इसकी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. तपस्या स्थल पर कई ट्रॉली बालू रेत बिछाई गई है. 11 धूणे बनाए गए हैं, जिसमें सवा माह में 20 ट्रॉली कंडों से तपस्या होगी. 

सुबह 6 से शाम 6 तक तपस्या, रात 10 से 3 बजे तक विश्राम पूजा

इन अग्नि कुंडों के बीच सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक भीषण गर्मी में संत किशन गिरि महाराज शरीर पर भस्म रमाकर अग्नि तपस्या करेंगे. इस दौरान रात्रि 10 से 3 बजे तक विश्राम पूजा भी होगी. जनसहयोग से आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम को लेकर शुक्रवार को विधि-विधान से भगवान महादेव के जयकारों के बीच धर्म ध्वजा की स्थापना की गई. 

आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि धूणे में जलाने के लिए 20 ट्रॉली गोबर की व्यवस्था आसपास की गोशालाओं और अन्य जगहों से की जा रही है. संत द्वारा इस बार ये 11वीं बार अग्नि तपस्या की जा रही है. क्षेत्र में संभवतया अग्नि तपस्या का पहला आयोजन है. 

बड़ी संख्या में साधु संतों का पहुंचना शुरू

नागा साधु 11 धुणो पर 20 ट्रोली उपलो से सवा महीने तक अग्नि तपस्या में भाग लेने के लिए आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में साधु महात्मा मंदिर परिसर में पहुंचने लगे. महंत राजा राम महाराज,अनु प्रसाद सुमित्रा, महाराज दीपक भारती, राज भारती, शंकर भारती, दीनदयाल भारती सहित संतों का आगमन शुरू हुआ. मंदिर परिसर में पदाधिकारियों ने संतो के लिए विशेष व्यवस्था की. श्रवण सीरवी, लादूराम जंजावत, मोहनलाल घीसाराम, किशोर आचार्य, जयराम काग, महेंद्र सिंह राठौड़, दिलीप सिंह, राजेंद्र सिंह, सहित कार्यकर्ता कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटे. 

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