झुंझुनूं: आयुष मंत्रालय और आयुर्वेद विभाग की मदद से गांवों की संवरेगी सूरत, जानें क्या है प्लान
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झुंझुनूं: आयुष मंत्रालय और आयुर्वेद विभाग की मदद से गांवों की संवरेगी सूरत, जानें क्या है प्लान

आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में कार्यरत आशा सहयोगिनियों, एएनएम, आयुर्वेद नर्स और कंपाडरों का सहयोग लिया जाएगा. जिसकी तीन दिन की ट्रेनिंग आज से शुरू हुई. आयुर्वेद विभाग के सहायक निदेशक डॉ. जितेंद्र स्वामी ने बताया कि यह ट्रेनिंग का तीसरा बैच है.

आयुष मंत्रालय और आयुर्वेद विभाग ने मिलकर बीमारी से पहले ही बीमारियों की रोकथाम के लिए कवायद शुरू.

Jhunjhunu: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर अब आयुष मंत्रालय और आयुर्वेद विभाग ने मिलकर बीमारी से पहले ही बीमारियों की रोकथाम के लिए कवायद शुरू कर दी है. इस दिशा में जल्द ही गांवों में सर्वे शुरू किया जाएगा. जिसमें 30 साल या फिर इससे अधिक के लोगों को बीमारियों को लेकर जागरूक किया जाएगा. जिन्हें एक स्वस्थ जीवन शैली का अनुसरण करते हुए योग आदि के बारे में बताया जाएगा.

आशा सहयोगिनियों, एएनएम, आयुर्वेद नर्स और कंपाडरों का सहयोग लिया जाएगा
इस काम में आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में कार्यरत आशा सहयोगिनियों, एएनएम, आयुर्वेद नर्स और कंपाडरों का सहयोग लिया जाएगा. जिसकी तीन दिन की ट्रेनिंग आज से शुरू हुई. आयुर्वेद विभाग के सहायक निदेशक डॉ. जितेंद्र स्वामी ने बताया कि यह ट्रेनिंग का तीसरा बैच है. इससे पहले तीन-तीन दिन के दो आवासीय प्रशिक्षण आयोजित कर ट्रेनिंग दी जा चुकी है. आज के प्रशिक्षण में खास तौर पर आयुष मंत्रालय द्वारा डॉ. रश्मि द्विवेदी ने आवश्यक जानकारियां साझा कर रही है.

आयुर्वेद विभाग नये थीम पर कर रहा काम 
उन्होंने बताया कि आयुर्वेद विभाग अब इस थीम पर काम कर रहा है कि लोग बीमार हो ही नहीं. इसके लिए एक स्वस्थ जीवन शैली और योग कारगर उपाय है. सर्वे के दौरान यदि कोई बीमार मिलता भी है. तो उसका यथासंभव आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति से इलाज किया जाएगा. जरूरत पड़ने पर एलोपैथी के लिए रैफर किया जाएगा.

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इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि निरोगी राजस्थान योजना के तहत जिले में विकसित आयुष हेल्थ एंड वैलनेस केंद्र समन्वयात्मक चिकित्सा केंद्र के रूप में विकसित होंगे. जहां प्रथम ध्येय स्वस्थ के स्वास्थ्य का रक्षण एवं आतुर का विकार प्रशमन रहेगा.

 

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