Jhunjhunu News: राजस्थान के झुंझुनू शहर में स्थित एक निजी अस्पताल के डॉक्टर दंपत्ति पर फर्नीचर खरीदने के बदले सालों से भुगतान न करने का आरोप लगा है. बता दें कि डॉक्टर दंपत्ति ने पांच साल से सामान का पैसा अटका रखा है.
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Rajasthan News: झुंझुनू शहर के इंदिरा नगर में संचालित निजी अस्पताल के संचालक डॉक्टर दंपत्ति डॉ. नरेंद्र काजला और डॉ. सुमन काजला के खिलाफ फर्नीचर के सामान का पैसा न देने का मामला कोतवाली में दर्ज हुआ है. पुराना बस स्टैंड के पास स्थित कंपनी के मैनेजर सुरेश गुप्ता ने डॉ. नरेंद्र काजला और डॉ. सुमन काजला के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
सामान के उधार रुपये की उगाही करता रहा व्यक्ति
दर्ज करवाए गए मामले में बताया गया है कि जून 2019 में काजला हॉस्पिटल का निर्माण चल रहा था. उस वक्त डॉ. नरेंद्र काजला और डॉ. सुमन काजला ने जून में छह बार में उसकी दुकान से फर्नीचर आदि का सामान ले गए, जिनकी कीमत 4 लाख 63 हजार 862 रुपए होती है. आरोपी डॉक्टर दंपत्ति ने इन रुपयों के बदले केवल 20 हजार रुपए नगद दिए और शेष रुपए बाद में देने की बात कही. इसके बाद कोरोना में लॉकडाउन आ गया. इसके बाद जब हालात सामान्य हुए और हॉस्पिटल का काम भी पूरा हो गया, तब से सुरेश गुप्ता लगातार डॉक्टर दंपत्ति से सामान के उधार रुपये की उगाही करता रहा, लेकिन आरोपियों ने उसे एक रुपया भी नहीं दिया.
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सुरेश गुप्ता ने मामला कराया दर्ज
वहीं, थक हार कर सुरेश गुप्ता ने 6 दिसंबर 2023 को बकाया पैसों का विधिक नोटिस भी दिया, लेकिन नोटिस देने के बावजूद भी आरोपित डॉक्टर दंपत्ति टालमटोल करते रहे. अब सुरेश गुप्ता ने न्यायालय की मदद से थाने में मामला दर्ज कराया है. आपको बता दें कि डॉ. नरेंद्र काजला और डॉ. सुमन काजला, इससे पहले राजकीय सेवा में थे, तब भी दोनों काफी विवादों में रह चुके हैं.
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