झुंझुनूं: 'हक हमारा भी तो है' अभियान के तहत निकाली गई साइकिल रैली, लोगों को किया जागरूक
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झुंझुनूं: 'हक हमारा भी तो है' अभियान के तहत निकाली गई साइकिल रैली, लोगों को किया जागरूक

Jhunjhunu News: झुंझुनूं में 'हक हमारा भी तो है' कार्यक्रम के तहत कलक्ट्रेट सर्किल से साइकिल रैली निकाली गई. 

 

झुंझुनूं: 'हक हमारा भी तो है' अभियान के तहत निकाली गई साइकिल रैली, लोगों को किया जागरूक

Jhunjhunu News: राजस्थान के झुंझुनूं में आज जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के 'हक हमारा भी तो है' कार्यक्रम के तहत साइकिल रैली निकाली गई. कलेक्ट्रेट से रवाना की गई इस साइकिल रैली को डालसा सचिव एडीजे दीक्षा सूद ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. दीक्षा सूद ने बताया कि एमपावरमेंट फॉर सिटिजंस लिगल अवेयरनेस एंड आउटरिच कार्यक्रम के समापन कार्यक्रम के तहत यह रैली निकाली गई, जो कलक्ट्रेट सर्किल से जेपी जानूं विद्यालय और वापस कलेक्ट्रेट सर्किल तक आयोजित की गई. 

साइकिल रैली में शहीद कर्नल जेपी जानूं विद्यालय, परमवीर पीरू सिंह विद्यालय के विद्यार्थी और राजकीय भगवान दास खेतान अस्पताल झुंझुनूं के चिकित्सकों ने भाग लिया है. रैली को हरी झंडी दिखाने के साथ ही उपस्थित विद्यार्थियों और चिकित्सकों को संबोधित करते हुए कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य आमजन में विधिक जागरूकता के साथ ही समाज में फैली कुरीतियों और आडंबरों से बाहर निकलकर आमजन को मुख्य धारा में जोड़ना है. 

ये अभियान केवल आज तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इस अभियान के माध्यम से प्रशासनिक विभागों के माध्यम से जुड़कर आमजन को जनकल्याणकारी स्कीमों के लाभ के साथ विधिक जागरूकता देना है, जिससे भविष्य में वे इसका लाभ स्वयं उठा सके. साथ ही यदि किसी को आवश्यकता हो उसका मार्गदर्शन कर सके. अभियान के दौरान प्रत्येक पंचायत समितियों तक विधिक सेवा प्राधिकरण और जिला प्रशासन के संयुक्त सहयोग से आमजन तक विधिक पहुंच सुनिश्चित की गई. 

सूद ने कहा कि राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा उक्त अभियान के अनुरूप ही प्रत्येक माह अलग-अलग विषयों को महत्ता देते हुए एक्शन प्लान के अनुरूप जागरूकता कार्यक्रम पूरे राजस्थान में जिलों की परिस्थिति के अनुरूप आयोजित करवाए जा रहे है, जिनमें साइबर अपराध, वरिष्ठ नागरिकजनों के अधिकार, बंदियों के अधिकार और समाज में फैली कुरीतियां, जैसे बाल विवाह, मृत्युभोज, पर्दाप्रथा आदि भी शामिल है. 

एक्शन प्लान के क्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण झुंझुनूं द्वारा माह नवंबर 2022 में वृहद स्तर पर बाल विवाह रोकथाम और बचपन बचाओ अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के सहयोग से जिले को पूर्णतया बाल विवाह मुक्त बनाया जाना है. आज की रैली का मुख्य उद्देश्य यही है कि स्वास्थ्य के साथ ही विधिक जागरूक भी किया जा सके. 

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रैली के पश्चात दीक्षा सूद द्वारा उपस्थित चिकित्सकगणों के साथ उक्त अभियान में दिए गए दिशा-निर्देशों की पालना में चाय पर चर्चा की गई. चर्चा के दौरान उपस्थित चिकित्सकगणों के मध्य समाज में शिक्षा के प्रचार-प्रसार के बावजूद फैली कुरीतियों के बारे में विचार-विमर्श किया गया और किस प्रकार आमजन को जागरूक कर इन कुरीतियों से बचा जा सकता के बारे में अपने विचार प्रस्तुत किए. 

सूद ने चिकित्सकगणों के मध्य बाल विवाह, मृत्युभोज, पर्दाप्रथा, कन्या भ्रूण हत्या जैसे विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत किए. साथ ही उनसे यह अपील की कि अस्पताल और न्यायालय ऐसे स्थान है, जहां व्यक्ति की पहुंच सबसे ज्यादा है, इसलिए यह आवश्यक है कि प्रबुद्धजन ऐसे स्थानों पर आने वाले ग्रामीण लोगों को अधिक से अधिक जागरूक करें और आह्वान करें कि ऐसी कुरीतियों का शिकार उनकी भावी पीढ़ी ना हो जाए.

Reporter: Sandeep Kedia

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