धवार को जालोर में जैन समाज ने भारत बंद के समर्थन में विरोध प्रदर्शन कर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और वन एवं पर्यावरण के नाम अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेन्द्र प्रसाद अग्रवाल को ज्ञापन सौंपा.
Trending Photos
Jalore: झारखंड के गिरिडीह जिले में स्थित जैन समाज के पवित्र तीर्थ ‘पारसनाथ पहाड़ी’ को पर्यटन स्थल घोषित करने के सरकार के निर्णय से देशभर के जैन समाज में आक्रोश है. इसको लेकर बुधवार को जालोर में जैन समाज ने भारत बंद के समर्थन में विरोध प्रदर्शन कर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और वन एवं पर्यावरण के नाम अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेन्द्र प्रसाद अग्रवाल को ज्ञापन सौंपा.
इससे पहले सैकड़ों लोगों ने रैली निकाली. रैली नंदीश्वर जैन तीर्थ से शुरू हुई जो कलेक्ट्रेट चौराहे, नगर परिषद, हॉस्पिटल चौराहे से होते हुए वापस कलेक्ट्रेट पहुंची, जहां जैन समाज के लोगों ने नारेबाजी करते हुए ज्ञापन सौंपा.
इसके साथ ही के भारत बंद के समर्थन में जैन समाज ने अपनी दुकानें और प्रतिष्ठान बंद रखें.
जालोर जिला जैन फेडरेशन के सचिव महेंद्र कुमार मुणोत एडवोकेट ने कहा कि पारसनाथ पर्वत का वन्य जीव अभ्यारण का एक भाग लिखकर बिना जैन समाज की सहमति के इको सेंसिटिव जोन के अन्तर्गत घोषित कर प्राचीन जैन तीर्थ की स्वतंत्र पहचान और पवित्रता नष्ट करने वाली झारखंड सरकार की अनुशंसा पर केन्द्रीय वन मंत्रालय द्वारा जारी अधिसुचना जारी की गई है.
इस अधिसूचना का जैन समाज जालोर पुरजोर शब्दों में विरोध करता है. उन्होंने कहा कि यह हमारा शाशवत जैन तीर्थ है जहां हमारे बीस तीर्थकर भगवान मोक्ष को प्राप्त हुये है. हमारे लिये पूजनीय स्थान है.
Reporter- Dungar Singh