कलेक्टर निशान्त जैन के प्रयासों से जिले में यूरिया की मांग के विरूद्ध अधिक आपूर्ति होने पर अक्टूबर माह में जालोर जिले में उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता रहेगी.
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जालोर: कलेक्टर निशान्त जैन के प्रयासों से जिले में यूरिया की मांग के विरूद्ध अधिक आपूर्ति होने पर अक्टूबर माह में जालोर जिले में उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता रहेगी. कृषि विभाग के उप निदेशक डॉ. आर.बी.सिंह ने बताया कि जालोर जिले में रबी फसलों की बुवाई प्रारंभ हो चुकी है.
जालोर कलेक्टर के प्रयासों से अक्टूबर माह में यूरिया 7500 मैट्रिक टन मांग के विरूद्ध जिले में 9100 मैट्रिक टन यूरिया विभिन्न कंपनियों से आपूर्ति की गई है. वही डीएपी उर्वरक की 2000 मैट्रिक टन मांग के विरूद्ध 6000 मैट्रिक टन उर्वरक जालोर जिले को प्राप्त हुआ.
उन्होंने बताया कि वर्तमान में जालोर जिले में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध हैं जिसमें 5350 मै.टन यूरिया, 2900 मै.टन डीएपी, 1432 सिंगल सुपर फास्फेट, 400 मैट्रिक टन एनपीकेएस, 134 मैट्रिक टन म्यूरेट ऑफ पोटाश उर्वरक जिले की 200 से अधिक सहकारी एवं निजी क्षेत्र की उर्वरक प्रतिष्ठानों में उपलब्ध है. जालोर रेलवे स्टेशन पर 1 रैक हिण्डालको कंपनी का डीएपी तथा 1 रैक कृभको कंपनी का यूरिया प्राप्त हो चुका है जिसका परिवहन विभिन्न उर्वरक प्रतिष्ठानों तक करवाया जा रहा है.
उप निदेशक ने जिले के कृषकों से अनुरोध किया है कि वे आवश्यकतानुसार ही उर्वरकों का क्रय करें तथा एक साथ पूरे सीजन का उर्वरक क्रय कर अग्रिम भंडारण नहीं करें. कृषकों की मांग के अनुसार सहकारी एवं निजी कंपनियों द्वारा उर्वरकों की आपूर्ति लगातार जारी रहेगी.
कृषक अपने नजदीकी सहकारी ग्राम सेवा समिति अथवा निजी उर्वरक विक्रय केन्द्र पर उर्वरक की मांग देवें ताकि तद्नुरूप उर्वरकों की व्यवस्था समय पर करवाई जा सकें. जिले में किसी भी प्रकार के उर्वरकों की कमी नहीं रहेगी. किसानों को रबी की फसल बुवाई में समय पर उवर्रक उपलब्ध होने से फायदा होगा.
Reporter- Dungar Singh