राजस्थान न्यूज: त्रिशक्ति बहुआयामी अभियान की शुरुआत की गई. एयरफोर्स बेस जैसलमेर से भव्य फ्लैग ऑफ समारोह का आगाज हुआ. इसमें महिला अधिकारी और अग्निवीर भी शामिल हैं.
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जैसलमेर न्यूज: दक्षिणी कमान के सुदर्शन चक्र कोर ने 17 अक्टूबर को वायु सेना स्टेशन जैसलमेर से त्रिशक्ति बहुआयामी अभियान को हरी झंडी दिखाई. अभियान थल सेना, नौसेना और वायु सेना के 40 सदस्यों के साथ सशस्त्र बलों में संयुक्तता का सच्चा प्रतिनिधित्व करता है, जिसमें महिला अधिकारी और अग्निवीर भी शामिल हैं.
1700 किलोमीटर से अधिक की यात्रा
यह अभियान थार रेगिस्तान के इलाकों में 1700 किलोमीटर से अधिक की यात्रा करेगा. साथ ही जैसलमेर से कच्छ के उत्तरी किनारे तक और राजस्थान की सीमा के साथ-साथ बाड़मेर, मुनाबाओ, लोंगेवाला, तनोट, रामगढ़, किशनगढ़ और भारेवाला जैसे ऐतिहासिक स्थानों से होकर गुजरेगा. प्रतिभागी रास्ते में मोटरसाइकिलिंग, 4x4 जीप रैली, कैमल सफारी , साइकिलिंग और राफ्टिंग करेंगे.
अभियान को लेफ्टिनेंट जनरल विपुल सिंघल, सेना मेडल, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, सुदर्शन चक्र कोर द्वारा हरी झंडी दिखाई गई और इसमें रक्षा बलों के विभिन्न वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया. यह अभियान अद्वितीय है क्योंकि इसमें संयुक्त कौशल की सच्ची भावना के साथ, तीनों सेनाओं की भागीदारी शामिल है. साहसिक गतिविधियां सैन्य प्रशिक्षण का एक अभिन्न अंग हैं क्योंकि वे नेतृत्व की भावना पैदा करती है और सैन्य कर्मियों की शारीरिक और मानसिक शक्ति का परीक्षण भी करती है.
वहीं अधिकारियों ने जानकारी देते बताया कि त्रिशक्ति अभियान न केवल रोमांच के बारे में है बल्कि राष्ट्र निर्माण के प्रति सेना की प्रतिबद्धता को भी उजागर करेगा. अभियान के सदस्य कई स्थानों पर स्थानीय समुदायों के साथ वृक्षारोपण करके पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देंगे, हरित ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देंगे, महिला सशक्तिकरण की आवश्यकता पर प्रकाश डालेंगे. विभिन्न युवा सहभागिता गतिविधियां चलाएंगे. शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे और वीरता पुरस्कार विजेता के साथ बातचीत भी करेंगे. अभियान दल रास्ते में पड़ने वाले गांवों में चिकित्सा शिविर भी आयोजित करेगा और एक सीमावर्ती गांव में ताजे पानी का बोरवेल उपलब्ध कराएगा.
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