नगर निगम ग्रेटर कमिश्नर की बातों ने प्रशिक्षु अधिकारियों का जीता दिल, कहा-इन चीजों पर रखें ध्यान
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नगर निगम ग्रेटर कमिश्नर की बातों ने प्रशिक्षु अधिकारियों का जीता दिल, कहा-इन चीजों पर रखें ध्यान

नगर निगम ग्रेटर आयुक्त महेंद्र सोनी ने राज्य की 4 सेवाओं के करीब 250 प्रशिक्षु अधिकारियों से अपना वर्क एक्सपीरिएंस साझा किया. 

कमिश्नर की बातों ने प्रशिक्षु अधिकारियों का जीता दिल

Jaipur: ओटीएस के भगवंत सिंह सभागार में नगर निगम ग्रेटर आयुक्त महेंद्र सोनी ने राज्य की 4 सेवाओं के करीब 250 प्रशिक्षु अधिकारियों से अपना वर्क एक्सपीरिएंस साझा किया. करीब सवा घंटे तक अपने अनुभव को साझा करते हुए सोनी ने कहा कि फिल्म ‘थ्री इडियट’ का यह डायलॉग तो आपको याद ही होगा ‘कामयाबी के पीछे मत भागो, काबिल बनो, कामयाबी झक मार के तुम्हारे पास आएगी. 

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प्रशिक्षु अधिकारियों को ताकीद किया कि सीखना है तो वे प्रशिक्षु के तौर पर क्षेत्र में जाएं. प्रेक्षक के रूप में स्वयं को प्रस्तुत करने की कोशिश न करें. प्रशिक्षण में किसी प्रकार की कोताही बरतना उनके भविष्य के लिए ठीक नहीं होगी, क्योंकि यही प्रशिक्षण भविष्य में कार्यस्थल पर व्यावहारिक रूप से मददगार साबित होने वाला है. वैल्यु और एम्बिशन दो अलग-अलग घोड़े हैं. ये आपको तय करना है की आप किस ड्रीम को लेकर सर्विस में आए हैं. आप कितने भी स्मार्ट क्यों न हो आप एक साथ दो घोड़ों की सवारी नहीं कर सकते. हम सरकारी सेवा में केवल सैलरी लेने के लिए नहीं आते, हमारे कुछ सपने होते हैं. कुछ करने का जज्बा होता है और सामाजिक सरोकार होते हैं. 

साथ ही इन्हें पूरा करने के लिए हमें शुरू से अपनी लाईन तय करनी होती है. हमारे तंत्र में बहुत से दबाव  के बीच हमें काम करना पड़ता है पर वहां भी बहुत से मददगार लोग होते हैं जो आपके अच्छे और ईमानदारी से किए गए कार्य को सपोर्ट करते हैं. आपने मेहनत से इस लक्ष्य को प्राप्त किया है, लेकिन वास्तविक परीक्षा अब है और वह परीक्षा कार्यक्षेत्र में जाने के दौरान होगी. हमें जनता के बीच में जाकर सेवा करनी है. यहां प्रशिक्षण के दौरान जो ज्ञान मिलेगा वह भविष्य के लिए उपयोगी होगा. सेवा के दौरान आत्मसंतुष्टि जरूरी है, जिस सेवा के लिए आपका चयन हुआ है वहां आपको दुआएं मिलेगी. 

कार्यक्षेत्र में मिलने वाली दुआ से बड़ी कोई चीज नहीं है. आपको जिस क्षेत्र में सेवाएं देनी ही, वहां अच्छे से अच्छा करने का प्रयास करें और रोज डायरी मेन्टेन करें. कार्य को लेकर दिमाग पर किसी भी प्रकार बोझ नहीं रखना है और जनसहभागिता के साथ बेहतर कार्य करने का प्रयास करें. यह प्रशिक्षण खान के रफ डायमंड को तराशने वाला प्रशिक्षण है. यहां विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न महत्वपूर्ण बातें बताई जाएगी, जिन्हें जीवन में अमल में लाते हुए लोक सेवा के कार्यों को करना होगा. उन्होंने कहा कि सिखाने वाले से ज्यादा सीखने वालों की जिम्मेदारी है.,

Reporter: Deepak Goyal

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