Trending Photos
जयपुर: उदयपुर के कन्हैयालाल की निर्मम हत्या कर फरार हुए हत्यारों को पकड़वाने में पुलिस की मदद करने जाबांज युवकों मदद के लिए राजपूत समाज और जनप्रतिनिधि आगे आ गए हैं. दोनों युवकों को सोमवार को मुख्यमंत्री से मिलवाया गया. वहीं, मंगलवार को राजपूत सभा भवन में उनका सम्मान कर मीडिया से रूबरू करवाया गया. राजपूत करणी सेना ने दोनों युवकों और उनके परिवार की सुरक्षा के साथ सरकारी की नौकरी की मांग की है.
उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या के बाद आरोपी मोहम्मद गौस और रियाज फरार होने में सफल हो जाते, लेकिन दो युवकों शक्ति सिंह और प्रहलाद सिंह ने पुलिस नाकाबंद लगने के साथ कई किलोमीटर आरोपियों का पीछाकर पुलिस को सूचना दी. इसके बाद पुलिस आरोपियों को धरदबोचने में कामयाब हुई. राजसमंद SP शिवलाल बैरवा भी युवकों के इस काम की तारीफ कर चुके हैं. विधायक सुदर्शन सिंह रावत, प्रीति शक्तावत और पर्यटन निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ ने दोनों युवकों को सोमवार को मुख्यमंत्री आवास पर मुख्यमंत्री से मिलवाया था.
इस बीच मंगलवार को दोनों युवकों शक्ति सिंह और प्रह्लाद सिंह को राजपूत सभा भवन में लाया गया. दोनों का समाज की ओर से सम्मान किया गया. राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष महिपाल सिंह ने कहा कि दोनों युवक करणी सेना के पदाधिकारी हैं. सोमवार को दोनों को मुख्यमंत्री के वहां मिलवाया गया, मांग की गई कि इन्हें सरकारी नौकरी मिले जिससे युवाओं को प्रोत्साहन मिलेगा. वहीं आजीवन सुरक्षा की जाए, उन्हें हथियार लाइसेंस दिया जाए. परिवार की सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मी तैनात किया जाए.
एमएलए सुदर्शन सिंह रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री को तमाम प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि दोनों व्यक्तियों को सम्मान मिले. योग्यता अनुसार सरकारी नौकरी मिले. दोनों ने निहत्थे जान दांव पर लगाकर हत्यारों को पकडा है. सीएम ने नियमों के अनुसार पहल करने का आश्वासन दिया है. पर्यटन निगम अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि इस घटना के पीछे किसी भी राजनीतिक दल के आदमी का हाथ हैं ताे बचेना नहीं, कानूनी कार्रवाई होगी. देरी से सामने आने का कारण इन दोनों युवकों पर टारगेट नहीं कर दें, इसका ध्यान रखा गया है. सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है.
विधायक प्रीति शक्तावत ने कहा कि मेवाड़ की शांति भंग नहीं हो पाए इसके लिए सब प्रयास कर रहे हैं. इनकी वजह से आतंकी पकड़े गए हैं . इनके साथ ही कन्हैयालाल के परिवार की सुरक्षा शिक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है. जाबांज युवक शक्ति सिंह ने कहा कि उन्हें बिल्कुल भी डर नहीं लगा. बस उनके मन में एक ही बात थी कि आरोपी पकड़े जाएं.