Sawan 2023: आमेर में सहस्त्रघट का आयोजन, भगवान शिव की बर्फ की झांकी,सवा लाख मृत्युंजय मंत्र से होगा रूद्राभिषेक
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Sawan 2023: आमेर में सहस्त्रघट का आयोजन, भगवान शिव की बर्फ की झांकी,सवा लाख मृत्युंजय मंत्र से होगा रूद्राभिषेक

Sawan 2023: श्रावण मास 2023 के पवित्र महीने में शिव मंदिर में सामूहिक महामृत्युंजय का महाजाप एक अगस्त को आमेर के मेहंदी का बास में किया जाएगा. इस महाजाप में 51 जोडे़ द्वारा मंत्रोच्चार के साथ आहुति देते हुए पंडितों द्वारा सवा लाख महामृत्युंजय मंत्रों का महाजाप किया जाएगा.

Sawan 2023: आमेर में सहस्त्रघट का आयोजन, भगवान शिव की बर्फ की झांकी,सवा लाख मृत्युंजय मंत्र से होगा रूद्राभिषेक

Sawan 2023: श्रावण मास 2023 के पवित्र महीने में शिव मंदिर में सामूहिक महामृत्युंजय का महाजाप एक अगस्त को आमेर के मेहंदी का बास में किया जाएगा. इस महाजाप में 51 जोडे़ द्वारा मंत्रोच्चार के साथ आहुति देते हुए विश्व शांति और भारत देश में खुशहाली की कामना की जाएगी.  86 विद्वान पंडितों द्वारा सवा लाख महामृत्युंजय मंत्रों का महाजाप किया जाएगा.

जयपुर में होगा सवा लाख महामृत्युंजय मंत्रों का महाजाप

इसके साथ भगवान शिव को देश की विभिन्न नदियों के पानी का जलाभिषेक किया जाएगा. भगवान शिव को बिलपत्र अर्पण कर सवा लाख बिल पत्रों की भव्य झांकी भी सजाई जाएगी. 56 प्रकार के फल और फूलों की भी झांकी सजाई जाएगी. साथ ही भगवान शिव की बर्फ की झांकी के साथ 56 भोग की झांकी और भस्म आरती भी की जाएगी.

56 भोग की झांकी और भस्म आरती

इसको लेकर मंदिर परिसर में युद्ध स्तर तैयारिया की जा रही. वहीं आमेर के स्थानीय लोगों के साथ देशी-विदेशी पर्यटक भी महामृत्युंजय के महाजाप में शामिल होंगे. आमेर के शिव भक्तों के सहयोग से द्वितीय महामृत्युंजय का महाजाप आमेर के मेहंदी का बास स्थित ठाकुरजी सीताराम महाराज शिव मंदिर में कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है.

प्राण रक्षक और महामोक्ष है महामृत्युंजय मंत्र 

महामृत्युंजय मंत्र यजुर्वेद के रुद्र अध्याय का एक मंत्र है. इस रुद्र अध्याय में भगवान शिव की स्तुति है. हिन्दू धर्म में इस मंत्र को प्राण रक्षक और महामोक्ष मंत्र माना जाता है. इस मंत्र का सवा लाख बार निरंतर जाप करने से आने वाले या विद्यमान रोगों और अशुभ ग्रहों के दुष्प्रभाव समाप्त हो जाते हैं, इस मंत्र के माध्यम से अपूरणीय मृत्यु तक से बचा जा सकता है. इस मंत्र के जाप से जीवन में अनेक लाभ होते हैं.

जब किसी घातक बीमारी या दुर्घटना के कारण किसी की अकाल मृत्यु संभव हो जाती है, तो उससे बचने का एक ही उपाय है - महामृत्युंजय साधना. महामृत्युंजय का प्रयोग मारकेश ग्रहों की दशा और अंतर्दशा में फलदायी होता है. मृतसंजीवनी मंत्र ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्द्धनम्‌। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्‌ ॐ स्वः भुवः ॐ सः जूं हौं ॐ।

 

 

 

मान्यता है कि प्रिय महामृत्युंजय मंत्र से शिवजी को प्रसन्न करने वाले जातक से मृत्यु भी डरती है। इस मंत्र को सिद्ध करने वाला जातक को निश्चित ही मोक्ष की प्राप्ति होती है।

 

 

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