Ganesh Ishkiya Mandir : राजस्थान का "इश्किया गणेश मंदिर"..जहां गणेश जी पूरी करते हैं प्रेमी जोड़ों की मुराद
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Ganesh Ishkiya Mandir : राजस्थान का "इश्किया गणेश मंदिर"..जहां गणेश जी पूरी करते हैं प्रेमी जोड़ों की मुराद

Ganesh Ishkiya Mandir : गणेश भगवान (Lord Ganesha) को विघ्नहर्ता माना जाता है. लेकिन राजस्थान के जोधपुर में एक ऐसा मंदिर है, जहां विराजमान गणपति बप्पा प्रेमी जोड़ों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं. इतना ही नहीं, यहां पूजा-अर्चना करने से सिंगल लोगों की भी जोड़ी बन जाती है.

 

Ganesh Ishkiya Mandir : राजस्थान का "इश्किया गणेश मंदिर"..जहां गणेश जी पूरी करते हैं प्रेमी जोड़ों की मुराद

Ganesh Ishkiya Mandir: गणेशजी (Ganesh ji) को विघ्नहर्ता माना जाता है. इंडिया में हर हिंदू परिवार में गणपति बप्पा की मूर्ति स्थापित की जाती है, और विधि-विधान से पूजा की जाती है. आज हम आपको राजस्था के उस खास गणेश मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिस पर प्रेमी जोड़ों की अगाध श्रद्धा है. हम बात कर रहे हैं जोधपुर के इश्कियां गणेश मंदिर की, जिसके बारे में यह बात मशहूर है कि गणेश जी यहां आने वाले हर प्रेमी जोड़े की मुराद पूरी करते हैं. 

गणेश चतुर्थी में पहुंचते हैं सैकड़ों प्रेमी जोड़े

राजस्थान (Rajasthan) के जोधपुर में मौजूद इश्किया गणेश मंदिर (Ganesh Ishkiyan Temple) बहुत मशहूर है. बताया जाता है कि यहां हर वर्ष गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) पर बड़े मेले का आयोजन किया जाता है, और बड़ी तादाद में प्रेमी-प्रेमिकाएं अपनी मनौतियां लेकर यहां आते हैं. आइए जानते हैं "इश्किया गणेश मंदिर" की खास बातें...

सिंगल लोगों की बनेगी जोड़ी

इश्किया गणेश मंदिर के बारे में यह मान्यता है कि अगर कोई सिंगल (Single) है, जोड़ी नहीं बन रही, तो इस गणेश मंदिर में पूजा-अर्चना करने से उसकी जोड़ी बन जाती है, या शादी तय हो जाती है. इतना ही नहीं, यहां आने से लोगों की बाधाएं समाप्त हो जाती हैं. बताया जाता है कि यहां आने वाले प्रेमी-प्रेमिकाओं की गणपति बप्पा अर्जी स्वीकार करते हैं. जोधपुर के इश्किया गणेश मंदिर का इतिहास लगभग 100 साल पुराना है. बताया जाता है कि इस मंदिर को गुरु गणपति मंदिर के तौर पर स्थापित किया गया था. आज इसे इश्किया गणेश मंदिर के नाम से जाना जाता है. यहां हर दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. खासकर कपल.   

कैसे पड़ा इश्किया गणेश मंदिर नाम

यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि ये मंदिर जिस जगह पर बना हुआ है, वहां लोगों का आना-जाना बहुत कम था. जिसके कारण प्रेमी-प्रेमिका यहां पर छिपकर मिलने आते थे. कुछ साल बीतने के बाद यहां प्रेमी जोड़ों का हुजूम आने लगा. फिर एक मान्यता हुई कि गणेश भगवान प्रेमियों की कामना पूरी करते हैं. कई लोगों ने इस बात का प्रमाण दिया कि इस मंदिर में प्रार्थना करने से लोगों की शादियां हुई हैं, जिसके बाद धीरे-धीरे इसका नाम इश्किया गणेश मंदिर हो गया. बताया जाता है कि यहां हर बुधवार को प्रेमी-प्रेमिकाओं का मेला लगता है.

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