राजस्थान के शिक्षा मन्त्री बीडी कल्ला ने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग नॉन इश्यू को इश्यू बना रहे हैं. चुनावी साल में ऐसी कोशिश ज्यादा दिखती है. सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को लेकर शिक्षा मन्त्री ने कहा कि शिक्षकों के 48 हज़ार पद भरे जा रहे हैं. किसी भी स्कूल में शिक्षक कम नहीं रहेंगे.
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Rajasthan Grade third teacher recruitment: राजस्थान में नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं. काउंटडाउन शुरू हो गया है. गहलोत सरकार इस महीने ग्रेड थर्ड के 48 हजार शिक्षकों को नियुक्ति देने की तैयारी में है. राजस्थान के कई जिले के सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को लेकर आए दिन स्कूलों में तालाबंदी की जा रही है, ग्रामीण और छात्र पढ़ाई बाधित होने से आक्रोशित होकर स्कूलों में अध्यापक लगाने की मांग कर रहे हैं.
ऐसे में शिक्षा मन्त्री बीडी कल्ला ने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग नॉन इश्यू को इश्यू बना रहे हैं. चुनावी साल में ऐसी कोशिश ज्यादा दिखती है. सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को लेकर शिक्षा मन्त्री ने कहा कि शिक्षकों के 48 हज़ार पद भरे जा रहे हैं. किसी भी स्कूल में शिक्षक कम नहीं रहेंगे. कल्ला ने कहा कि एल-1 और एल-2 शिक्षकों की कोई कमी नहीं रहेगी. प्रिंसिपल को अस्थाई नियुक्ति की पावर है. विद्या सम्बल योजना में प्रिंसीपल को पावर है कि वो रिटायर्ड टीचर या न्यूनतम योग्यता वाले को लगा सके. स्थाई टीचर नियुक्ति कर सकते हैं.
शिक्षा मन्त्री बीडी कल्ला ने कहा कि शिक्षा सचिव को निर्देश दूंगा कि जब तक नये टीचर्स को नियुक्ति नहीं मिल जाती है, तब तक अस्थाई नियुक्ति दी जाए. ये काम अगले 15 से 20 दिन में पूरा हो जाएगा. जिसके अच्छे नम्बर हैं, उसे इच्छित जगह मिलेगी. काउन्सलिंग तो एक साथ ही होगी. जो पात्र लोग होंगे सभी को नियुक्ति की जाएगी.
प्रदेश में थर्ड ग्रेड टीचर्स के ट्रांसफर के मुद्दे पर कहा कि तबादलों पर बैन है, बैन खुला तो विचार करेंगे. बैन खुलने पर ही इस पर कार्रवाई की जा सकेगी. ट्रांसफर की पॉलिसी बनी हुई है, पॉलिसी के तरह काम करेंगे. आए दिन स्टूडेंट्स के आत्महत्या के मामले सामने आने को लेकर शिक्षा मन्त्री बीडी कल्ला का बयान सामने आया है.
उन्होंने कहा कि सरकार अब इस पर रोक लगाने के लिए जरूरी कदम उठाने की तैयारी में हैं. इस लेकर शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोचिंग क्लासेज को कन्ट्रोल करने के लिए सरकार ने समय-समय पर प्रयास किये हैं. कल्ला ने स्टूडेन्ट्स को सीख देते हुए कहा कि रात को नहीं पढ़ें.बायलॉजिकल सायकल गड़बड़ाने से परेशानी होती है.आत्महत्या के बारे में सोचना अपराध, करना तो महा अपराध है.
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कोचिंग क्लासेज को नैतिक शिक्षा भी शुरू करनी चाहिए. मानसिक और नैतिक रूप से बच्चों को मजबूत करें. इसके साथ ही विद्यार्थी के पांच लक्षण बताये हैं. वो सभी स्टूडेन्ट्स को अपनाने चाहिए. तनाव बहुत बड़ा कारण है, तनाव मुक्ति ज़रूरी है. स्टूडेन्ट्स को सीख देते हुए कहा कि समय पर सोना-उठना, संतुलित आहार लेना ज़रूरी है.
बच्चों को गाइड करने के लिए हमने डायल फ्यूचर प्रोग्राम शुरू किया है. इसके जरिये कई बच्चों को गाइड किया है. इस काम में टीचर्स को लगाया है. डायल फ्यूचर कार्यक्रम से विद्यार्थियों के कॅरियर को नई दिशा मिलेगी.