Bisalpur dam: राजस्थान की राजधानी गुलाबी नगरी जयपुर सहित कई जिलों की लाइफ लाइन बीसलपुर बांध पर मानसून की तैयारियां युद्ध स्तर पर की जा रही है.बीसलपुर बांध पर एक ओर जहां गेटों की आयलिंग और ग्रीसिंग की जा रही है.वहीं आपदा प्रबंधन के इंतजाम भी किए जा रहे हैं.
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Bisalpur dam: टोंक जिले में मानसून सत्र की तैयारियां शुरू हो गई हैं, इस बार सिंचाई विभाग के बांधों सहित बीसलपुर बांध में भी पानी मौजूद है. बीसलपुर बांध में 312.92 आरएल मीटर पानी मौजूद हैं. कैचमेंट एरिया में सामान्य बारिश होने पर भी बांध झलक सकता है. गत वर्ष 828 मिमी बारिश हुई थी. जिसके कारण सिंचाई विभाग के कई बांधों सहित बीसलपुर बांध भी लबालब हो गया था.
वर्तमान में भी कई बांधों में पानी मौजूद हैं. बीसलपुर बांध परियोजना के अधिशासी अभियंता मनीष बंसल ने बताया कि बीसलपुर बांध के सभी गेटों में ऑयल,ग्रीस के साथ गेटों के खोलने व बंद करने का जांच कार्य पूरा कर लिया गया है.
इसके साथ ही बांध पर बिजली आपूर्ति के लिए आ रही बिजली की लाइनों के साथ साथ इमरजेंसी के लिए जेनरेटर को भी सही करवा कर इससे जुड़े सभी आवश्यक कार्य पूरे कर लिए हैं. बांध के गेटों आदि की मरम्मत और अन्य कार्यों में लगभग दस लाख रुपए खर्च हुए हैं.
बांध के भराव क्षेत्र में पानी की आवक पर नजर रखने के लिए परियोजना प्रशासन ने दो जगह बीसलपुर बांध स्थल तथा बीसलपुर कॉलोनी देवली में फ्लड कंट्रोल रूम स्थापित किए हैं जो 15 जून से चौबीसों घंटे बांध में पानी की आवक पर नजर रखेंगे. भीलवाड़ा जिले के बनेड़ा व मांडलगढ़ के समीप त्रिवेणी संगम पर वायरलेस स्थापित कर दिए हैं जो 24 घंटे कार्य करेंगे. इसकी तैयारियां शुरू हो गई है.
इसी प्रकार सिंचाई विभाग के बांधों पर भी कर्मचारियों की तैनाती सहित कंट्रोल रुम में स्थापित किया जाएगा. एक्सईएन मनीष बंसल ने बताया कि मानसून से पूर्व बीसलपुर बांध के सभी 18 गेटों की ऑयलिंग, ग्रीसिंग एवं इलेक्ट्रिकल एवं मैकेनिक पार्ट बदलना, जनरेटर का रख-रखाव प्रत्येक गेट को सभी प्रकार की देखभाल आदि का कार्य किया जा रहा है. वर्तमान में बांध 57% पानी मौजूद है.