Kotputli News: कोटपूतली के छापा वाले भेरू बाबा का विशाल लखी मेला 30 तारीख को आयोजित को हो रहा है, जिसकी तैयारियां करीब 7 दिन पहले से ही शुरू हो चुकी है. मेला कमेटी के सदस्यों ने प्रसादी के लिए चूरमा तैयार कर दिया है.
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Kotputli News: आपको ये दिख रही तस्वीर में ना तो यह मिट्टी है और ना ही बजरी. यह ढेर एक चूरमे का है, जिसको तैयार करने के लिए जेसीबी, थ्रेसर, ट्रैक्टर-ट्रॉली और फावड़े का उपयोग किया जा रहा है. यहां राजस्थान का पारंपरिक व्यंजन चूरमा बनाया जा रहा है.
30 जनवरी को आयोजित होने वाले भैरू जी के लख्खी मेले से पूर्व 7 दिनों से महाप्रसादी का निर्माण किया जा रहा है. करीब ढाई लाख लोग यह प्रसादी पाएंगे. मेला 30 जनवरी को है लेकिन इतनी बड़ी मात्रा में चूरमा बनाने के लिए तैयारी महीने भर से शुरू हो जाती है और चूरमा करीब 7 दिन पहले बनना शुरू हो जाता है.
खास बात यह है कि इसे बनाने के लिए 2 जेसीबी, 15 ट्रैक्टर-ट्रॉलियां, 2 थ्रेसर, 2 कंप्रेसर मशीन, फावड़े काम में लिए जाते हैं और 200 कार्यकर्ता हर समय मौजूद रहते हैं. इसके साथ महिलाएं और बच्चे भी हर समय अपनी सेवाएं दे रहे हैं. वहीं, दूध गर्म करने, घी को गर्म करने और दाल को बनाने के लिए 10 भट्ठियों का भी उपयोग किया जा रहा है. यह मेला अब प्रदेश में इस खास अंदाज के लिए बनाए जाने वाले चूरमे के कारण ही जाना जाता है. वहीं, आज हजारों महिलाओ द्वारा कलश यात्रा भी निकाली गई, जिसमे महिलाओं ने मंगल गीत गाए और झूमती गाती मंदिर परिषर पहुंची.
कोटपूतली जिला मुख्यालय के पास छोटा सा गांव कुहाड़ा, जहां हर साल छापा वाला भैरू जी मंदिर में लक्खी मेले का आयोजन होता है. आसपास के ग्रामीण अपने स्तर पर मेले का मैनेजमेंट संभालते हैं. मान्यता के अनुसार, भैरू जी को विशेष प्रसादी में चूरमें का भोग लगाया जाता है. पिछली बार 515 की क्विंटल की प्रसादी का भोग लगाया गया था. इस बार 551 क्विंटल की महाप्रसादी का भोग लगाया जाएगा. यह मेला सामाजिक समरसता व ग्राम एकता का नायब उदाहरण है. मेले के लिए ग्रामीणों में अपार उत्साह का माहौल देखना को मिल रहा है. कल्याणपुरा कला व कुहाड़ा गांव के ग्रामीण पिछले एक माह से तैयारी में जुटे हुए हैं. ग्रामीणों की ओर से मेले की व्यवस्था बेहद व्यवस्थित ढंग से की गई है, जो बाहर से आने वाले लोगों के लिए आश्चर्य का केंद्र बनी हुई है.
ग्राम कुहाड़ा की हरियाली पहाड़ियो के बीच बने छापा वाला भैंरू जी मंदिर का गुरूवार को 16 वा वार्षिकोत्सव मनाया जाएगा. ग्रामीणों में मेले को लेकर उत्साह नजर आ रहा है. इस दौरान भंडारे के लिए ग्रामीण 551 क्विंटल चूरमे की महाप्रसादी बना रहे हैं. जगरे में बाटियों की सिकाई करने के बाद बाटियों को 2 थ्रेसर से पिसाई करवाई गई व 2 जेसीबी से खांड, घी, काजू, बादाम, किशमिश व खोपरा मिलाया गया.
मेले में सवाईमाधोपुर, ग्वालियर, झालावाड़, कोटा, पीपलखेड़ा, मुरैना, मध्यप्रदेश, हरियाणा, दिल्ली सहित दूरदराज से श्रद्धालु बाबा के दर्शन करने आते हैं. मेले से एक दिन पूर्व 11 हजार महिलाओं के द्वारा कलश यात्रा निकाली गई. अब 30 तारीख गुरुवार को भंडारा व दोपहर में धमाल कार्यक्रम आयोजित होगा. वहीं, हेलीकॉप्टर द्वारा मंदिर पर पुष्प वर्षा भी की जाएगी.
551 क्विंटल की महाप्रसादी...
150 क्विंटल आटा, 50 क्विंटल सूजी, 30 क्विंटल देसी घी, 100 क्विंटल खाण्ड, 10 क्विंटल मावा, 3 क्विंटल बादाम, 3 क्विंटल किशमिश, 3 क्विंटल काजू, 3 क्विंटल खोपरा, 50 क्विंटल दूध आटे में, 100 क्विंटल दूध का दही और 35 क्विंटल दाल को मिलाकर कुल 551 क्विंटल की महाप्रसादी तैयार की जाएगी.
दाल बनाने में...
35 क्विंटल दाल, 20 पीपा सरसों तेल, 5 क्विटल टमाटर, 2 क्विटल हरी मिर्च, 1 क्विटल हरा धनिया। वहीं दाल में 60 किलो लाल मिर्च, 60 किलो हल्दी, 40 किलो जीरा डाला जाएगा.
ये राजनीतिक हस्तियां करेंगी शिरकत
यह मंदिर अनूठा है, यहां थ्रेसर से चूरमा बनता है और जेसीबी से मीठा मिलाकर बनाते हैं महाप्रसादी. इस दौरान लक्खी मेले में कई राजनीतिक हस्तियां भी जुटेंगे ग्रामीण जयराम जेलदार, पुजारी रोहिताश पोसवाल, कैलाश धाबाई ने बताया कि कार्यक्रम में गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढ़म, नीमकाथाना पूर्व विधायक प्रेम सिंह बाजौर, विधायक हंसराज पटेल, जयपुर ग्रामीण सांसद राव राजेन्द्र सिंह, टोंक सवाईमाधोपुर के पूर्व सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया, तिजारा विधायक महंत बालकनाथ योगी, सोहना विधायक तेजपाल तंवर, मांण्डल विधायक उदयलाल भडाना, खेतड़ी विधायक धर्मपाल गुर्जर, विराटनगर विधायक कुलदीप धनखड़, बानसूर विधायक देवीसिंह शेखावत, जयपुर जिला प्रमुख रमा चौपड़ा, बहरोड़ विधायक जसवंत यादव, नीमकाथाना विधायक सुरेश मोदी, उत्तर प्रदेश सरदना विधायक अतुल प्रधान, शाहपुरा विधायक मनीष यादव सहित कई विधायक व नेता शिरकत करेंगे.