CHA अभ्यर्थियों के साथ किरोड़ी लाल मीणा पहुंचे सिविल लाइन, मंत्री खाचरियावास से नियमित करने की मांग
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CHA अभ्यर्थियों के साथ किरोड़ी लाल मीणा पहुंचे सिविल लाइन, मंत्री खाचरियावास से नियमित करने की मांग

Jaipur: दीपावली पर्व पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संविदा कर्मियों को नियमित करने की बड़ी सौगात दी है. इसके बाद लंबे समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे सीएचए अभ्यर्थियों ने भी नियमित करने की मांग रखी. सीएचए अभ्यर्थी के साथ राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा आज सिविल लाइन स्थित मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के आवास पहुंचे.

किरोड़ी लाल मीणा पहुंचे सिविल लाइन.

Kirori Lal Meena Reached Civil Line: दीपावली पर्व पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संविदा कर्मियों को नियमित करने की बड़ी सौगात दी है. इसके बाद लंबे समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे सीएचए अभ्यर्थियों ने भी नियमित करने की मांग रखी. सीएचए अभ्यर्थी के साथ राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा आज सिविल लाइन स्थित मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के आवास पहुंचे.

बड़ी संख्या में सीएसए अभ्यर्थी भी सिविल लाइन सरकारी आवास पहुंचे मांग की है कि जब मुख्यमंत्री सभी को दिवाली की सौगात दे रहे तो हमें भी नियमित करने का दिवाली गिफ्ट दे. वहीं डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने भी अभ्यर्थियों की मांग पर ध्यान देने की बात कही. मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने राज्यसभा सांसद मीणा और सीएचए को सकारात्मक आश्वासन देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री से बात कर आप की मांग पर भी करने की अपील की जाएगी, क्योंकि सीएचए के अभ्यर्थी भी हमारे प्रदेश की ही नागरिक हैं. इन सभी मांगों पर कोई ना कोई निर्णय निकालने का प्रयास किया जाएगा.

बता दें कि तीन दिन पहले बेरोजगार को रोजगार देने की घोषणा के बाद अब गहलोत सरकार ने राज्य कर्मचारियों को बड़ा गिफ्ट दिया है. प्रदेश के 31 हजार से ज्यादा संविदाकर्मियों को सरकार ने परमानेंट कर दिया है. धनतेरस से ठीक एक दिन पहले सरकार ने पंचायत सहायक, शिक्षाकर्मी और पैराटीचर्स को नियमित करने के आदेश जारी किए. 

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गत विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में संविदाकर्मियों को नियमित करने का वादा किया था. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उसी चुनावी वादे को पूरा किया है. संविदाकर्मी पिछली बीजेपी सरकार के कार्यकाल से ही नियमित करने की मांग कर रहे थे. गहलोत सरकार ने इस कार्यकाल में कर्मचारियों को परमानेंट कर दिया. इससे पहले वाले कार्यकाल में सीएम गहलोत ने पैराटीचर्स की भर्ती की थी. इसके बाद संविदा आधार पर कई विभागों में भर्तियां होती रहती हैं. अब परमानेंट किए जाने से इन संविदाकर्मियों की नौकरी सुरक्षित हो गई. साथ ही अब इन्हें इंक्रीमेंट भी मिलेगा. अब तक सभी एक फिक्स मानदेय पर काम कर रहे थे.

 

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