kirodilal meena on suresh dhaka : किरोड़ीलाल मीणा ने राजस्थान सरकार में बैठे नेताओं और SOG के कुछ अफसरों पर सुरेश ढ़ाका से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से इस मामले में CBI जांच की मांग की है.
Trending Photos
Kirodilal meena on Rajasthan paper leak : राजस्थान में पेपर लीक मामले को लेकर बीजेपी नेता किरोड़ीलाल मीणा लगातार गहलोत सरकार पर हमलावर है. एक दिन पहले जयपुर में प्रेस कांप्रेंस कर कई अहम खुलासे करने के बाद अब एक बार फिर से सवाल खड़े किए है. अब पूरे चार साल के कार्यकाल पर सवाल उठाते हुए पेपर लीक मामले में सीबीआई जांच को एक बार फिर से दोहराया है. ये भी आरोप लगाया कि सुरेश ढ़ाका को सरकार के कुछ लोगों और एसओजी के अफसरों की मिलीभगत का आरोप भी लगाया है.
किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि गहलोत साहब के इस चार साल के राज में कुल 16 परीक्षाएं हुई है जिसमें से सभी परीक्षाओं में पेपर लीक हुए है. 10 पेपर रद्द करने पड़े है. मैनें रीट परीक्षा मामले में बड़ा आंदोलन किया था जिसके बाद सरकार को पेपर रद्द करना पड़ा था. उस समय भी मैनें सीबीआई जांच की मांग की थी. मैनें तीन परीक्षाओं में सुरेश ढ़ाका और भूपेंद्र सारण का नाम लिया था. लेकिन एसओजी और सरकार में बैठे कुछ लोगों सुरेश ढ़ाका से मिले हुए है. जिनकी मदद से सुरेश ढ़ाका भागने में कामयाब रहा.
ये भी पढ़ें- 33 गाड़ियों से 3 हजार लोगों तक पहुंचा सैकंड ग्रेड का पेपर
मीणा ने राजेंद्र गुढ़ा के बयान का हवाला देते हुए कहा कि सरकार के मंत्री खुद मान रहे है कि सरकार की लापरवाही के कारण पेपर लीक हो रहे है. ऐसे में मैं अशोक गहलोत सरकार से ये मांग करता हूं कि इन सारी परीक्षाओं की सीबीआई से जांच कराई जाए और दोषियों को जेल में डाला जाए.
ये भी पढ़ें- RPSC में बैठे इस अधिकारी ने किया था पेपर लीक
आपको बता दें कि किरोड़ीलाल मीणा ने एक दिन पहले हुई प्रेस कांफ्रेंस में ये भी दावा किया था कि बीकानेर से लेकर जोधपुर, नागौर, उदयपुर, दौसा, भरतपुर, अजमेर और अलवर तक जिन अलग अलग गाड़ियों से पेपर भेजे गए उनसे करीब तीन हजार लोगों तक सैकंड ग्रेड भर्ती परीक्षा का पेपर पहुंचा था. मीणा ने सुरेश ढ़ाका के पूरे गैंग और जयपुर में चल रहे कोचिंग सेंटर को लेकर भी कई खुलासे करते हुए दावा किया था कि राजस्थान लोकसेवा आयोग की गोपनीय शाखा ही इस पेपर लीक प्रकरण में जिम्मेदार है. और आरपीएससी चेयरमैन का बयान गुमराह करने वाला बयान है.