Jaipur News: परिवहन विभाग राजस्थान सरकार के सर्वाधिक राजस्व जुटाने वाले टॉप 5 विभागों में से एक है. जयपुर RTO प्रथम 135.45 फीसदी राजस्व अर्जित कर प्रदेश में अव्वल हो गया है. इसने प्रदेश के सभी आरटीओ में से सबसे ज्यादा धन इकट्ठा किया है.
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Jaipur : परिवहन विभाग राज्य सरकार के सर्वाधिक राजस्व जुटाने वाले टॉप 5 विभागों में शामिल है. यूं तो इस बार विभाग अपेक्षाकृत रूप से राजस्व लक्ष्य पूरा करने की दिशा में अग्रसर है. लेकिन फिर भी कुछ जिले और आरटीओ कार्यालय बुरी तरह पिछड़ रहे हैं. बड़ी बात यह है कि प्रदेश के सभी आरटीओ में जयपुर प्रथम आरटीओ सबसे आगे है.
परिवहन विभाग को इस वित्तीय वर्ष में 7700 करोड़ रुपए का राजस्व लक्ष्य अर्जित करना है. विभाग ने इसे वन टाइम टैक्स आधारित राजस्व और नॉन ओटीटी आधारित दो वर्गों में बांट रखा है. मौजूदा वित्त वर्ष के शुरुआती 4 माह में परिवहन विभाग अभी तक राजस्व लक्ष्य हासिल करने में पीछे चल रहा है. विभाग से जुड़े सूत्रों ने बताया कि अभी तक परिवहन विभाग लक्ष्य से करीब 250 करोड़ रुपए पीछे है. राजस्व लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में अभी जयपुर आरटीओ प्रथम सबसे आगे है. वहीं जयपुर आरटीओ द्वितीय अभी तक सबसे पीछे है.
दरअसल, इसके पीछे राजस्व से जुड़े रिकॉर्ड की एक से दूसरे आरटीओ कार्यालय में शिफ्टिंग नहीं होने को बड़ा कारण माना जा रहा है. जयपुर आरटीओ द्वितीय धर्मेन्द्र चौधरी ने जून माह में परिवहन प्रमुख सचिव आनंद कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में भी यह मुद्दा उठाया था. हालांकि इसके बाद अब राजस्व रिकॉर्ड को एक से दूसरे कार्यालय में डिस्ट्रीब्यूट करने का ज्यादातर कार्य पूरा हो चुका है. चिंताजनक बात यह है कि राजस्व की दृष्टि से महत्वपूर्ण माने जाने वाले पाली और चित्तौड़गढ़ आरटीओ भी लक्ष्य हासिल करने में पीछे चल रहे हैं.
कितना लक्ष्य, हासिल कितना ?
कौन आगेकौन पीछे ?
जिला परिवहन कार्यालयों के लिहाज से बात की जाए तो कुछ जिला परिवहन कार्यालय काफी अधिक पीछे चल रहे हैं. पीपाड़ शहर और सादुलशहर जिला परिवहन कार्यालयों में परिवहन विभाग राजस्व लक्ष्य का महज एक चौथाई या एक तिहाई राजस्व ही प्राप्त कर सका है. वहीं जयपुर प्रथम जिला परिवहन कार्यालय, कोटपूतली, शाहपुरा, चौमू, खेतड़ी, नागौर, किशनगढ़, जैसलमेर, बालोतरा, फलौदी, पोकरण, सलूंबर आदि परिवहन कार्यालयों का अर्जन 100 फीसदी से अधिक रहा है. जुलाई माह में परिवहन विभाग को 511.54 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त करना था, जिसमें से 444.64 करोड़ का राजस्व प्राप्त किया जा सका है.
ये DTO हैं सबसे फिसड्डी
कुलमिलाकर अभी तक की परिवहन विभाग की लक्ष्य प्राप्त करने की प्रगति संतोषजनक है. अब अगस्त और सितंबर माह में नई कारों की बिक्री काफी हद तक कम रहती है. श्रावण माह के अधिक मास के बाद श्राद्ध पक्ष आ जाने के दौरान नए वाहनों की खरीदारी काफी हद तक घट जाएगी. ऐसे में अगस्त और सितंबर माह में भी राजस्व लक्ष्य अर्जन में बढ़ोतरी के संकेत नहीं है. उम्मीद की जानी चाहिए कि 10 अक्टूबर के बाद एक बार फिर परिवहन विभाग लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में अपने प्रयास तेज कर सकेगा.
Reporter- Kashiram Choudhary
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