'जयपुर महाखेल' में 8 विधानसभाओं की 512 पुरुष और 128 महिला टीमें खेलेंगी कबड्डी
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'जयपुर महाखेल' में 8 विधानसभाओं की 512 पुरुष और 128 महिला टीमें खेलेंगी कबड्डी

Jaipur  News: जयपुर ग्रामीण संसदीय क्षेत्र में 'जयपुर महाखेल' शुरू हो गया. बताया जा रहा है कि महाखेल में 8 विधानसभाओं की 32 मैदानों पर कबड्डी की प्रतियोगिताएं होंगी. 

 

'जयपुर महाखेल' में 8 विधानसभाओं की 512 पुरुष और 128 महिला टीमें खेलेंगी कबड्डी

Jaipur: जयपुर ग्रामीण संसदीय क्षेत्र में गुरुवार को 'जयपुर महाखेल' का आयोजन शुरू हुआ. इस महाखेल में 8 विधानसभाओं में 32 खेल मैदानों पर कबड्डी की प्रतियोगिताएं होंगी. इनमें 512 पुरुष,  128 महिला टीमें कबड्डी खेलेंगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के युवा विकास के लिए शुरू की गई  फिट इंडिया मूवमेंट,  खेलो भारत योजना, जो खेलेगा वही खिलेगा से प्रेरित होकर इस महाखेल का आयोजन किया जा रहा है.

जयपुर के वैशाली नगर गांधी पथ स्थित एक मैरिज गार्डन में गुरुवार को जयपुर ग्रामीण सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राव राजेंद्र सिंह ने जयपुर महाखेल प्रतियोगिता का उद्धाटन किया. इस मौके पर महिला एवं पुरुषों की कबड्डी के एक-एक मुकाबले आयोजित किए गए. साथ ही जन प्रतिनिधियों और पत्रकारों का भी मैच रखा गया. कार्यक्रम के दौरान फुलेरा विधायक निर्मल कुमावत,  पूर्व केबिनेट मंत्री राजपाल सिंह शेखावत,  उपस्थित रहे. साथ ही अर्जुन अवार्डी प्रो कबड्डी प्लेयर संदीप नरवाल, महाराणा प्रताप अवार्डी एशियन मेडलिस्ट शालिनी पाठक, एशियन मेडलिस्ट प्रो कबड्डी प्लेयर राजूलाल चौधरी, एशियन मेडलिस्ट प्रो कबड्डी प्लेयर रोहित कुमार, एशियन गोल्ड मेडलिस्ट प्रो कबड्डी प्लेयर सचिन तंवर ने युवाओं का हौसला बढ़ाया. 

इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने पत्रकारों से कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी युवओं के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है. युवाओं के विकास से ही देश का विकास संभव है.  खेल टीम भावना के साथ साथ ग्रामीणों में सामाजिक समरसता और सदभावना को भी बढ़ावा देने का माध्यम हैं. 

खेलों में भाग लेने से युवा शारीरिक और मानसिक रूप से और अधिक मजबूत होते हैं. इस प्रतियोगिता से ग्रामीण युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने और आगे आने का अवसर मिलेगा. इस प्रतियोगिता में जयपुर ग्रामीण लोकसभा की सभी ग्राम पंचायते भाग ले रही है. लोकसभा क्षेत्र में 32 खेल मैदानों पर 512 पुरुषों और 128 महिलाओं की टीमें भाग ले रही है.  

कर्नल राज्यवर्धन ने बताया कि जयपुर महाखेल के लिए 21 सदस्यीय आयोजन समिति का गठन किया गया है. खेल आयोजन में 15 जनवरी से हर ग्राम पंचायत से पुरुष व महिलाओं की एक-एक टीम गुकाबले में उतरेगी. महिला व पुरूष टीमों के प्रत्येक विधानसभा में विजेता रहने वाली टीमों को 21000 रुपए, रनअप के लिए 11000, लोकसभा स्तर पर महिला व पुरुष विजेता टीमों को 51000 रनरअप टीम को 31000 से सम्मानित किया जाएगा. राजस्थान कबड्डी फेडरेशन द्वारा जयपुर महाखेल के 20 सर्वश्रेष्ठ खिलाडियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर खेलने का अवसर मिलेगा.

पीपीपी मोड पर तैयार हो रहे खेल मैदान

कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने बताया कि जयपुर ग्रामीण लोक सभा क्षेत्र में युवाओं के विकास के लिए  आठों विधानसभा क्षेत्रों में कुल 32 खेल मैदान तैयार करवाए गए हैं. इसी तरह 17 मिनी स्टेडियम, 17 ओलम्पिक जिम बनाए हैं. 3 इंडोर स्टेडियम चार चार करोड के बनाए हैं.  ओपन जिम 50 से ज्यादा हैं. इन सब पर 26 करोड़ रुपए की लागत आई है.  

ये सभी खेल मैदान लोगों के सहयोग से तैयार कराए गए हैं. इसके साथ ही विभिन्न संगठनों व संस्थाओं के सहयोग से खेलों के लिए संसाधन जुटाए गए हैं. इन मैदानों पर युवा लगातार खेलों से साथ-साथ सेना भर्ती का भी प्रशिक्षण ले रहे हैं. जिसकी बदोलत जयपुर ग्रामीण से अनेक युवा सेना, पुलिस और खेलो सहित विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ रहें है.  
 
खेल संघों पर खिलाड़ी ही काबित हो, कानून बनें

कर्नल राज्यवर्धन ने एक सवाल के जवाब में कहा कि खेल फेडरेशन राज्य का विषय है, राज्य को उस स्पोर्टस की फेडरेशन में पारदर्शिता लाने के लिए कानून बनाना चाहिए. फेडरेशन में खिलाड़ियों का योगदान रहे. केंद्र ने प्रस्ताव रखा है कि खेल फेडरेशन में खिलाड़ी ही रहेगी. केंद्र सरकार की नौकरियां 9 प्रतिशत खिलाड़ियों के लिए आरक्षित होती है. 

सेंट्रलाइज बॉडी से रिक्रूटमेंट किया जाना चाहिए. राजस्थान में प्रदेश के कम दूसरे प्रदेश के खिलाड़ी ज्यादा ले लिए गए.  नियम बदले जाने चाहिए, हर प्रदेश कानून बनाता है राजस्थान में प्रोत्साहन होना चाहिए. किसी भी खेल को आगे बढ़ाने के लिए खिलाड़ियों का होना जरूरी है, लेकिन राज्य सरकार से बड़ी उम्मीद नहीं है.  राठौड़ ने सवाल किया कि सरकार ने ग्रामीण ओलम्पिक करवाए, लेकिन क्या एक भी मैदान तैयार करवाया, जहां खिलाड़ी प्रैक्टिस कर सके. 

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