जयपुर: राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला 2023, 9 दिन में 2 करोड़ के मसाले बिके, ऑर्गेनिक मसाले लोगों की पहली पसंद
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जयपुर: राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला 2023, 9 दिन में 2 करोड़ के मसाले बिके, ऑर्गेनिक मसाले लोगों की पहली पसंद

मेले में 10 प्रकार के साबूत गरम मसाले, 13 परम्परागत मसाले, 27 प्रकार के इंस्टेंट मसाले, 5 प्रकार के परम्परागत साबूत मसाले, 16 प्रकार के आचार, 26 प्रकार के शर्बत, 5 प्रकार की ठण्डाई, 5 प्रकार के मुरब्बे, 7 प्रकार की सूची सब्जियां, ड्राईफ्रूट, डेयरी उत्पाद, खाद्यान्न एवं अनाज, तेल एवं अन्य खाने की सामग्री सहित कुल 164 प्रकार के उत्पाद बिक्री के लिए उपलब्ध कराए गए है.

जयपुर: राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला 2023, 9 दिन में 2 करोड़ के मसाले बिके, ऑर्गेनिक मसाले लोगों की पहली पसंद

National Cooperative Spices Fair-2023 Jaipur : प्रमुख शासन सचिव सहकारिता श्रेया गुहा ने कहा कि राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला के माध्यम से जयपुरवासियों को गुणवत्ता वाले मसाले उपलब्ध हो सके. इसके लिए सहकारिता विभाग देश एवं प्रदेश की सहकारी समितियों को एक प्लेटफार्म उपलब्ध करवाता है. इस मेले के माध्यम से हजारों जयपुरवासी अपनी जरूरत के अनुसार वर्षभर के मसाले खरीदते है. 

राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला-2023 

 गुहा 7 मई तक आयोजित हो रहे जवाहर कला केन्द्र के दक्षिण परिसर में राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला-2023 एवं शिल्प ग्राम परिसर में आर्गेनिक फूड फेस्टिवल का अवलोकन कर रही थी. उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहली बार आर्गेनिक फूड फेस्टिवल का आयोजन हो रहा है. इस फेस्टिवल में विभिन्न प्रकार के करीब 180 प्रकार के जैविक उत्पाद उपलब्ध करवाये जा रहे है और आने वाले समय में इसे और बड़ा रूप दिया जायेगा. इसके साथ-साथ इिस मेले के माध्यम से 2 करोड़ रूपये से अधिक मसालों की बिक्री हो चुकी है.

शिल्प ग्राम परिसर में आर्गेनिक फूड फेस्टिवल 

मेले में 10 प्रकार के साबूत गरम मसाले, 13 परम्परागत मसाले, 27 प्रकार के इंस्टेंट मसाले, 5 प्रकार के परम्परागत साबूत मसाले, 16 प्रकार के आचार, 26 प्रकार के शर्बत, 5 प्रकार की ठण्डाई, 5 प्रकार के मुरब्बे, 7 प्रकार की सूची सब्जियां, ड्राईफ्रूट, डेयरी उत्पाद, खाद्यान्न एवं अनाज, तेल एवं अन्य खाने की सामग्री सहित कुल 164 प्रकार के उत्पाद बिक्री के लिए उपलब्ध कराए गए है.

मेले में जैविक उत्पाद के साथ-साथ जैविक सब्जियां 

उन्होंने कहा कि मेले में जैविक उत्पाद के साथ-साथ जैविक सब्जियां भी आम लोगों के लिए उपलब्ध कराई जा रही है. उन्होंने कहा कि सहकारिता के उपभोक्ता भंडारों जैसे जयपुर, कोटा, उदयपुर, राजसमंद, नागौर, जोधपुर, भरतपुर, अजमेर, बीकानेर, बूंदी के द्वारा क्षेत्र विशेष में उत्पादित हो रहे खाद्यान्न एवं मसाले उचित मूल्य पर उपलब्ध कराए जा रहे है. 

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गुहा ने मेले की विजिट के दौरान तमिलनाडू, केरल एवं पंजाब की स्टॉल पर उनके उत्पादों एवं बिक्री के बारे में जानकारी ली. प्रमुख शासन सचिव ने राजसमंद की ठण्डाई का स्वाद भी लिया. उन्होंने आर्गेनिक फूड प्रोडेक्ट की स्टॉल्स की विजिट के दौरान उत्पादों की जानकारी एवं स्वाद लिया.

उन्होंने उदयपुर के गेंहू, बीकानेर के पापड़, कोटा भंडार की सामग्री, सीकर के प्याज, जैविक उत्पादों सहित अन्य सहकारी समितियों द्वारा लाई गई मसाला सामग्री एवं उत्पाद के बारे में विस्तृत जानकारी ली. उन्होंने विजिट के दौरान मसाला खरीदने आए लोगों से भी संवाद किया तथा मेले के बारे में फीडबैक लिया. इस मौके पर रजिस्ट्रार  मेघराज सिंह रतनू ने कहा कि 9 दिन में करीब 2 करोड़ रूपये के मसाले जयपुरवासियों द्वारा खरीदे जा चुके है. 

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