आई.एम.ए. राजस्थान सम्मेलन-2023: 500 से ज्यादा डॉक्टर ने अंगदान को लेकर ली शपथ, अंग प्रत्यारोपण पर हुआ सेमिनार
Advertisement

आई.एम.ए. राजस्थान सम्मेलन-2023: 500 से ज्यादा डॉक्टर ने अंगदान को लेकर ली शपथ, अंग प्रत्यारोपण पर हुआ सेमिनार

IMA Rajasthan Conference 2023​: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) भारत में चिकित्सकों की सबसे बड़ी संस्था का आज राजस्थान सम्मेलन 2023 का आज एसएमएस मेडिकल कॉलेज के एकेडमिक ब्लॉक के सभागार में किया गया. इस अधिवेशन में संपूर्ण राजस्थान से आई.एम.ए. के चिकित्सा भाग ले रहे हैं. 

आई.एम.ए. राजस्थान सम्मेलन-2023: 500 से ज्यादा डॉक्टर ने अंगदान को लेकर ली शपथ, अंग प्रत्यारोपण पर हुआ सेमिनार

IMA Rajasthan Conference 2023​: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) भारत में चिकित्सकों की सबसे बड़ी संस्था का आज राजस्थान सम्मेलन 2023 का आज एसएमएस मेडिकल कॉलेज के एकेडमिक ब्लॉक के सभागार में किया गया. इस अधिवेशन में संपूर्ण राजस्थान से आई.एम.ए. के चिकित्सा भाग ले रहे हैं. सम्मेलन में स्टेट आई.एम.ए. की एग्जीक्यूटिव कमेटी की और स्टेट वर्किंग कमेटी की आज बैठक भी आयोजित की गई.

साथ ही अंगदान एवं अंग प्रत्यारोपण पर सेमिनार आयोजित की गई. इस अधिवेशन में सरकार द्वारा घोषित चिकित्सा संबंधित योजनाओं पर भी विचार विमर्श किया गया. सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी मौजूद रहे. आईएमए के पदाधिकारियों ने कहा कि अब आईएमए मुख्यमंत्री द्वारा शुरू की गई मुहिम को अगे बढाते हुए अंगदान को लेकर जागरूकता का कार्यक्रम चलाएगा.

आईएमए के पदाधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री निवास पर सीएम अशोक गहलोत ने डॉक्टर के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की और उनका उचित हल निकालने को लेकर आश्वस्त किया. आईएमए पदाधिकारियों का कहना था कि प्रदेश की चिकित्सा सेवाएं की सराहना मुख्यमंत्री ने की. साथ ही कहा की जो भी समस्याओं पर समाधान है वह जल्दी किया जाएगा.

ये भी पढ़ें- Jaipur News: फ्री एंट्री, करोड़ों की लागत फिर भी RPL से लोगों की दूरी, दर्शकों के इंतजार में क्यों पड़ी है SMS स्टेडियम में खाली सीटें

कार्यक्रम में डॉक्टरों का सम्मान किया गया जो देहदान को लेकर कोविड के समय में अपनी महत्वपूर्ण सेवाएं देने वाले डॉक्टरों का सम्मान किया है. साट्टा की ओर से जो कार्यक्रम यहां पर हुआ है उसमें 500 से ज्यादा डॉक्टर ने अंगदान को लेकर शपथ ली हैं, जबकि शिक्षकों की कुछ समस्याएं हैं जिन्हें लेकर डॉक्टर ने सरकार के समक्ष उठाई है जो भी सरकारी योजनाएं चल रही है उसमें निजी चिकित्सकों द्वारा भागीदारी निभाई जा रही है.

Trending news