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जयपुर: प्रदेश के सबसे वरिष्ठ आईएएस रविशंकर श्रीवास्तव की मुश्किलें बढ गई हैं. रिटायरमेंट से ठीक एक महीने पहले आईएएस रविशंकर श्रीवास्तव के खिलाफ जांच शुरू हो गई है. पंचायतीराज संस्थान में अनियमित्ताओं के साथ-साथ आग लगने की जांच की जा रही है.
श्रीवास्तव के खिलाफ पंचायतीराज संस्थान में आग लगने से लेकर अनियमित्ताओं की जांच शुरू हो गई है. श्रीवास्तव इंदिरा गांधी पंचायतीराज संस्थान के महानिदेशक हैंं.करीब दो सप्ताह पहले ही पंचायतीराज संस्थान में रविवार छुट्टी के दिन ही केवल श्रीवास्तव के ऑफिस में आग लगी थी. जिस कारण दफ्तर में फाइलें जलकर खाक हो गई थी.
ऐसे में अब विभाग ने श्रीवास्वत के खिलाफ आग की जांच शुरू कर दी है कि आग जानबूझकर लगाई गई या फिर कोई हादसा था. श्रीवास्तव का तीसरी मंजिल पर दफ्तर है. ऐसे में केवल उन्हीं के ऑफिस में आग लगना कई सवाल खड़े करता है. पंचायतीराज मंत्री रमेश मीणा का कहना है कि सभी मामलों की जांच की जा रही है,दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी.
सरकार को मिली इन शिकायतों की जांच
1. आईजीपीआरएस महानिदेशक रविशंकर श्रीवास्तव पर आरोप है कि बिना कारण बताए,बिना सक्षम अनुमोदन के ढाई लाख रूपए अग्रिम आहरित किए.
2.शाषी परिषद और कार्यकारी परिषद के बिना संज्ञान अथवा अनुमोदन के संस्थान की 50 करोड रुपए की राशि इंडसइंड बैंक में हस्तान्तरित कर दी,जहां उनकी पत्नी कार्यरत है.
3.वर्ष 2014 में बिना कंडम घोषित करवाए नई इनोवा कार खरीद ली.इसकी प्रशासनिक-वित्तीय स्वीकृति नहीं ली.
4. संस्थान में नियोजित सलाहकारो के वेतन-भत्ते बिना उनकी सेवा का परीक्षण,मूल्यांकन और अनुमोदन के अपने स्तर पर बढा दिए
5.बिना आरटीटीपी एक्ट के 26 लाख रूपए के कम्प्यूटर क्रय किए.
अब पंचायतीराज मंत्री रमेश मीणा के निर्देश के बाद जांच शुरू हो गई है. ऐसे में क्या अब रिटायरमेंट से महज एक महीने पहले सबसे वरिष्ठ आईएएस रविशंकर श्रीवास्तव की मुश्किलें बढ गई हैं.
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