राजस्थान में महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल बंद करने की तैयारी में सरकार, मदन दिलावर ने जानिए क्या कहा?
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राजस्थान में महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल बंद करने की तैयारी में सरकार, मदन दिलावर ने जानिए क्या कहा?

Rajasthan News: राजस्थान में महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल बंद करने की तैयारी में सरकार है. जानिए मदन दिलावर का मामले को लेकर क्या कहना है.

Madan Dilawar

Rajasthan News: राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर अक्सर अपने बयानों और फैसलों को लेकर चर्चा में रहते हैं. उन्होंने एक बयान दिया है जो चर्चा का विषय बना हुआ है.  राजस्थान के अंग्रेजी मीडियम स्कूलों को बंद करने की तैयारी में सरकार है.

अगर ऐसा होता है तो  राजस्थान में करीब 2000 महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल बंद हो सकते हैं. यानी ये इंग्लिश मीडियम स्कूल हिंदी मीडियम में बदले जा सकते हैं. शिक्षा विभाग ने एक फॉर्मेट भी जारी इसको लेकर किया है. इस फॉर्मेट के आधार पर महात्मा गांधी स्कूल अंग्रेजी माध्यम में रहे या नहीं या वापस इसे हिंदी माध्यम में कन्वर्ट किया जाए इसको लेकर शिक्षा विभाग को रिपोर्ट कारण सहित देनी होगी.

साथ ही रिपोर्ट में इंग्लिश मीडियम स्कूल के मौजूदा हालात, टीचर्स की संख्या, स्टूडेंट की संख्या के बारे में भी बताना होगा. साथ ही स्कूल को फिर से हिंदी मीडियम करने को लेकर भी कारण सहित बताना होगा. जिसके आधार पर शिक्षा विभाग स्कूल को अंग्रेजी से हिंदी मीडियम में बदलेगा.

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पूरे मामले में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का कहना है कि राजस्थान में महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल की जरूरत को लेकर सरकार रिव्यू कर रही है. इसके बाद तय किया जाएगा स्कूल चलेंगे या बंद होंगे.

कोचिंग करने वाले छात्रों की आत्महत्या को लेकर मदन दिलावर ने दिया था बयान

राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर (Madan Dilawar) ने कहा था कि छात्रों की आत्महत्या के लिए केवल संस्थानों को दोषी नहीं ठहराया जा सकता. उन्होंने कहा था बच्चों के  माता-पिता और मित्र मंडली भी आत्महत्या के मामलों में योगदान करते हैं. कुछ प्रतिशत दबाव कोचिंग संस्थानों की ओर से हो सकता है,  अधिकांश दबाव इसमें से माता-पिता और उसके मित्र मंडली का भी होता है.

मदन दिलावर ने बयान देते हुए कहा था कोचिंग संस्थान ही दोषी हर मामले में  हो, ऐसा नहीं है. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि कुछ प्रतिशत मामलों में ऐसा हो सकता है. अन्य कारण भी आत्महत्या के पीछेहो सकते हैं. उन्होंने कहा कि छात्र कई बार गलत संगत में पड़ जाते हैं.

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