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Viral News : छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है जहां एक सरकारी अधिकारी ने एक बांध से 21 लाख लीटर पानी सिर्फ इसलिए बहा दिया क्योंकि उसका महंगा फोन पार्टी करते वक्त उसमें गिर गया. दरअसल कांकेर जिले के पखांजूर में फूड इंस्पेक्टर रविवार को छुट्टी मनाने खेर कट्टा परल कोर्ट जलाशय पहुंचे थे जहां पार्टी करते वक्त अब साहब का अफसर साहब का महंगा फोन लबालब भरे बांध में गिर गया.
जिसके बाद सरकारी अधिकारी ने मोबाइल ढूंढने के लिए पहले तो आसपास के गांव वालों को लगा दिया फिर अच्छे-अच्छे गोताखोरों को बुलाकर उन्हें उतार दिया, लेकिन मोबाइल हाथ ना लगा जिसके बाद उन्होंने, फोन निकालने के लिए सिंचाई विभाग के अधिकारियों से चर्चा की इसके बाद 30 एचपी का पंप लगाकर बांध से पानी निकालना शुरू किया गया. 3 दिन तक लगाता 30-30 एचपी के पंप से पानी बाहर निकाला गया. जिसमें 210 लाख लीटर पानी व्यर्थ बहता रहा.
इतने पानी में डेढ़ हजार एकड़ खेतों की सिंचाई की जा सकती थी इस भीषण गर्मी में जब कई ग्रामीण इलाकों में पानी को लेकर त्राहिमाम मचा हुआ है, ऐसे में यह एक बड़ी लापरवाही सामने आई. 4 दिन तक 30 हॉर्स पावर के दो डीजल इंजन लगातार 24 घंटे चलते रहे. जिसके बाद अधिकारी को अपना 96 हजार से ज्यादा का फोन मिल गया. हालांकि अफसर साहब का कीमती फोन अब वह खराब हो चुका है.
वहीं अब इस मामले में जल संसाधन विभाग के अनुविभागीय अधिकारी रामलाल ढिंबर का कहना है कि 5 फुट तक पानी खाली करने की इजाजत दी गई थी, लेकिन बांध से अब तक 10 फीट से ज्यादा पानी निकाल दिया गया. मामला सामने आने के बाद सरकार ने भी फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास पर एक्शन लेते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है. इसके साथ ही अधीक्षण अभियंता कार्यालय ने एसडीओ के वेतन से पानी की राशि वसूलने का आदेश भी दिया है.
इंद्रावती परियोजना मंडल जगदलपुर के अधीक्षण अभियंता ने इस बाबत एक लेटर भी जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि राजेश विश्वास 21 मई को दोस्तों के साथ पार्टी करने पर आल कोर्ट बांध गए थे, इस दौरान उनका मोबाइल बांध के वेस्ट वेयर के स्पेलिंग बेसन में गिर गया था, जिसके बाद उन्होंने बिना अधिकारियों को जानकारी दिए 30 एचपी के दो बड़े पंप लगाकर 4 दिन में वहां से 21 लाख लीटर पानी व्यर्थ बहा दिखा. यह एक दंडनीय अपराध है. इस संबंध में 3 दिन में जवाब दें अगर ऐसा न किया गया तो कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में जल संसाधन विभाग के एसडीओ आरके धिवर का कहना है कि 5 फीट तक पानी को खाली करने की इजाजत मौखिक तौर पर दी गई थी मगर इससे ज्यादा पानी निकाल दिया गया.
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