Rajasthan: राजस्थान में बिजली उपभोक्ताओं के लिए काम की खबर है, अब ये लोग सोशल मीडिया प्लेट फॉर्म के अलावा दूसरे प्लेट फॉर्म पर भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. बिजली विभाग ने टोल फ्री नंबर 1800-180-6507 और आईवीआरएस 1912 नंबर जारी किया हुआ है.
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Rajasthan: राजस्थान के बिजली उपभोक्ताओं के लिए काम की खबर है.अक्सर टोल फ्री नंबर बिजी आता है, तो आप परेशान हो जाते होंगे,क्योंकि शिकायत बिजली विभाग में दर्ज नहीं हो पाती होगी.लेकिन क्या आपको पता है कि ट्रोल फ्री नंबर के अलावा दूसरे ऐसे प्लेटफार्म हैं,जिन पर आप अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं.
इन प्लेटफार्म पर आप दर्ज करा सकते हैं, शिकायत
बिजली विभाग ने टोल फ्री नंबर 1800-180-6507 और आईवीआरएस 1912 नंबर जारी किया हुआ है.अधिकतर इन्ही नंबरों पर उपभोक्ता अपनी शिकायतें करते हैं.लेकिन आप दूसरे प्लेटफार्म पर भी अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं.बिजली विभाग को आप सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं.
बिजली मित्र ऐप,www.bijlimitra.com,helpdesk@jvvnl.org
एसएमएस से 57575,9414037085,व्हाट्सएप से 9414037085 पर,फेसबुक www.facebook.com/managingdirector.jvvnl.1,वेबपेज https://jvccc.ariatelecom.net/registercomplaint,ट्वीटर @jvvnlccare पर भी उपभोक्ता शिकायत दर्ज करवा सकते है.
कॉल सेंटर की ये है व्यवस्था
कॉल सेंटर पर कॉल अटैंड करने के लिए माह मार्च से अक्टूबर तक 375 कॉल सेंटर्स ऐजेंट 3 शिफ्टों में कार्यरत रहते हैं. सुबह 8 से शाम 4 बजे तक 150,शाम 4 से देर रात 12 बजे तक 150 और रात 12 से सुबह 8 बजे तक 75 एजेंट कार्यरत रहकर उपभोक्ताओं की कॉल अटैंड करते हैं.इसी तरह नंबर से फरवरी तक 250 कॉ सेंटर सेंटर.
#Jaipur : प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं के लिए जरूरी जानकारी @JVVNLCCare #RajasthanWithZee pic.twitter.com/yjzPARkQ8i
— ZEE Rajasthan (@zeerajasthan_) June 11, 2023
एजेंट काम करते हैं.सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक 100,शाम 4 बजे से रात 12 बजे तक 100 और देर रात 12 बजे से सुबह 8 बजे तक 50 एजेंट उपभोक्ताओं की कॉल अटैंड करते हैं. कॉस सेंटर पर कॉल अटैंड करने के लिए 10 इनबाउण्ड, 6 आउटबाउण्ड पीआरआई लाइनें उपलब्ध हैं. प्रत्येक पीआरआई लाइन में 30 चैनल है.
300 कॉल अटैंड की जा सकती
कॉल सेंटर्स पर एक समय में 300 कॉल प्राप्त की जा सकती है. कॉल सेंटर्स पर कार्यरत इनबाउण्ड एजेंटों की संख्या के अनुसार कॉल अटैंड की जाती है. कॉल कतार में रहती है, और जैसे ही रनिंग कॉल पूरी हो जाती है,कतार में मौजूद कॉल को अटैंड कर लिया जाता है.