'शिक्षा के बढ़ते कदम' से विद्यार्थियों का शैक्षणिक स्तर सुधारेगा शिक्षा विभाग
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'शिक्षा के बढ़ते कदम' से विद्यार्थियों का शैक्षणिक स्तर सुधारेगा शिक्षा विभाग

पिछले दो सालों से कोरोना महामारी सहित विभिन्न कारणों से बच्चों की पढ़ाई का काफी नुकसान हुआ है. नवीन शिक्षा सत्र 2022-2023 में बालकों का अध्यापन कार्य आरंभ हो चुका है. पिछले वर्षों में हुई पढ़ाई-लिखातई की क्षतिपूर्ति के लिए शिक्षा विभाग ने दो योजनाओं का शुभारंभ किया है. 

शैक्षणिक स्तर सुधारेगा शिक्षा विभाग

Chaksu: पिछले दो सालों से कोरोना महामारी सहित विभिन्न कारणों से बच्चों की पढ़ाई का काफी नुकसान हुआ है. नवीन शिक्षा सत्र 2022-2023 में बालकों का अध्यापन कार्य आरंभ हो चुका है. पिछले वर्षों में हुई पढ़ाई-लिखातई की क्षतिपूर्ति के लिए शिक्षा विभाग ने दो योजनाओं का शुभारंभ किया है. 'विद्या संबल' और 'शिक्षा के बढ़ते कदम' के नाम सबसे आरंभ की गई इन योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए बालकों को पिछली कक्षाओं के महत्वपूर्ण टॅापिक पुनः रिवाइज करवाएं जा रहे है. विद्या संबल योजना के तहत गेस्ट फैकल्टी पर सेवानिवृत्त शिक्षकों की सेवाएं ली जाएगी. 

शिक्षा विभाग ने रिटायर्ड शिक्षकों से आवेदन मांगे है. जिले में माध्यमिक सेटअप के विद्यालयों में चल रहे रिक्त पदों पर मानदेय पर कार्य करने के लिए सेवानिवृत्त शिक्षकों से 12 जुलाई तक संबंधित स्कूल में आवेदन करने को कहा है. विद्यालय वार पदों की सूची 8 जुलाई शुक्रवार को डीईओ माध्यमिक कार्यालय में नोटिस बोर्ड पर चस्पा की जाएगी. 

राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय जिलाध्यक्ष रामावतार शर्मा, सभाध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा, उपशाखा अध्यक्ष रामप्रसाद जाट और राजेन्द्र जैन ने शिक्षा विभाग से आग्रह किया है कि अस्थाई और वैकल्पिक व्यवस्था के स्थान पर राज्य भर में आवश्यकता के अनुसार रिक्त चल रहे पदों पर शिक्षकों की भर्ती कर इस समस्या का स्थाई समाधान करने की पहल करें, जिससे विद्यार्थियों की गुणवत्ता पूर्ण पढ़ाई हो सके और बेरोजगारी से संघर्ष कर रहे शिक्षकों को नौकरी मिल सके.

Reporter: Amit Yadav

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